Thursday, November 28, 2024
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हाजी इकबाल की 21 करोड़ की संपत्ति जब्त करेगी UP पुलिस, नौकर के नाम 3 चीनी मिल और 600 बीघा जमीन का किया था ‘खेल’

हाजी इकबाल के खेतों में काम करने वाले नसीम के नाम 3 चीनी मिलें और 600 बीघा जमीन का पता प्रशासन को चला था। नसीम से पहले हाजी इकबाल के खास माने जाने वाले...

बहुजन समाज पार्टी के पूर्व MLC हाजी इकबाल की कई बेनामी सम्पत्तियों को सहारनपुर पुलिस जब्त करने जा रही है। ये सम्पत्तियाँ हाजी इकबाल ने अपने नौकर नसीम के नाम कर रखी थीं। जब्त होने जा रही सम्पत्तियों की कुल कीमत 21 करोड़ के आस-पास है।

जब्तीकरण के मामले में यह उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है। यह जानकारी सहारनपुर पुलिस ने 29 अप्रैल 2022 (शुक्रवार) को दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन सम्पत्तियों को गैंगस्टर एक्ट 14 (1) के तहत जब्त किया जाएगा। इन प्रॉपर्टी में मिर्जापुर क्षेत्र के शाहपुर गाड़ा, फतेहपुर टांडा व सफीपुर गाँव में बगीचे और जमीनें हैं। नसीम को इसी अप्रैल की 21 तारीख़ को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

हाजी इकबाल के खेतों में काम करने वाले नसीम के नाम 3 चीनी मिलें और 600 बीघा जमीन का पता प्रशासन को चला था। नसीम से पहले हाजी इकबाल के खास माने जाने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख राव लईक को हिरासत में लिया गया था। लेकिन गैंगस्टर एक्ट लगा होने के बाद भी उसे 2 हफ्ते में जमानत मिल गई थी।

सहारनपुर के SSP आकाश तोमर ने ऑपइंडिया को जानकारी देते हुए इसे प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी जब्तीकरण की कार्रवाई बताया। गौरतलब है कि हाजी इकबाल के खिलाफ ED मायावती सरकार में चीनी मीलों की बिक्री घोटाले से जुड़ी जाँच कर रही है। CBI ने वर्ष 2019 में हाजी इकबाल के खिलाफ केस भी दर्ज किया था। आपको बता दें कि हाजी इक़बाल ग्लोकल यूनिवर्सिटी के संस्थापक भी हैं, जो लगभग 700 एकड़ में बनी हुई है।

सप्ताह भर पहले 7 करोड़ रुपए की जमीन मुक्त

SSP आकाश तोमर द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इससे पहले इसी महीने की 22 तारीख को समीम, परवेज़ और खालिद के कब्ज़े से 7 करोड़ रुपए मूल्य की जमीन मुक्त करवाई गई थी। यह जमीन सरसावा थानाक्षेत्र के गाँव रपरौली में थी, जिसका क्षेत्रफल लगभग 220 बीघा था।

220 बीघे जमीन को मुक्त करने के दौरान राजस्व विभाग के भी अधिकारी मौजूद रहे थे। कब्ज़े के आरोपितों पर जरूरी कानूनी कार्रवाई भी की गई थी। कब्ज़ा हटाने के लिए बुलडोजर का भी प्रयोग किया गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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