Friday, October 18, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षामणिपुर में म्यांमार के 718 नागरिक घुसे, असम राइफल्स से राज्य सरकार ने पूछा-...

मणिपुर में म्यांमार के 718 नागरिक घुसे, असम राइफल्स से राज्य सरकार ने पूछा- कैसे हुई घुसपैठ, तुरंत बाहर निकालो इन्हें

मौजूदा हालात में इस तरह की घुसपैठ को बेहद संवेदनशील बताते हुए राज्य सरकार ने असम राइफल्स से विस्तृत रिपोर्ट माँगी है। पूछा है कि म्यामांर के नागरिकों को चंदेल जिले में प्रवेश करने की अनुमति क्यों और कैसे दी गई? साथ ही इनलोगों को तुंरत अपने देश वापस भेजने को कहा है।

मणिपुर में म्यांमार के 718 नागरिकों के अवैध रूप से घुसने का मामला सामने आया है। राज्य सरकार ने 24 जुलाई 2023 को असम राइफल्स को इन घुसपैठियों को भारत से तुरंत बाहर करने के निर्देश दिए हैं। 22 और 23 जुलाई को ये लोग अवैध तरीके से भारत की सीमा में दाखिल हुए थे। इनमें 301 बच्चे बताए जा रहे हैं। हिंसा प्रभावित मणिपुर में इस घुसपैठ पर राज्य सरकार ने चिंता जताई है।

मणिपुर के बीजेपी विधायक राजकुमार इमो सिंह ने ट्वीट कर बताया है कि सरकार ने इस संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी माँगी है ताकि यह पता चल सके कि बिना वैध दस्तावेजों के इन लोगों ने राज्य में प्रवेश कैसे किया। उन्होंने बताया है, “अवैध तरीके से घुसे म्यांमार के नागरिकों को तुरंत उनके देश वापस भेजने का आदेश दिया गया है। मणिपुर सभी समुदायों के मूल निवासियों के लिए है न कि घुसपैठियों के लिए।” उन्होंने घुसपैठ रोकने, सीमा की बाड़बंदी और केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार घुसपैठियों की पहचान प्राथमिकता के आधार पर करने की आवश्यकता बताई है।

मणिपुर के गृह​ मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि म्यांमार के 718 नागरिकों के घुसपैठ की रिपोर्ट असम राइफल्स के मुख्यालय को मिली थी। ये लोग चंदेल जिले के न्यू लाजांग से मणिपुर में घुसे थे। विज्ञप्ति के अनुसार 718 घुसपैठियों में 209 पुरुष, 208 महिला और 301 बच्चे शामिल हैं। ये लोग लाइजैंग, बोन्से, न्यू सोमताल, न्यू लाइजैंग, यांग्नोमफाई, यांग्नोमफाई सॉ मिल और अलवोमजंग में रह रहे हैं।

राज्य सरकार ने बताया है कि उसने असम राइफल्स को स्पष्ट शब्दों में कहा है कि सीमा सुरक्षा बल होने के कारण मणिपुर में म्यांमार के नागरिकों की घुसपैठ रोकने के लिए उसे भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। मौजूदा हालात में इस तरह की घुसपैठ को बेहद संवेदनशील बताते हुए राज्य सरकार ने असम राइफल्स से विस्तृत रिपोर्ट माँगी है। पूछा है कि म्यामांर के नागरिकों को चंदेल जिले में प्रवेश करने की अनुमति क्यों और कैसे दी गई? साथ ही इनलोगों को तुंरत अपने देश वापस भेजने को कहा है। चंदेल के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को असम राइफल्स को दिए गए निर्देशों के कार्यान्वयन की निगरानी करने और सभी घुसपैठियों की तस्वीरें तथा बॉयोमेट्रिक्स डिटेल्स रखने के निर्देश दिए गए हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेश को दिए गौरव के कई क्षण, पर अब अपने ही मुल्क नहीं लौट पा रहे शाकिब उल हसन: अंतिम टेस्ट पर भी संशय,...

साकिब के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का अंत अब बिना आखिरी टेस्ट खेले ही हो सकता है। उनके देश वापसी को लेकर फिलहाल कोई स्पष्टता नहीं है, और वे दुबई से अमेरिका लौट सकते हैं।

गुजरात के गिर-सोमनाथ में तोड़े जो इस्लामिक ढाँचे (दरगाह+मस्जिद) वे अवैध: सुप्रीम कोर्ट को प्रशासन ने बताया क्यों चला बुलडोजर, मुस्लिम बता रहे थे...

गिर-सोमनाथ में मस्जिद-दरगाह गिराने में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना नहीं हुई है, यह वहाँ के कलेक्टर ने कहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -