Sunday, September 8, 2024
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‘हिन्दुओं ने खुद ही जलाए अपने घर’: कट्टरपंथी इस्लामी हिंसा पर बांग्लादेशी मीडिया ने की पर्दा डालने की कोशिश

बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और घरों पर इस्लामी कट्टरपंथियों के लगातार हमले हो रहे हैं। इन हमलों की शुरुआत 12 अक्टूबर को हुई थी।

बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ कट्टरपंथी इस्लामी हिंसा की लगातार आ रही खबरों के बीच इस पर पर्दा डालने की कोशिश भी शुरू हो गई है। बांग्लादेशी मीडिया संस्थान बाँसेरकेल्ला (Basherkella) ने 18 अक्टूबर 2021 (सोमवार) को एक जलते हुए हिंदू मंदिर का वीडियो साझा किया और हिंदुओं पर अपने घर खुद जलाने का आरोप लगाया।

बाँसेरकेल्ला ने ट्वीट कर कहा है कि स्थानीय लोगों के अनुसार रंगपुर के पीरगंज उपजिले में कुछ हिंदुओं ने बांग्लादेश की छवि धूमिल करने के लिए खुद ही अपने घरों में आग लगा दी। उसने इस ट्वीट में सीजे वारेलमेन (CJ Werleman) को खास तौर पर टैग किया है, जो भारत का धुर विरोधी है। वारेलमेन भारत और हिंदू विरोधी खबरों को हवा देने के लिए कुख्यात रहा है।

रंगपुर हिंसा

बांग्लादेश में इस्लामी चरमपंथियों के हमले वहाँ के अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय के खिलाफ लगातार पाँचवे दिन भी जारी हैं। ताजा हमलों में उन्होंने रविवार (17 अक्टूबर 2021) को बांग्लादेश के रंगपुर डिवीजन अंतर्गत पीरगंज उपजिले में एक गाँव में आगजनी की। इसी हमले में उन्होंने 20 हिन्दुओं के घर जला दिए।

रिपोर्ट के अनुसार, माजीपारा के जेलेपोली में मुस्लिम भीड़ ने एक व्यक्ति पर फेसबुक पोस्ट के माध्यम अपने धर्म के अपमान का आरोप लगाय था। इसके बाद इस्लामी चरमपंथियों की उन्मादी भीड़ ने पीरगंज उपजिले के मझीपारा, बोटोला और हातीबंधा नामक 3 गाँवों को निशाना बनाया।

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले

पिछले पाँच दिनों से बांग्लादेश में हिन्दुओं के मंदिरों और घरों पर इस्लामी कट्टरपंथियों के लगातार हमले हो रहे हैं। इन हमलों की शुरुआत 12 अक्टूबर 2021 (मंगलवार) को हुई थी। तब पूजा से पहले कई दुर्गा प्रतिमाओं को तोड़ डाला गया था। 14 अक्टूबर 2021 (गुरुवार) को कई अन्य पूजा पंडालों में तोड़फोड़ हुई।

रविवार (17 अक्टूबर 2021) को बांग्लादेश के चटगांव स्थित फिरंगीबाजार में इस्लामी कट्टरपंथियों ने श्री शमशानेश्वर शिव मंदिर की दुर्गा प्रतिमा को भी तोड़ डाला। इन हमलों के कई वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हुए। इन वीडियो में देवी-देवताओं की मूर्तियों को तोड़ते हुए, पंडालों और मंदिरों को ध्वस्त करते हुए और प्रतिमाओं को तालाब में फेंके जाने की घटनाएँ साफ़ दिखाई दीं।

16 अक्टूबर 2021 (शनिवार) को इस्कॉन मंदिर पर 400-500 की मुस्लिम भीड़ ने हमला किया। हिन्दुओं के मंदिरों और घरों पर 17 और 18 अक्टूबर को भी हमले जारी रहे। इन हमलों में कई लोगों के घायल होने और कुछ के मारे जाने की भी सूचना है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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