Saturday, May 11, 2024
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‘मैं गे नहीं हूँ…’: बंगाल के जादवपुर यूनिवर्सिटी में नंगा घुमाने पर गुहार लगा रहा था नाबालिग छात्र, यौन उत्पीड़न के कारण गई जान!

छात्र की मौत का मामला पश्चिम बंगाल की विधानसभा तक पहुँच गया है। 22 अगस्त 2023 को सदन में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मामला उठाया। भाजपा नेता ने कहा कि जादवपुर यूनिवर्सिटी राष्ट्र-विरोधी तत्वों का केंद्र बन गई है। यहाँ खुलेआम ड्रग्स और शराब का सेवन होता है और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।

जादवपुर विश्वविद्यालय में 9 अगस्त 2023 को छात्र के इमारत से गिरने और अगले दिन अस्पताल में उसकी मौत होने के मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में पुलिस ने कहा है कि छात्र की रैगिंग हुई थी। समलैंगिक होने का आरोप लगाते हुए उससे मर्दानगी का सबूत माँगा गया था। एक कमरे से दूसरे कमरे में उसे घुमाया गया था। वो रोता रहा और चिल्लाता रहा कि वो ‘गे नहीं है, गे नहीं है’। इस मामले में पुलिस ने 12 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

इस भयावह कांड में शामिल थे 12 लोग

इस मामले की जाँच कर रही कोलकाता पुलिस ने बताया है कि 17 साल के लड़के के साथ बहुत ज्यादती हुई थी। उसे 9 अगस्त को मुख्य हॉस्टल में नंगा करके घुमाया गया था। इसी के बाद वो दूसरे मंजिल से गिरा था। जाँच में पता चला है कि इस मामले में कुल 12 लोग शामिल थे। उन्होंने पुलिस की जाँच से बचने के लिए वॉट्सऐप ग्रुप भी बनाया था।

पुलिस के मुताबिक, 9 अगस्त की रात मृतक को दूसरी मंजिल पर स्थित कमरा नंबर 70 में बुलाया गया था। वो कमरा नंबर 68 में रहता था। वहाँ उसे नग्न होने को मजबूर किया गया, फिर कमरा नंबर 65 तक ले जाया गया। वहाँ उसने खुद को उस कमरे में बंद करने की कोशिश की, लेकिन विफल रहा। इसके बाद वह एक कमरे से दूसरे कमरे की ओर बचने के लिए भागता रहा। ये सब कुछ रात 11 बजे तक चलता रहा, इसके बाद वो दूसरी मंजिल से रात करीब 11 बजे गिर गया।

शुरुआत में पुलिस ने माना था आत्महत्या

पुलिस ने बताया कि उसके पास रात 11.45 बजे छात्र के कूदने की खबर आई थी। पहली नजर में लगा कि छात्र ने आत्महत्या की है, लेकिन जाँच में पता चला कि वो खुद को बचाने की कोशिश कर रहा था। उसने कई छात्रों से चिल्ला-चिल्ला कर कह रहा था कि वो समलैंगिक नहीं है, लेकिन उसे परेशान करने वाले लोग मान नहीं थे। पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मुख्य आरोपित का नाम सौरव चौधरी है। इसके अलावा, मनोतोन घोष नाम के भी आरोपित की पहचान हुई है। पुलिस ने हॉस्टल के रसोइए से भी पूछताछ की है।

आरोपितों की हो चुकी है पहचान

जाँच के दौरान ये भी पता चला कि सभी आरोपित एक वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़े थे, जो उन्होंने पुलिस की आँखों में धूल झोंकने के लिए बनाया था। इस मामले में हिरासत में लिए गए लोगों में 6 मौजूदा छात्र हैं, तो 6 पूर्व छात्र। हालाँकि, पुलिस ने अभी तक पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज नहीं किया है, जबकि मृतक नाबालिग था और उसको नंगा करके घुमाया गया था। इस मामले में सौरव चौधरी और मनोतोन घोष के अलावा मोहम्मद आरिफ, मोहम्मद आसिफ अजमल, अंकन सरदार, सत्यब्रत राय, सप्तक कमिल्या (पूर्व छात्र), असित सरदार, सुमन नास्कर, एसके नसीम अख्तर और हिमांशु कर्माकर (सभी पूर्व छात्र) शामिल हैं।

पिता ने लगाया था रैगिंग का आरोप

बता दें कि 9 अगस्त की रात स्वप्नोदीप कुंडू नाम के बीए के छात्र की जादवपुर विश्वविद्यालय में मौत हो गई थी। वह हॉस्टल की दूसरी मंजिल से गिर गया था। कुंडू नादिया जिले के हंसखाली का रहने वाला था। उसके परिजनों ने रैगिंग का आरोप लगाया था, लेकिन पुलिस ने उस समय ऐसी बात से इंकार किया था। हालाँकि, अब पुलिस ने अदालत से रैगिंग की धाराएँ बढ़ाने की अपील की थी, जिसे अदालत ने मान लिया है।

छात्र की मौत का मामला पश्चिम बंगाल की विधानसभा तक पहुँच गया है। 22 अगस्त 2023 को सदन में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मामला उठाया। भाजपा नेता ने कहा कि जादवपुर यूनिवर्सिटी राष्ट्र-विरोधी तत्वों का केंद्र बन गई है। यहाँ खुलेआम ड्रग्स और शराब का सेवन होता है और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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