Sunday, September 8, 2024
HomeराजनीतिBJP ने नहीं दिया टिकट तो कॉन्ग्रेस में गए उदित राज; हटाया, लगाया, फिर...

BJP ने नहीं दिया टिकट तो कॉन्ग्रेस में गए उदित राज; हटाया, लगाया, फिर हटाया ‘चौकीदार’

कॉन्ग्रेस दिल्ली के सातों सीटों से उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है, ऐसे में उदित राज के दिल्ली से चुनाव लड़ने की सम्भावना नहीं ही है। अब देखना है कि कॉन्ग्रेस में उन्हें कौन सा पद दिया जाता है।

नॉर्थ वेस्ट दिल्ली से भाजपा के टिकट पर सांसद बने उदित राज कॉन्ग्रेस में शामिल हो गए हैं। भाजपा ने मंगलवार (अप्रैल 23, 2019) को उदित राज का टिकट काट दिया था। नॉर्थ वेस्ट सीट के लिए टिकट जारी करने में हुई देरी के बाद से ही उदित राज पार्टी से नाराज़ चल रहे थे। उन्होंने पहले ही ऐलान कर दिया था कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिलता है तो वो भाजपा को ‘गुड बाई’ कह देंगे। टिकट काटने के बाद उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से अपने नाम से ‘चौकीदार’ शब्द हटा लिया था। इसके बाद कल दोपहर तक उन्होंने फिर से अपने नाम में ‘चौकीदार’ लगा लिया। तब लोगों को लगा कि सब कुछ ठीक हो गया है और उदित राज मान गए हैं। लेकिन अब उनके कॉन्ग्रेस में शामिल होने की ख़बर आ रही है। वैसे उदित राज ने पहले ही बयान देते हुए कहा था कि उन्हें राहुल गाँधी और केरीवाल ने टिकट कटने को लेकर पहले ही आगाह किया था।

इससे पता चलता है कि वो शायद पहले से ही आम आदमी पार्टी और कॉन्ग्रेस के साथ संपर्क में थे। नॉर्थ वेस्ट दिल्ली से भाजपा ने पंजाबी गायक व सूफी संगीत के लिए प्रसिद्ध हंस राज हंस को अपना उम्मीदवार बनाया है। हंस राज हंस ‘सिली-सिली हवा’, ‘दिल टोटे-टोटे’ और ‘नित खैर मँगा’ जैसे चार्टबस्टर गानों के लिए ख़ासे लोकप्रिय हैं। हंस राज हंस को संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्मश्री भी मिल चुका है। वाल्मीकि समुदाय से आने वाले हंस राज हंस कॉन्ग्रेस से भाजपा में आए हैं। उन्हें टिकट देने के लिए भाजपा ने उदित राज का टिकट काटा है। उदित राज के टिकट कटने के पीछे कई वजहें थी।

उदित राज लगातार विवादित बयान देकर चर्चा में रहे हैं। उन्होंने कॉन्ग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि उन्हें अब ख़ुशी का अनुभव हो रहा है। चूँकि कॉन्ग्रेस दिल्ली के सातों सीटों से उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है, ऐसे में उदित राज के दिल्ली से चुनाव लड़ने की सम्भावना नहीं ही है। अब देखना है कि कॉन्ग्रेस में उन्हें कौन सा पद दिया जाता है।

नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली से हंस राज हंस का मुक़ाबला कॉन्ग्रेस उम्मीदवार राजेश लिलोठिया से होगा। आम आदमी पार्टी से गठबंधन के विरोधी रहे लिलोठिया दिल्ली कॉन्ग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। आप से यहाँ गुगन सिंह लड़ रहे हैं जो 2017 में भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। जालंधर से ताल्लुक रखने वाले हंस राज हंस ने 2016 के अंत में भाजपा जॉइन की थी। उन्होंने कॉन्ग्रेस में शामिल होने के कुछ महीनों बाद ही उसे छोड़कर भाजपा जॉइन की थी। भाजपा में शामिल होने के बाद हंस राज हंस ने कहा था, “मेरी इमेज के हिसाब से जहाँ मेरी ड्यूटी लगाई जाएगी, वहाँ करूँगा। जहाँ मोदी जी हैं, कमजोरी नहीं हो सकती। वह बब्बर शेर हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -