Sunday, November 17, 2024
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‘देबबंदी है मुख़्तार अंसारी का परिवार, बरेलवी मुस्लिमों को बताता है कबरपुजवा’: माफिया के इलाके के हैदर अली का खुलासा, गाँव का दरवाजा अभी भी अब्बा के नाम पर

हैदर अली के मुताबिक, पूर्वांचल के मुस्लिमों के लिए मुख़्तार ऐसा कलंक है कि लोग उसे पीठ पीछे गंदी-गंदी गालियाँ देते हैं। उन्होंने हमसे कहा कि अगर आप पत्रकार के अलावा सामान्य रूप में मुस्लिमों के बीच जाएँ तो वो मुख़्तार अंसारी का असली सच बताएँगे।

माफिया मुख़्तार अंसारी को अब कपिलदेव सिंह हत्याकांड में कोर्ट के फैसला के सामना करना है। यह हत्याकांड साल 2009 का है, जब मुख़्तार पर जेल में बैठ कर साजिश रचने का आरोप लगा था। शनिवार (20 मई, 2023) को गाजीपुर की MP/MLA कोर्ट में इस केस पर फैसला आने वाले 13 जून तक टाल दिया है। इस बीच ऑपइंडिया ने मुख़्तार के गृहक्षेत्र गाजीपुर से ग्राउंड रिपोर्ट कर के उसके आपराधिक इतिहास की पड़ताल की थी।

इस पड़ताल में हमारी मुलाकात समाजवादी पार्टी के नेता हैदर अली उर्फ़ टाइगर से हुई। उन्होंने मुख़्तार और अफ़ज़ाल अंसारी को उनके अब्बा के समय से जानने का दावा करते हुए कई नए खुलासे किए।

मुख़्तार नहीं बल्कि शिवपूजन राय के नाम से चर्चित हो मोहम्मदाबाद

हैदर अली उर्फ़ टाइगर गाजीपुर के ही थाना क्षेत्र करीमुद्दीनपुर में गाँव महेन के रहने वाले हैं। यह गाँव मुस्लिम बहुल है। मुख़्तार अंसारी का घर मोहम्दाबाद उनके गाँव के पास ही है। हैदर अली ने मोहम्दाबाद को ऐतिहासिक जगह बताते हुए कहा कि वो जगह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिवपूजन राय के नाम से चर्चित होनी चाहिए, जिनके नेतृत्व में सभी धर्मों के लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ आज़ादी की लड़ाई लड़ी।

मुख़्तार के वामपंथी अब्बा के नाम पर अभी भी एंट्री गेट

फ़िलहाल मोहम्मदाबाद में इंट्री के समय सुबहानुल्लह अंसारी का बोर्ड लगा है। हैदर अली ने बताया कि सुबहानुल्लह मुख़्तार के अब्बा थे जो कभी एक बार मोहम्मदाबाद नगर पालिका के चेयरमैन थे। बोर्ड को नया बताते हुए हैदर अली ने कहा कि मुख़्तार के अब्बा वामपंथी थे और गेरुए कपड़े में दिखाई देते थे। उन्होंने यह भी बताया कि मुख़्तार के घर से कोई फौजी नहीं और ऐसी खबरें मनगढ़ंत हैं। साथ ही उन्होंने मुख़्तार अंसारी के खानदानी रईस होने जैसी खबरों को भी सरासर झूठ बताते हुए कहा कि अफ़ज़ाल अंसारी सिनेमा हाल पर नौकरी किया करता था।

सुबहानुल्लह अंसारी द्वार, मोहम्मदाबाद, गाज़ीपुर

पत्रकारों ने फैलाया मुख़्तार के बारे में झूठ

हैदर अली ने अपनी बातचीत में हमें आगे बताया कि पत्रकारों ने मुख़्तार के बारे में काफी झूठी बातें फैलाई हैं। अली ने मुख़्तार पर गरीबों का झगड़ा किसानों से करवाने का आरोप लगाते हुए बताया कि इसके बावजूद मीडिया वाले उसे अच्छा बताते रहे। हैदर अली के मुताबिक, पूर्वांचल में हिन्दुओं और मुस्लिमों के बीच फैली वैमनस्यता का सबसे बड़ा जिम्मेदार मुख़्तार अंसारी है। बकौल हैदर अली, मुख़्तार एक सिद्धांतहीन है व्यक्ति है जो जिसकी सत्ता आती है उसी के साथ चल देता है। अली ने यह भी कहा कि उन्हें मुख़्तार से नहीं सिर्फ अल्लाह से डर लगता है।

