मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के सुराना गाँव में हिंदू आबादी ने मुस्लिमों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए सामूहिक पलायन की धमकी दी। हालाँकि मामला संज्ञान में आते ही प्रशासन सक्रिय हो गई। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने स्थानीय प्रशासन की टीम को गाँव में भेजा और रिपोर्ट ली। प्रशासन की कार्रवाई के बाद हिंदू समुदाय ने अपने घरों पर लिखी गई मकान बेचने की सूचना को मिटा दिया है।
इस मामले के संज्ञान में आने पर रतलाम के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने दौरा किया और सामने जो बात आई है वह सामान्य मामलों का विवाद है। गृह मंत्री के निर्देश पर बुधवार (19 जनवरी) को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी गौरव तिवारी सहित अन्य प्रशासनिक अमला सुराना गाँव पहुँचा और लोगों को समझाया।
MP | “After an initial clash between 2 people in Surana village, Ratlam, which wasn’t much serious, SP & I went there. Action to be taken against the encroachment issue; temporary police chowki to be set up. No one needs to shift,” says Ratlam Collector Kumar Purushottam (19.01) pic.twitter.com/7aITnHF19n
— ANI (@ANI) January 20, 2022
रतलाम के कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा, “रतलाम के सुराना गाँव में 2 लोगों के बीच शुरुआती झड़प के बाद (जो ज्यादा गंभीर नहीं था) एसपी और मैं वहाँ गए। अतिक्रमण के मुद्दे के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश देते हुए अस्थायी पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई है। किसी को पलायन करने की आवश्यकता नहीं है।”
इससे पहले हिंदुओं की शिकायत के बाद शिवराज सरकार प्रशासन ने गाँव में अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों की नाप की और बुलडोजर चलाकर शहजाद अली द्वारा नाले पर बनाई गई छह दुकानें तोड़ दीं। इसके बाद पुलिस ने रात में गाँव में मयूर खान, शेरू उर्फ शेर अली व हैदर अली को हिरासत में लेकर इनके खिलाफ धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की।
गौरतलब है कि मंगलवार को सुराना गाँव में मुस्लिमों की प्रताड़ना से तंग होकर हिंदुओं ने गाँव छोड़ने की चेतावनी दी थी। गाँव के हिंदू परिवारों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि वह दुखी हैं, उनको अपनी जन्मभूमि छोड़ने को मजबूर किया जा रहा है। हिंदू परिवारों को कहना था कि दो पक्षों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि परेशान होकर गाँव छोड़ने की नौबत आ गई है, इसलिए सभी हिंदू परिवार सामूहिक पलायन करेंगे। यही नहीं, गाँव के कई हिंदू परिवारों ने अपने घरों के बाहर ‘मकान बिकाऊ है’ तक लिखवा दिया था।
गाँव वालों का आरोप था कि पुलिस उनकी मदद नहीं कर रही है। उल्टे उन्हीं के खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है। पीड़ित हिंदुओं ने आरोप लगाया कि पिछले दिनों जब विवाद हुआ तो वे इसकी शिकायत लेकर एसपी के पास गए। लेकिन, एसपी गौरव तिवारी ने उन्हें ही घर तोड़ने और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की धमकी दे दी थी। उन्होंने कहा है कि गाँव में हालात सामान्य हैं।