Thursday, July 4, 2024
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टमाटर की सुरक्षा के लिए लगाए बाउंसर… PTI ने जिसे बताया ‘सब्जी विक्रेता’, वो निकला सपा नेता: मीडिया ने बिना जाँचे चलाई खबर

साथ ही उक्त 'सब्जी विक्रेता' ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में जनता महँगाई से त्रस्त है और 160 रुपए किलो टमाटर बिक रहा है, ऐसे में कोई 50 तो कोई 100 ग्राम खरीद रहा है।

समाचार एजेंसी PTI ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें सब्जी की एक दुकान पर 2 बाउंसरों को टमाटर की रखवाली करते हुए देखा जा सकता है। दोनों बाउंसर काले शूट पहने होते हैं और साथ ही ब्लैक गॉगल्स भी लगाए होते हैं। वो ग्राहकों को टमाटर को छूने से भी रोकते हैं। PTI से ‘सब्जी विक्रेता’ ने कहा कि टमाटर की महँगाई के कारण लूटपाट की घटनाएँ हो रही हैं, इसीलिए वाद-विवाद से बचने के लिए बाउंसरों को लगाया गया है।

साथ ही उक्त ‘सब्जी विक्रेता’ ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में जनता महँगाई से त्रस्त है और 160 रुपए किलो टमाटर बिक रहा है, ऐसे में कोई 50 तो कोई 100 ग्राम खरीद रहा है। इसे भाजपा विरोधी गिरोह ने कुछ इस तरह से पेश किया कि प्रधानमंत्री के ही लोकसभा क्षेत्र में महँगाई के कारण ये हालत हो गई है। PTI के इस वीडियो में अंग्रेजी में बताया गया कि कैसे बाउंसर सब्जी की दुकान में टमाटर की रखवाली कर रहे हैं। हालाँकि, इसकी सच्चाई कुछ और है।

वीडियो में ये भी दिखाया गया कि उक्त ‘सब्जी विक्रेता’ बाउंसरों के साथ आता है और बीच में टमाटर का बक्सा होता है। आपको बता दें कि PTI ने जिसे ‘सब्जी विक्रेता’ बता कर पेश क़िया, असल में वो समाजवादी पार्टी का नेता है। तभी ये वीडियो तुरंत अखिलेश यादव के पास भी पहुँच गया और उन्होंने ट्वीट कर के टमाटर को Z+ सिक्योरिटी देने की माँग कर दी। इतना ही नहीं, कई मीडिया संस्थानों ने बिना जाँच-पड़ताल किए ही टमाटर के लिए सब्जी विक्रेता द्वारा बाउंसर लगाने की खबर शेयर कर दी।

किसी ने ये तक नहीं सोचा कि सब्जी का ठेला लगाने वाले एक सामान्य दुकानदार की इतनी आमदनी नहीं होती कि वो दो-दो बाउंसरों का खर्च उठा पाए, वो भी कुछ किलोग्राम के टमाटर के लिए। जिस नेता ने ये सब किया, उसका नाम अजय फौजी है और वो सोशल मीडिया के माध्यम से समाजवादी पार्टी का प्रोपेगंडा फैलाने में लगा रहता है। उसने खुद को ‘दिल से अखिलेसियन’ बता रखा है। साथ ही बायो में उसने इंट्रो के रूप में ‘सदस्य, जिला योजना समिति, उत्तर प्रदेश सरकार’ भी लिख रखा है।

हालाँकि, जब ये सच्चाई सामने आई तो PTI ने इस वीडियो को हटा दिया। साथ ही उसने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि सब्जी विक्रेता समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता निकला है, ऐसे में उसके द्वारा हमें दी गई सूचना के पीछे की मंशा सवालिया है। समाचार एजेंसी ने स्वीकार किया कि इस वीडियो के स्रोत की पुष्टि करने में वो नाकाम रही। साथ ही कहा कि वो निष्पक्ष रहने की कोशिश करेगा। टमाटर और बाउंसर वाले वीडियो को लेकर अभी भी प्रोपेगंडा जारी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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