Wednesday, November 27, 2024
Homeदेश-समाजयासरखान पठान के परिजनों ने दलित लड़की से किया रेप, बुर्का पहनने और कुरान...

यासरखान पठान के परिजनों ने दलित लड़की से किया रेप, बुर्का पहनने और कुरान पढ़ने को भी मजबूर किया: विदेश भेजने का लालच देकर फाँसा था

सोशल मीडिया के जरिए यासरखान पठान दो साल पहले 2020 में 24 साल की हिंदू पीड़िता से मिला। लड़की अनुसूचित जाति, यानी कि दलित समुदाय से है। धीरे-धीरे उसने पीड़िता के साथ बातचीत शुरू की और उसे अपने झूठे प्रेम के जाल में फँसा लिया।

देश में ‘लव जिहाद’ को रोकने के लिए कड़े कानूनों को बनाया गया है। लेकिन फिर भी इस तरह के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला गुजरात के नडियाद का है, जहाँ एक यासरखान पठान नाम के आऱोपित ने सोशल मीडिया के जरिए हिंदू लड़की को फँसाया। फिर उसे विदेश भेजने का लालच देकर उसका शारीरिक शोषण किया। इस मामले में पुलिस ने 10 में से 8 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। हालाँकि, इसका मास्टरमाइंड यासरखान पठान और उसका एक साथी अभी भी फरार है।

कट्टरपंथी मानसिकता वाले इन अपराधियों की करतूत का खुलासा उस वक्त हुआ जब पीड़िता के परिवार ने पुलिस में यासरखान पठान, जाबिरखान पठान (आरोपित का अब्बू), फैजलखान पठान (आरोपित का भाई), शहनाज खान पठान (आरोपित की अम्मी), सुरैयाखान पठान, फरदीनखान सैयद, फरीदबानु मालेक, नदीम मालेक, जय कदम और एक अन्य आरोपित के खिलाफ शिकायत की। पीड़ित परिवार ने पुलिस को बताया कि कैसे यासरखान पठान ने उनकी बेटी को अपने जाल में फंसाकर उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोशल मीडिया के जरिए यासरखान पठान दो साल पहले 2020 में 24 साल की हिंदू पीड़िता से मिला। लड़की अनुसूचित जाति, यानी कि दलित समुदाय से है। धीरे-धीरे उसने पीड़िता के साथ बातचीत शुरू की और उसे अपने झूठे प्रेम के जाल में फँसा कर डेट करने लगा। इस बीच एक दिन पीड़िता ने उसे बताया कि वो विदेश से नर्सिंग की स्टडी करना चाहती है। बस फिर क्या आरोपित ने पीड़िता को बहला फुसलाकर पीड़िता को विदेश भेजने का वादा किया। आरोप है कि यासरखान ने पीड़िता से 5 लाख रुपए की चोरी कर कथित तौर पर उसके लिए कुछ दिनों के लिए दुबई का महिला वीजा प्राप्त किया।

हालाँकि, उसे वीजा नहीं मिला तो उसने अकेले ही पाड़िता को भेज दिया। पीड़िता वहाँ 15 दिनों तक रही, बाद में आरोपित उसे वहाँ से वापस नाडियाद ले आया। खुद किराए के मकान में रहने लगा। आरोप है कि जब आरोपित नहीं था तो उसकी अनुपस्थिति का फायदा उठाकर उसके परिवार के लोगों ने पीड़िता का शारीरिक शोषण किया।

नमाज पढ़ने के लिए किया मजबूर

आरोपितों ने पीड़िता को बुर्का पहनने और नमाज पढ़ने के लिए भी मजबूर किया। लेकिन, जब पीड़िता इस अत्याचार को सहन नहीं कर सकी तो वो अपने माता-पिता के पास वापस चली गई, लेकिन वे भी उसे वापस घर में लेने को तैयार नहीं थे। जब पीड़िता ने अपने साथ की गई बर्बरता के बारे में बताया तो उसके माता-पिता ने नाडियाद टाउन थाने में शिकायत दर्ज कराई।

पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि आरोपित ने झूठ बोला था कि उनकी बेटी पोलैंड में हैं। उसने पीड़िता के पिता को फोन पर टिकट भी दिखाया था। पीड़िता ने अपने परिजनों को पोलैंड जाने के बारे में बताया तो उन्होंने अपने गहनों को गिरवी रखकर 5 लाख रुपए जुटाए। कथित तौर पर पीड़िता ने भी अपनी सोने की चेन को बेच दिया था। बहरहाल, 8 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो अन्य की तलाश की जा रही है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

यूनुस सरकार के वकील ने ISKCON को बताया ‘कट्टरपंथी संगठन’, बैन करने की बनाई है योजना: संत को किया है गिरफ्तार

बांग्लादेश की युनुस सरकार ने ISKCON को 'कट्टरपंथी' बताया है। उन्होंने कोर्ट में बताया है कि ISKCON को बैन करने की कार्रवाई पहले से चल रही है।

संभल हिंसा में मुस्लिम महिलाओं के 3 प्लान: (i) दंगाइयों की रक्षा (ii) पुलिस को निष्क्रिय करना (iii) पत्थर-बोतलें फेंकना – रुकैया, फरमाना, नजराना...

संभल हिंसा के साजिशकर्ताओं ने मुस्लिम महिलाओं को समझाया था कि जब पुलिस पत्थरबाजों का पीछा करे, तब वो सामने खड़ी हो जाएँ।
- विज्ञापन -