Tuesday, July 2, 2024
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हाईकोर्ट पहुँचीं महुआ मोइत्रा, भाजपा सांसद, अधिवक्ता और मीडिया के खिलाफ दर्ज कराया मानहानि का मुकदमा: मीडिया को धमकाया था – मेरे खिलाफ कंटेंट हटाओ, वरना…

इस मामले में महुआ मोइत्रा ने पहले निशिकांत दुबे, देहाद्राई और कई मीडिया संगठनों को कानूनी नोटिस भेजा था। टीएमसी सांसद ने सभी आरोपों से इनकार किया और कहा कि आरोप झूठे हैं और राजनीतिक लाभ लेने और उनके खिलाफ व्यक्तिगत बदला लेने के लिए लगाए गए हैं।

तृणमूल कॉन्ग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने मंगलवार (17 अक्टूबर, 2023) को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे, वकील जय अनंत देहाद्राई और कई मीडिया संगठनों के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में मानहानि का मुकदमा दायर किया। सांसद निशिकांत दुबे ने वकील जय अनंत देहाद्राई की चिट्ठी के आधार पर गंभीर आरोप लगाए, जिसे मीडिया हाउसों ने खबर के तौर पर छापा। महुआ मोइत्रा पर आरोप हैं कि उन्होंने लोकसभा में सवाल पूछने के लिए रिश्वत ली थी और अपने कामों से हीरानंदानी ग्रुप को फायदा पहुँचाया।

‘बार एंड बेंच’ की खबर के मुताबिक, इस मामले में शुक्रवार (20 अक्टूबर, 2023) को न्यायमूर्ति सचिन दत्ता की कोर्ट में सुनवाई हो सकती है। निशिकांत दुबे ने रविवार (17 अक्टूबर, 2023) को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि मोइत्रा ने नकदी और उपहारों के बदले बिजनेस टाइकून दर्शन हीरानंदानी की ओर से संसद में सवाल पूछे थे। दावा किया गया कि इनमें से कुछ सवाल अडानी समूह से संबंधित थे जो हीरानंदानी का प्रतिस्पर्धी है।

इस मामले में उनके खिलाफ शिकायत को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से संसद के आचार समिति के पास भेज दिया है। महुआ मोइत्रा ने अपनी नोटिस में सभी मीडिया संस्थानों को उनके खिलाफ कंटेंट हटाने के लिए भी कहा था और 24 घंटे में ऐसा न करने पर कार्रवाई की धमकी दी थी।

कानूनी नोटिस भेजने के बाद दर्ज कराया केस

इस मामले में महुआ मोइत्रा ने पहले निशिकांत दुबे, देहाद्राई और कई मीडिया संगठनों को कानूनी नोटिस भेजा था। टीएमसी सांसद ने सभी आरोपों से इनकार किया और कहा कि आरोप झूठे हैं और राजनीतिक लाभ लेने और उनके खिलाफ व्यक्तिगत बदला लेने के लिए लगाए गए हैं।

महुआ मोइत्रा द्वारा भेजे गए नोटिस की कॉपी ऑपइंडिया के पास मौजूद है। पनाग और बाबू लॉ ऑफिस के माध्यम से दायर अपने कानूनी नोटिस में, मोइत्रा ने इन सभी आरोपों का जोरदार खंडन किया है। उन्होंने दुबे की शिकायत पर कई ट्वीट और समाचार रिपोर्टों का उल्लेख करते हुए कहा, “नोटिस नंबर 3 से 21 (मीडिया घरानों) द्वारा किए जा रहे ऐसे ट्वीट्स, वीडियो और समाचार रिपोर्टों में हमारे क्लाइंट्स पर लगाए गए मानहानिकारक आरोप शामिल हैं और प्रचारित किए जाते हैं, जो प्रथम दृष्टया झूठे, गलत हैं और राजनीतिक लाभ उठाने और व्यक्तिगत बदला लेने के लिए बनाए गए हैं। इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है।”

मोइत्रा ने कहा है कि पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न मुद्दों पर मतभेद के कारण उनका दुबे से टकराव होता रहा है। उनका दावा है कि मार्च 2023 में, उन्होंने दुबे की शैक्षिक योग्यता और उनके चुनाव नामांकन पत्रों में किए गए खुलासों की प्रामाणिकता पर सवाल उठाकर उन्हें ‘परेशान’ कर दिया था।

महुआ पर लगे हैं गंभीर आरोप

बता दें कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई का हवाला दिया है। अपने पत्र में भाजपा सांसद ने टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा पर लोकसभा में सवाल पूछने के नाम पर घूस लेने का आरोप लगाया है। उसे सदन की अवमानना करार देते हुए उन्होंने लिखा कि इसकी तत्काल जाँच कर कार्रवाई की जाए।

‘संसद में सवाल पूछने के लिए लिए पैसे’

निशिकांत दुबे ने अपने पत्र में लिखा है, “मुझे जय अनंत देहाद्राई, अधिवक्ता का एक पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें उन्होंने महुआ मोइत्रा पर सवाल के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगाया है।” बीजेपी सांसद ने पत्र में लिखा है कि एक प्रसिद्ध बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी के बिजनेस हितों को ध्यान में रखते हुए सवाल पूछे गए। निशिकांत दुबे ने पत्र में लिखा कि महुआ मोइत्रा के हालिया 61 सवालों में से 50 सवाल ऐसे हैं, जो दर्शन हीरानंदानी और उनकी कंपनी के व्यावसायिक हितों की रक्षा करने या उन्हें फायदा पहुँचाने के लिए पूछे गए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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