Tuesday, November 26, 2024
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64 दिन बाद 4 फुट गड्ढे में दलित लड़की की लाश, सपा वाले मंत्री का बेटा घेरे में: अखिलेश यादव के सामने माँ का ‘असफल’ आत्मदाह प्रयास

"रजोल (सपा सरकार वाले मंत्री का बेटा) ने घटना के दिन लड़की को झाँसा दे कर आश्रम में बुलवाया था। वहाँ उसके और भी साथी मौजूद थे। उन सभी ने मिल कर मृतका का गला घोंटा। मृत्यु हो जाने के बाद आरोपितों ने शव को कंबल में लपेट कर टैंक में दफना दिया।"

UP के लखनऊ में अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे आत्मदाह करने का प्रयास करने वाली दलित महिला की बेटी की लाश समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्यमंत्री के उन्नाव आश्रम से बरामद कर ली गई है। शव को शहर के दोस्तीनगर स्थित कब्बाखेड़ा दिव्यानंद आश्रम के पीछे सेप्टिक टैंक में कंबल में लपेटकर दफनाया गया था। इस मामले में आरोपित समाजवादी पार्टी की सरकार में राज्यमंत्री रहे दिवंगत फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह (राजू सिंह) हैं। उन पर युवती को गायब करने की रिपोर्ट 8 दिसम्बर 2021 को दर्ज करवाई गई थी। शव की बरामदगी 10 फरवरी 2022 को की गई है।

उन्नाव के एडिशनल SP ने इस मामले में बयान देते हुए बताया, “पिछले 8 दिसम्बर को एक युवती की गुमशुदगी दर्ज की गई थी। उसी की डेड बॉडी आज यहाँ से बरामद हुई है। इसमें बाद में FIR दर्ज कर ली गई थी। इसकी विवेचना CO सिटी (DSP नगर) द्वारा की जा रही थी। इसमें जिस पर संदेह था, उसको हमने गिरफ्तार किया था। साथ ही हम कुछ अन्य सूत्रों के अनुसार अपनी जानकारी कर रहे थे। उन्हीं के निष्कर्ष से आज यहाँ डेड बॉडी बरामद की गई है। इसमें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद हम आगे की कानूनी कार्रवाई करेंगे। जो लोग भी इस घटना में शामिल होंगे, उनको हम निश्चित तौर पर सज़ा दिलाएँगे।”

शव की बरामदगी के बाद पीड़िता की माँ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वो रोते हुए मीडिया से बात कर रही हैं।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस घटना को दुखद बताया है। उन्होंने लिखा, “उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला। परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे।”

सपा नेता का बेटा, दलित लड़की की गुमशुदगी, अब लाश

फ़तेहबहादुर सपा सरकार में सहकारी विभाग के चेयरमैन भी थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 8 दिसम्बर से बेटी के गायब होने के बाद पीड़ित माँ लगातार उसे तलाश कर रही थीं। इस मामले में आरोपित हाईप्रोफाइल था, जिसके कारण पुलिस भी काफी सतर्कता से आगे बढ़ रही थी। गुमशुदगी की शिकायत 11 जनवरी को FIR में बदल दी गई थी। इस केस में SC/ST एक्ट भी लगाया गया था।

न्याय में देरी होती देख कर पीड़ित माँ 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे कूद गई थीं। पीड़ित महिला को पेट्रोल डालते हुए अखिलेश यादव ने भी देखा था, ध्यान नहीं दिया। इसके बाद उनकी गाड़ी चली गई। वहाँ पर मौजूद यूपी पुलिसकर्मियों ने तब पीड़िता महिला को रोका था और किनारे ले आई थी। इसी के बाद पुलिस ने 25 जनवरी को सपा नेता के बेटे राजोल सिंह को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया था।

रजोल सिंह को 4 फरवरी के दिन पुलिस रिमांड पर लिया गया था। काफी प्रयासों के बाद भी उसने पुलिस को कुछ भी नहीं बताया। इस बीच पुलिस ने अपने सूत्रों से शव का पता लगा लिया। पुलिस टीम ने मौके पर जा कर खुदाई करवाई। युवती का शव लगभग 4 फीट नीचे दबा मिला। लड़की की माँ ने पुलिस पर शुरुआत में ढिलाई का आरोप लगाया। हालाँकि पुलिस ने इस आरोपों को ख़ारिज किया है।

एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक उन्नाव के पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिवेदी ने बताया, “रजोल ने घटना के दिन लड़की को झाँसा दे कर आश्रम में बुलवाया था। वहाँ उसके और भी साथी मौजूद थे। उन सभी ने मिल कर मृतका का गला घोंटा। मृत्यु हो जाने के बाद आरोपितों ने शव को कंबल में लपेट कर टैंक में दफना दिया। इस केस में अब हत्या समेत कई और धाराएँ भी बढ़ेंगी। जाँच के उपरान्त जो भी शामिल मिला, उस पर कठोर एक्शन लिया जाएगा।”

इस मामले में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने ट्विटर पर लिखा, “अखिलेश यादव जी, सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद। जब बेटी की माँ आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनी। और सपा नेता का संरक्षण करोगे? नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे? जाँच कर दोषी को दंड और पीड़ित को न्याय दिलाने में कसर नहीं छोड़ेंगे।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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