अब तक के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका (Sri Lanka) में पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया है। रविवार (3 मार्च 2022) को देर रात बैठक के बाद प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के बेटे नमल सहित सभी मंत्रियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दिया। हालाँकि प्रधानमंत्री खुद अभी पद पर बने हुए हैं।
#BREAKING Sri Lanka’s cabinet resigned en masse from their positions at a late-night meeting, the education minister said pic.twitter.com/nhhCDzZ3vo
— AFP News Agency (@AFP) April 3, 2022
नमल राजपक्षे ने युवा और खेल मंत्री के पद से इस्तीफा देते हुए ट्वीट किया, “मैंने तत्काल प्रभाव से सभी विभागों से अपने इस्तीफे के बारे में राष्ट्रपति को सूचित कर दिया है। उम्मीद है कि इससे लोगों और श्रीलंका की सरकार को देश में स्थिरता स्थापित करने में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सहायता होगी। मैं और मेरी पार्टी अपने मतदाताओं के लिए प्रतिबद्ध है।”
I have informed the sec. to the President of my resignation from all portfolios with immediate effect, in hope that it may assist HE & PMs decision to establish stability for the people & the govt of #LKA. I remain committed to my voters, my party & the people of #Hambanthota.
— Namal Rajapaksa (@RajapaksaNamal) April 3, 2022
बनेगी सर्वदलीय सरकार
डेली मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम ने मौजूदा हालातों को लेकर राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से कोलंबो में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने तत्काल राजनीतिक स्थिरता लाने के लिए सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनाने पर सहमति व्यक्त की। इससे पहले विमल वीरावांसा और उदय गम्मनपिला सहित 11 पार्टी गठबंधन के सदस्यों ने रविवार (3 अप्रैल 2022) सुबह दोनों नेताओं से मुलाकात की थी और अंतरिम सरकार बनाने का प्रस्ताव रखा था।
इधर श्रीलंकाई पुलिस ने केंद्रीय प्रांत में कर्फ्यू के बीच सरकार के विरोध में उतरे पेराडेनिया विवि के छात्रों व शिक्षकों पर आँसू गैस के गोले दागे। छात्रों ने आरोप लगाया कि कागज की कीमत बढ़ने से परीक्षाएँ नहीं कराई जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि श्रीलंका में लोग लंबे समय तक बिजली की कटौती और आवश्यक वस्तुओं की कमी को झेल रहे हैं। सरकार की कमजोर कार्यप्रणाली ने जनता को नाराज कर दिया है, जिसके बाद रविवार को देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन की योजना बनाई गई थी।
श्रीलंका में हालात बदतर होते जा रहे हैं। देश में रोजमर्रा की जरूरत के सामान की कीमतें आसमान छू रही हैं। महँगाई का आलम ये है कि देश में आलू का भाव 200 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुँच गए हैं। देश में पेट्रोल-डीजल की किल्लत के चलते दूध की सप्लाई नहीं हो पा रही है और एक किलोग्राम मिल्क पाउडर की कीमत 1900 रुपए तक पहुँच गई है। एक अंडा 30 रुपए में मिल रहा है।
देश में एक किलोग्राम चावल की कीमत 220 रुपए तक पहुँच गई है। नारियल के तेल के दाम 850 रुपए प्रति लीटर से ऊपर है। चीनी 240 रुपए किलो में मिल रही है। मिर्च 700 रुपए किलो में बिक रही है। यहाँ तक कि 1 कप चाय 100 रुपए की मिल रही है। 400 ग्राम के दूध का पैकेट 790 रुपए में मिल रहा है। सभी वस्तुओं की कीमतें श्रीलंकाई रुपए में है।