पाकिस्तान के फैसलाबाद से चार महिलाओं को निर्वस्त्र (women stripped in Faisalabad) कर बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया है। पुलिस ने सोमवार (6 दिसंबर 2021) को बावा चक मार्केट में चार महिलाओं के कपड़े उतार कर उन्हें लाठी-डंडों से मारने और उनका वीडियो बनाने के आरोप में पाँच लोगों को गिरफ्तार किया है।
फैसलाबाद के पुलिस अधिकारी डॉ. मोहम्मद आबिद खान ने मंगलवार (7 दिसंबर 2021) को पाकिस्तानी वेबसाइट डॉन डॉट कॉम (Dawn.com) को बताया कि उन्होंने इस मामले में 5 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें शामिल अन्य लोगों को गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
सोशल मीडिया पर चारों महिलाओं का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला में प्रकाश में आया। वायरल वीडियो में एक युवती और एक महिला निर्वस्त्र दिखाई दे रही है। वे दोनों अपने आस-पास के लोगों से विनती करते हुए दिखाई दे रही हैं कि उन्हें बदन ढकने दें, लेकिन वहाँ मौजूद लोग उन्हें लाठियों से पीट रहे हैं।
महिलाएँ रो रही हैं, बार-बार अपने तन को ढँकने के लिए कपड़े माँग रही हैं और रोते हुए उन लोगों से उन्हें जाने देने का अनुरोध कर रही हैं। वीडियो के बैकगाउंड में या अल्लाह या अल्लाह की आवाजें सुनाई दे रही हैं। महिलाओं को नंगा कर पीटने का वीडियो जो सोशल मीडिया पर वायरल है, उसे हम यहाँ नहीं दिखा सकते।
पाकिस्तान के मिल्लत टाउन पुलिस स्टेशन में पाँच आरोपितों उस्मान इलेक्ट्रिक स्टोर के मालिक सद्दाम, उसके कर्मचारी फैसल, जहीर, अनवर और सैनिटरी प्रोडक्ट्स के मालिक फकीर हुसैन के अलावा 10 अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपितों पर पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 354-ए (महिला के खिलाफ हमला या आपराधिक बल का इस्तेमाल करना), 509 (महिला को अपमानित करना या उनका यौन उत्पीड़न करना), 147 (दंगा करने की सजा) और 149 (गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा होना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, शिकायतकर्ता कचरा उठाने वाली हैं। चारों महिलाएँ फैसलाबाद के बावा चक मार्केट में सोमवार की सुबह करीब 10:30 बजे कचरा उठाने के लिए गई थीं। शिकायत में महिलाओं ने कहा:
”हमें प्यास लगी थी। इसलिए हम उस्मान इलेक्ट्रिक स्टोर के अंदर गए और उनसे पानी की बोतल माँगी। लेकिन इसके मालिक सद्दाम ने हम पर चोरी करने के इरादे से दुकान में घुसने का आरोप लगाया। सद्दाम और अन्य लोगों ने हमें पीटना शुरू कर दिया। वे हमें करीब एक घंटे तक पीटते रहे और निर्वस्त्र कर हमारा वीडियो बनाते रहे। भीड़ में से किसी ने भी इस अत्याचार को रोकने की कोशिश नहीं की।”
इस अमानवीय घटना के कुछ देर बाद पीड़ित महिलाओं के परिवार के कुछ सदस्य घटनास्थल वाले बाजार में पहुँचे। उन्होंने वहाँ मौजूद भीड़ से मदद की गुहार लगाते हुए महिलाओं को छोड़ने को कहा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
चोरी का आरोप और CCTV फुटेज
इसी घटना का एक और वीडियो सामने आया है। इसमें पीड़ित महिलाएँ खुद अपने कपड़े फाड़ती हुई दिखाई दे रही हैं। सीसीटीवी कैमरे में साफ दिख रहा है कि दुकान के अंदर चारों महिलाएँ बुर्के में आती हैं और मालिक के विरोध के बाद भी वहाँ से कुछ सामान उठाकर भागने लगती हैं। तभी वह उन्हें पकड़ लेता है। इस दौरान महिलाओं और दुकान के मालिक पर बीच हाथापाई भी होती है। हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं कि यह वीडियो महिलाओं की पिटाई से पहले का है या फिर बाद का।
The Women did this to themselves ! #Faisalabad pic.twitter.com/CfQfN7AhBS
— Tanzil Gillani (@TanzilGillani) December 8, 2021
Story Behind #Faisalabad #faisalabadincident pic.twitter.com/AqzHrJukz9
— Khokhar333 (@Akhokhar333) December 7, 2021
فیصل آباد پولیس نے رات 2 ملزمان کو گرفتار کرلیا تھا، مزید کاروائی کرکے پانچوں ملزمان کو گرفتار کر لیا گیا ہے۔اس واقعہ کی دیگر تمام پہلوؤں سے بھی تفتیش کی جا رہی ہے۔
— Punjab Police Official (@OfficialDPRPP) December 7, 2021
آئی جی پنجاب خواتین اور بچوں پر تشدد اور ہراسگی کے واقعات پر زیرو ٹالرنس پالیسی پر عمل پیرا ہیں۔ https://t.co/TnxbsmUBdZ pic.twitter.com/6T08YYvnuL
बता दें कि पंजाब पुलिस ने मंगलवार को अपने ट्विटर हैंडल पर उन पाँच आरोपितों की ब्लर फोटो साझा की है। उन्होंने लिखा, ”हमने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।”
पाकिस्तान में ऑन स्पॉट फैसला में विश्वास रखने वाले कट्टरपंथी मुस्लिमों की सोच आप इससे समझ सकते हैं कि एक जीते-जागते इंसान को वो इसलिए जिंदा जला देते हैं क्योंकि उसने एक किताब (इस्लाम मानने वालों के लिए पवित्र कुरान) और उसमें लिखे पैगंबर मोहम्मद की शान में गुस्ताखी (सिर्फ आरोप है, कहा तो यह गया कि वो अरबी-फारसी-उर्दू जानता ही नहीं था इसलिए इसमें से किसी भाषा में लिखे एक पन्ने को कुड़ेदान में फेंका) की।