हैदर अली ने मुख़्तार और अफ़ज़ाल पर गाजीपुर जिले के अन्य मुस्लिम नेताओं के राजनीतिक करियर को खत्म करने का आरोप लगाया। इस आरोप के समर्थन में अली ने खुद के अलावा यूनुस खाँ, हसनू खाँ, खुर्शीद और इश्तियाक अंसारी का नाम लिया। उन्होंने कहा कि यूनुस खाँ से तो अंसारी बंधुओं ने पैसे भी लिए थे, लेकिन उन्हें हरा दिया। अली ने कहा, “मुस्लिमों का राजनीति में सबसे बड़ा दुश्मन यही परिवार है। ये नहीं चाहता कि कोई और मुस्लिम आगे बढ़े।”

‘मैं खुद में मजबूत इसलिए ज़िंदा रहा’

हैदर अली ने हमें बताया कि मुख़्तार ने उनसे भी दुश्मनी की थी लेकिन वो खुद में मजबूत थे इसलिए सलामत रहे। खुद को पठान बताते हुए हैदर ने कहा कि जो भी मुख़्तार का समर्थक हो वो बताए कि क्या उसने पढ़ाई-लिखाई का कोई केंद्र या अस्पताल आदि खोला? उन्होंने आगे कहा कि मुख़्तार पूर्वांचल के मुस्लिमों के लिए सबसे बड़ा नासूर है। अली के मुताबिक, अफ़ज़ाल के कहने पर मुलायम सिंह की सरकार में उनके घर और यहाँ तक कि जानवरों तक की कुर्की करवा दी गई थी। हैदर अली का दावा है कि उनके बुरे समय में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय ने उनकी मदद की थी।

हैदर अली ने हमें आगे बताया कि मुख़्तार अंसारी अपने डर का झूठा प्रचार करवाने के लिए खाली बैठे निठल्लों को पैसे देता है। उन्होंने बताया कि वो निठल्ले गली-कूचे के चौराहे पर बैठ कर तम्बाकू बनाते हुए और चाय पीते हुए मुख़्तार अंसारी का महिमामंडन करते हैं। दावा है कि इस झूठे महिमामंडन में योगी आदित्यनाथ से मुख़्तार की बातचीत होना भी शामिल होता है। इन निठल्लों के प्रचार को ‘माउथ मीडिया’ बताते हुए हैदर अली ने कहा कि वही लोग मुख़्तार से दरोगा और SP तक डरने की चर्चा झूठ-मूठ में किया करते हैं जो कि मुख़्तार के बालू की दीवार जैसे साम्राज्य को खड़ा रखी थी।

पीठ पीछे मुस्लिम ही देते हैं गालियाँ

हैदर अली के मुताबिक, पूर्वांचल के मुस्लिमों के लिए मुख़्तार ऐसा कलंक है कि लोग उसे पीठ पीछे गंदी-गंदी गालियाँ देते हैं। उन्होंने हमसे कहा कि अगर आप पत्रकार के अलावा सामान्य रूप में मुस्लिमों के बीच जाएँ तो वो मुख़्तार अंसारी का असली सच बताएँगे। हालाँकि, इसके बावजूद मुख़्तार को ही वोट देना हैदर अली ने मुस्लिमों की मजबूरी बताया। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के मन में भाजपा के खिलाफ इतना जहर भर दिया गया है कि वो सपा या बसपा में ही वोट देते हैं और मुख़्तार जीत जाता है।

