झारखंड में कुछ जिलों में हिंदुओं के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। हजारीबाग (Hazaribagh, Jharkhand) जिले के मुस्लिम बहुल सिरमा गाँव में रहने वाले वाले एक हिंदू परिवार ने प्रताड़ना तंग आकर अपने घर पर ताला लगा दिया है।
यह हिंदू परिवार बड़कागाँव के नापोखुर्द पंचायत अंतर्गत बरवनिया गाँव में अपने रिश्तेदार हीरालाल साव के घर रह रहा है। घटना के बाद से परिवार काफी डरा हुआ है। यहाँ तक पीड़ित लडकी ने स्कूल तक जाना भी बंद कर दिया है। हालाँकि, मुखिया के बेटे मोहम्मद वसीम अंसारी ने 23 अगस्त को पॉस्को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इसके बाद भी पीड़ित परिवार वापस अपने गाँव नहीं जाना चाहता है।
दरअसल, इस गाँव की हिंदू परिवार की महिलाओं को मुस्लिमों ने कान पकड़वाकर बीते दिनों उठक-बैठक कराया था। इतना ही नहीं, परिवार वालों पर इस्लाम अपनाने (Religious Conversion in Islam) का भी दबाव बनाया गया। गाँव की विधवा महिला और लड़की की माँ किरण देवी का आरोप है कि 10 अगस्त की रात को मुखिया इशरत जहाँ का बेटा वसीम दर्जनों लोगों के जबरन उनके घर में घुस गया और उनकी बेटियों को अगवा करके ले गया।
किरण देवी ने यह भी आरोप लगाया था कि बाहर बारिश में भरी पंचायत में उनकी दोनों नाबालिग बेटियों के साथ गाली-गलौच और अश्लीलता की गई। उन्हें थप्पड़ मारे गए और कान पकड़वाकर सबके सामने उठक-बैठक कराई गई। इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया गया।
दरअसल, आरोपितों ने पीड़िता पर आरोप लगाया था कि जब वे पाकिस्तान का झंडा लहरा रहे थे तब उसने वीडियो बना लिया था और उसे वायरल कर दिया था। इसके बाद से वे हिंदू परिवार को प्रताड़ित करने लगे। आरोपितों ने पीड़ित परिवार को धमकी दी थी कि उनका पूजा-पाठ बंद करवा दिया जाएगा।
माननीय @AmbaPrasadINC जी,आपसे उम्मीद न थी की फोटो अपॉर्चुनिटी के लिए आप बड़कागांव में जबरन धर्मांतरण का प्रयास की शिकार हो चुकी नाबालिग बच्ची का प्रयोग करेंगी।इस बच्ची ने स्पष्ट किया की आप खुद राखी लेकर आई थी और इस बच्ची से अल्पसंख्यक समुदाय के युवक को जबरदस्ती राखी बन्धवाया। pic.twitter.com/v7fy4Mp46X
— Pratul Shah Deo (@pratulshahdeo) August 22, 2022
पीड़िता और उसकी माँ ने थाने में शिकायत कर मोहम्मद वसीम समेत अन्य पर मामला दर्ज करवाया था। इसके बाद हिंदू लड़की को अपनी बहन और विधवा माँ के साथ अपना घर छोड़ने और फूफा के घर रहने के लिए मजबूर किया गया है।
वहीं, हिंदू संगठनों ने जब इस मामले का विरोध किया तो 21 अगस्त को कॉन्ग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद पीड़िता के घर पहुँचे। आरोप है कि उन्होंने जबरन पीड़िता से मुस्लिम युवकों को राखी बँधवाई और कहा कि ‘प्रशासन कब तक तुम्हारे साथ रहेगा। तुम्हें इन्हीं लोगों के साथ रहना है’।
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि कॉन्ग्रेस विधायक ने उन्हें धमकी दी कि अगर वे इस मामले को पुलिस के पास ले गए तो उन्हीं लोगों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, कुछ स्थानीय लोगों ने भी पीड़ित परिवार को इस केस में आरोपितों के साथ ‘सहयोग’ करने के लिए धमकाया।
Mohd Waseem and his gang molested minor girls from a minority Hindu family in the village. The victims were made to tie rakhis on their wrist by villagers. Incident from Jharkhand pic.twitter.com/QPUHgowLpE
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) August 26, 2022
बता दें कि आरोपितों में मुखिया इशरत जहाँ के पुत्र मोहम्मद वसीम, शजीबुल्ला, मोहम्मद नाजिम, मोहम्मद तकिब, मोहम्मद आसिफ समेत 5 अज्ञात लोगों का नाम शामिल है। पुलिस ने इनमें मोहम्मद नदीम और मोहम्मद साकिब को गिरफ्तार कर लिया है।
सिरमा गाँव में हिंदुओं के दो-तीन परिवार ही रहते हैं। जिस परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है उसमें दो नाबालिग लड़कियाँ, एक छोटा भाई और उनकी विधवा माँ है। उनके पिता की मौत हो चुकी है।