Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाजएक से शादी, एक को मार कर जंगल में फेंका, कई को बेचा: ST...

एक से शादी, एक को मार कर जंगल में फेंका, कई को बेचा: ST बन जनजातीय लड़कियों को फँसाता था अरबाज आलम, बीवी भी करती थी मदद

अरबाज आलम जनजातीय लड़कियों को अपने जाल में फँसाने के लिए कई हथकंडे अपनाता था। सोशल मीडिया पर कई फर्जी नाम से प्रोफाइल बना रखे थे। अब तक पुलिस को उसके आर्यन मुर्मू, आर्यन सोरेन और आर्यन हेंब्रम जैसे नाम रखने की जानकारी मिली है।

झारखंड के साहिबगंज में जनजातीय युवती सुशीला हांसदा की हत्या मामले में गिरफ्तार अरबाज आलम को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार वह कई जनजातीय लड़कियों को अलग-अलग शहरों में बेच चुका है। इन लड़कियों को वह खुद को ST बताकर प्रेमजाल में फँसाता था। उसकी बीवी रेहिना भी जनजातीय वर्ग से ही आती है। निकाह से पहले उसका नाम मिसलता टुडू था। बताया जाता है कि अरबाज के अपराधों में वह भी मददगार रही है।

12 जनवरी 2022 को 26 साल की सुशीला की जली हुई लाश जंगल में मिली थी। करीब 14 महीने बाद इस मामले में अरबाज, उसकी बीवी सहित चार को गिरफ्तार किया गया था। यह बात सामने आई थी कि सुशीला को अरबाज बेचना चाहता था। जब इसकी भनक सुशीला को लग गई तो उसने पहले उसकी हत्या कर दी। फिर जंगल में लाश को ठिकाने लगा दिया।

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार अरबाज ने पुलिस के आगे अपना गुनाह कबूल किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जनजातीय लड़कियों को अपने जाल में फँसाने के लिए अरबाज कई हथकंडे अपनाता था। खुद को लड़कियों के समुदाय का ही बताता था। इसके लिए वह सोशल मीडिया का भी प्रयोग करता था। उसने कई फर्जी नाम से प्रोफाइल बना रखे थे। अब तक पुलिस को उसके आर्यन मुर्मू, आर्यन सोरेन और आर्यन हेंब्रम जैसे नाम रखने की जानकारी मिली है। पुलिस के मुताबिक अरबाज की बीवी रेहिना उर्फ मिसलता अपने शौहर के गलत कामों में पूरा साथ दिया करती थी।

रेहिना उर्फ मिसलता शादीशुदा और बाल-बच्चेदार थी। उसने अपने पति और बच्चों को छोड़ कर अरबाज से शादी की थी। शादी बाद अरबाज ने उसका नाम बदल दिया। धीरे-धीरे वह अरबाज के अपराधों में भी शरीक हो गई। फिलहाल वह भी पुलिस की गिरफ्त में है। सुशीला भी शादीशुदा थी जो अपने पति से अलग रहा करती थी। अरबाज ने सुशीला से भी शादी का वादा किया था।

जाँच के दौरान झारखंड पुलिस ने अरबाज द्वारा पहले से बेची गई 2 जनजातीय लड़कियों को आज़ाद भी करवाया है। दोनों को उत्तर प्रदेश के बरेली में उनसे कहीं अधिक उम्र के लोगों के हाथ बेच दिया गया था। बचाई गई एक लड़की दुमका जिले की है तो दूसरी गोड्डा की। सुशीला का वह 50 हजार रुपए में सौदा करने की फिराक में था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कानपुर में 120 मंदिर बंद मिले: जिन्होंने देवस्थल को बिरयानी की दुकान से लेकर बना दिया कूड़ाघर… वे अब कह रहे हमने कब्जा नहीं...

कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने एलान किया है कि सभी मंदिरों को कब्ज़ा मुक्त करवा के वहाँ विधि-विधान से पूजापाठ शुरू की जाएगी

नाम अब्दुल मोहसेन, लेकिन इस्लाम से ऐसी ‘घृणा’ कि जर्मनी के क्रिसमस मार्केट में भाड़े की BMW से लोगों को रौंद डाला: 200+ घायलों...

भारत सरकार ने यह भी बताया कि जर्मनी में भारतीय मिशन घायलों और उनके परिवारों से लगातार संपर्क में है और हर संभव मदद मुहैया करा रहा है।
- विज्ञापन -