अली ने यह भी कहा कि उन्हें मुख़्तार से नहीं सिर्फ अल्लाह से डर लगता है।

मौलवी नहीं हैं सिगबतुल्लाह अंसारी

हैदर अली ने बताया कि सिगबतुल्लाह अंसारी कोई मौलवी नहीं है, बस उनका पहनावा और रूप-रंग उस तरह का है। उन्होंने सिगबतुल्लाह को पहले कहीं क्लर्क की नौकरी करने वाला बताया। अली ने आगे कहा कि ये लोग बस यही चाहते हैं कि पूर्वांचल में कहीं भी मुस्लिमों को ले कर कुछ अच्छी बात हो तो उसमें केवल मुख़्तार अंसारी के कुल-खानदान वालों का ही नाम लिया जाए। अली ने मऊ दंगों में भी मुख़्तार की भूमिका को नकारात्मक बताया।

हैदर अली के अनुसार, अफ़ज़ाल अंसारी की सांसदी खत्म होने पर पूर्वांचल के मुस्लिमों को कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने यह भी बताया कि अफ़ज़ाल कोई ‘रहबर’ नहीं है जो उनके लिए कोई दुःख जताएगा। अली ने अंत में अफ़ज़ाल के लिए ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ वाली कहावत कही। उन्होंने दावा किया कि मुख़्तार और अफ़ज़ाल को मिली सजा से क्षेत्र के कई मुस्लिम इस बात को ले कर खुश हैं कि अब उन्हें भी राजनीति में आने का मौका मिल सकता है।

देवबंदी मुस्लिम है मुख़्तार, बरेलवियों को कहता है कबरपुजवा

हैदर अली ने मुख़्तार अंसारी के परिवार को देवबंदी मुस्लिम बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख़्तार बरेलवी मुस्लिमों को ‘कबरपुजवा’ (कब्र की पूजा करने वाला) कहता है।

अफ़ज़ाल अंसारी की राजनीति में एंट्री किसी कादरी के किसी कारण से चुनाव से हटने की वजह से बताते हुए हैदर अली ने कहा कि मुख़्तार के खानदान में सारा पैसा अपराध से आया है। उन्होंने मुख़्तार के खानदानी रईस होने की खबरों को सरासर बेबुनियाद बताया। मुख़्तार के अपराध में उन्होंने गुंडागर्दी, टेंडर क़ब्ज़ाना, जमीन हड़पना आदि गैर कानूनी काम मुख्य बताया।

हैदर अली ने कहा कि मुख़्तार अंसारी अपने बच्चो को भी अपनी ही तरह गुंडा बनाना चाहता था। अली का दावा है कि मुख़्तार अपने आपराधिक समय में SC जाति वाले अधिकारियों को इस बात के लिए गुमराह करता था कि अगर वो नहीं रहेगा तो SC या बैकवर्ड समाज के लोगों को भगा दिया जाएगा। अली ने कहा कि ऐसा कह कर वो कुछ अधिकारियों को विश्वास में ले लिया करता था। उन्होंने मुख़्तार द्वारा गरीबों की मदद करने जैसी बातों को बेतुकी बताया।

योगीराज में सिर्फ बुरे लोगों पर एक्शन

योगी आदित्यनाथ के शासन की दिल खोल कर तारीफ करते हुए सपा नेता हैदर अली ने कहा कि इस शासन में केवल उन्ही लोगों पर एक्शन हो रहा है जो गंदे लोग हैं। बकौल अली वो लोग परेशान ही रहेंगे जो अपराध से पैसा कमा रहे हैं। इस कार्रवाई को अली ने संविधान और कानून के तहत हो रहा एक्शन बताया। अली के अनुसार अब समय बदल गया है और कोई अपराधी पहले जैसा अपराध कर के नहीं बच सकता।

मुख़्तार अंसारी के बारे में ‘वो किसी का नहीं’ शब्द प्रयोग करते हुए हैदर अली ने दावा किया कि उसने बीजेपी में घुसपैठ की बहुत कोशिश की। अली के मुताबिक, इस कोशिश में मुख़्तार ने माध्यम के तौर पर ओम प्रकाश राजभर को चुना था। हालाँकि, अली ने बाद में कहा कि अल्लाह ने उसके पापों का घड़ा भर दिया है और उसकी कोशिशें असफल रहीं।

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राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

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