मध्य प्रदेश के इंदौर में धर्मांतरण के लिए प्रलोभन तथा धमकी देने का मामला सामने आया है। आरोप है कि राहुल बरगुंडा नामक व्यक्ति हिंदू धर्म को ‘नीच’ बताते हुए लोगों को बरगला रहा था और धर्मांतरण के लिए 1-1 लाख रुपए नकद देने व रोग ठीक करने की बात कर रहा था। मामला गुरुवार (23 मार्च 2023) का है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इंदौर के खुड़ैल थाना क्षेत्र में राहुल बरगुंडा नामक ईसाई युवक ग्रामीणों को धर्मांतरण के लिए बरगला रहा था। उसने एक घर में करीब 24 लोगों को इकट्ठा किया था, जहाँ भोले-भाले ग्रामीणों को ईसाई बनाने के लिए 1-1 लाख रुपए देने की बात कह रहा था। बरगुंडा पर आरोप है कि उसने हिंदू धर्म और देवी-देवताओं को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है।
लोगों को धर्मांतरण का शिकार बनाने के लिए राहुल कहता था, “हिंदू धर्म नीच है। इस धर्म का विकास नहीं हो पाएगा। तुम लोग इस धर्म में कभी भी सुखी नहीं रह पाओगे। यीशु का यह संदेश है कि उनकी शरण में आने से सब ठीक हो जाएगा। प्रभु यीशु ही सत्य है। उसकी शरण में आ जाओ, नहीं तो सब लोग तड़प-तड़प कर मर जाओगे। जल्द ही बहुत सारी बीमारियाँ आने वाली हैं। प्रभु यीशु ने सबके लिए स्वर्ग की सीढ़ी भेजी है। ईसाई में शामिल हो जाओ। यहाँ सबका स्वागत है।”
धर्मांतरण के लिए लोगों को बरगलाने और हिंदू धर्म का अपमान करने की जानकारी मिलने के बाद तेलिया खेड़ी निवासी रोहित कनोसिया ने शिकायत की। रोहित ने पुलिस को बताया है कि आरोपित राहुल बरगुंडा धर्मांतरण कराने के उद्देश्य से बीते कई दिनों से इस क्षेत्र में आ रहा है। वह लोगों से कहता था कि वह उनके रोग ठीक कर सकता है और उन्हें पैसे दिलवा सकता है।
वह मिशनरी स्कूल में मुफ्त में पढ़ाई और हॉस्पिटल में फ्री में इलाज का भी वादा करता था। आरोपित राहुल की हिंदू विरोधी बातें और धर्मांतरण की गतिविधियों से तंग आकर रोहित कनोसिया ने इसकी जानकारी हिंदूवादी संगठन के साथियों को दी। इसके बाद लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस ने धर्मांतरण के लिए दवाब बनाने के आरोपित राहुल बरगुंडा के खिलाफ मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, टीआई अजय गुर्जर का कहना है कि आरोपित राहुल से पूछताछ की जा रही है। वह हिंदू से ईसाई बना है। उसके धर्मांतरण के पीछे किसका हाथ है, इसकी भी जाँच की जाएगी।
इससे पहले गत 5 मार्च 2023 को भी खुड़ैल थाना क्षेत्र से धर्मांतरण का एक और मामला सामने आया था। यहाँ पीड़ित ने क्रिस नार्मन बेबर्ता नामक ईसाई युवक पर धर्मांतरण के लिए दवाब बनाने तथा डराने का आरोप लगाया था। पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की।