दक्षिणी दिल्ली (South Delhi) के मालवीय नगर इलाके में दो महीने की बच्ची की हत्यारी माँ ने इस मामले में एक नया खुलासा किया है। आरोपित माँ ने पुलिस को बताया कि उसे लगता था कि उसकी बेटी अनन्या कौशिक डायन है और उसके बेटे को मार डालेगी। इसके चलते उसने चलती वाशिंग मशीन में बच्ची को डालकर उसकी हत्या कर दी थी।
यही नहीं, 9 महीने अपनी कोख में रखने वाली हत्यारी माँ ने यह भी खुलासा किया कि मासूम को मौत की नींद सुलाने के बाद उसके शव को 16 घंटे तक पलंग पर लिटाकर रखा था। हत्या के बारे में किसी को पता ना चल जाए इस डर से बच्ची के शव को उसने करीब एक घंटे पहले ओवन में छिपा दिया था।
वहीं, पुलिस का कहना है कि बच्ची की हत्या चलती वाशिंग मशीन में डालकर नहीं, बल्कि मुँह दबाकर की गई है। दक्षिण जिला डीसीपी बेनीटा मेरी जैकर ने बताया कि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची की हत्या मुँह दबाकर हुई है। उसके शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं।
दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि डिंपल दूसरा बच्चा लड़की होने से परेशान थी, इसलिए उसने अनन्या की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपित महिला को गुरुवार (24 मार्च, 2022) को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेगी, ताकि इस मामले से जुड़ा सच बाहर आ सके।
आरोपित डिंपल गुलशन कौशिक की पत्नी है। गुलशन का परिवार भैरो चौक चिराग दिल्ली गाँव में रहता है। परिवार में पत्नी डिंपल कौशिक के अलावा उसका चार वर्ष का बेटा और दो महीने की बेटी अनन्या कौशिश थी। साथ में गुलशन की माँ व भाई भी रहते हैं। उनकी दूसरी मंजिल पर पड़ोसी के घर में कैमरा लगा हुआ है, लेकिन आरोपित डिंपल ने उसको घुमा दिया था, ताकि बच्ची को ले जाते हुए वह कैमरे में कैद न हो पाए।
क्या है पूरा मामला
21 मार्च की दोपहर करीब तीन बजे डिंपल ने बच्ची की हत्या करने के बाद उसे दूसरी मंजिल पर रखे एक खराब ओवन में डाल दिया था। इसके बाद वह पहली मंजिल पर आकर कमरा बंद कर लेती है और अपने चार वर्ष के बेटे को पीटने लगी। ग्राउंड फ्लोर पर किराना की दुकान पर बैठे पति, सास व देवर ने जब शोर की आवाज सुनी तो वे ऊपर गए, उन्होंने देखा कि डिंपल अपने बेटे को पीट रही थी। उन लोगों ने दरवाजा तोड़ा और अंदर जाकर बेटे को बचाया। इसके बाद डिम्पल बेहोश हो गई।
उसे अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल जाकर पता लगा कि उसने बेहोश होने का नाटक किया था। तभी परिजनों ने बच्ची को ढूँढना शुरू किया। काफी कोशिशों के बाद बच्ची उन्हें दूसरी मंजिल पर रखे माइक्रोवेब ओवन में मिली थी।