Friday, May 3, 2024
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अनुपम कुमार सिंह

चम्पारण से. हमेशा राइट. भारतीय इतिहास, राजनीति और संस्कृति की समझ. बीआईटी मेसरा से कंप्यूटर साइंस में स्नातक.

8 सिद्धियों में पारंगत 280 साल जीने वाला योगी, जिन्हें रामकृष्ण परमहंस ने कहा था – काशी के चलते-फिरते शिव: नदी में करते थे...

जिन्हें अंग्रेजों ने जेल में बंद दिया तो छत पर टहलते दिखे। विष का कोई असर नहीं होता था उन पर। 280 वर्ष जीवित रहे। नदी के भीतर कई दिनों तक पैठ कर साधना की। रामकृष्ण परमहंस भी उनके भक्त थे।

45 साल पहले जब शरद पवार ने कुर्सी के लिए ‘पीठ में घोंपा था छुरा’, आज भी नहीं भूली वसंतदादा की विधवा… जो बोया,...

पिछली बार जब अजित पवार ने बगावत की थी, तब शालिनिताई पाटिल ने शरद पवार को 1978 वाला किस्सा याद दिलाया था। शरद पवार को फिर से इसे याद करना चाहिए।

न पार्टी बची न बचा परिवार… जिसे ‘चाणक्य’ बता कर ढोल पीट रही थी मीडिया, उसका उद्धव ठाकरे से भी बुरा हाल: अब क्या...

शरद पवार को 'चाणक्य' बता कर भाजपा का मजाक उड़ाते नहीं थकने वाले अब ED/CBI का रोना रोएँगे? उनलोगों का 'चाणक्य' न पार्टी बचा पाया और न ही परिवार।

तेजस्वी के मंत्रालय में शाम तबादले सुबह स्टे, विधायकों-सांसदों से मुलाकात, शिक्षकों पर लाठियाँ, ‘फिट लालू’ के ‘दूल्हा’ राहुल… क्यों डरे हुए हैं नीतीश...

उपेंद्र कुशवाहा, दोनों लोजपा, मुकेश सहनी और जीतन राम माँझी - ये सभी नीतीश कुमार पर हमलावर हैं। लालू यादव तो राहुल गाँधी को 'दूल्हा' बनाने को बेताब हैं। उद्धव ठाकरे का हश्र नीतीश को सपने में आता होगा। शिक्षकों की पिटाई के बाद थू-थू हो रही है।

10000 गाड़ियाँ फूँकी, 307 इमारतों को जला दिया, ₹1794 करोड़ का नुकसान… 18 साल पहले भी दहला था फ्रांस, नैरेटिव – बेरोजगारी-नस्लवाद से भड़के...

10,000 गाड़ियाँ फूँकी, ₹1794 करोड़ का नुकसान हुआ, 307 इमारतों को जला दिया गया, लेकिन मीडिया ने कहा कि ये तो बेरोजगारी और नस्लवाद के खिलाफ था। फिर फ्रांस के PM को मौलानाओं से क्यों मिलना पड़ा था?

सारे ब्राह्मणों को मार डाला, विश्वविद्यालय को फूँक दिया… नालंदा के 830 साल बाद फ्रांस में धू-धू कर जली लाइब्रेरी, घुसपैठियों को गले लगा...

यूरोप ने खुल कर विदेशी घुसपैठियों को गले लगाया। मोरक्को की हार के बाद फ्रांस में दंगे हुए। अब पुस्तकालय जला दिया गया है। 830 साल पहले नालंदा विश्वविद्यालय को आगे के हवाले कर दिया गया था।

मौज में ‘डिजिटल जेहादी’ जुबैर, पर घर में कैद हैं नुपूर शर्मा: कन्हैया लाल और उमेश कोल्हे के हत्यारों को साल भर बाद भी...

पिछले 1 वर्ष में नूपुर शर्मा और तस्लीम रहमानी के जीवन का जो अंतर है न, वही मोहम्मद जुबैर जैसे 'डिजिटल जिहादियों' की सफलता है। कन्हैया लाल तेली और उमेश कोल्हे का गला रेता जाना और 1 वर्ष बाद भी हत्यारों को सज़ा न मिलना, यही इन 'डिजिटल जिहादियों' का उत्साहवर्धन है।

पैगंबर मुहम्मद का दामाद (बेटी-नातिन दोनों का पति) जिसकी कब्र तक मुस्लिमों ने जला दी, बेटे का सिर काट खलीफा को पेश किया: सुन्नी...

अली के बेटे और पैगंबर मुहम्मद के नाती हुसैन को मार डाला गया। इतना ही नहीं, उसके 72 परिवार वालों को भी क्रूरता से खत्म कर दिया गया।