Sunday, May 12, 2024
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ऑपइंडिया स्टाफ़

कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

जिला जज ने स्वागत क्यों नहीं किया, कार्रवाई हो: हाई कोर्ट के जज ने ‘खतरे में न्यायपालिका की स्वतंत्रता’ को बताया झूठ

जस्टिस भट ने कहा कि हाईकोर्ट के एक न्यायाधीश ने जिला जज के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा था, क्योंकि उसने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत नहीं किया था।

‘राममंदिर शिलान्यास के दिन विरोध कर कॉन्ग्रेस ने दिया तुष्टिकरण का संदेश’: राहुल गाँधी की अगुआई में काले कपड़े में प्रदर्शन पर अमित शाह...

विरोध प्रदर्शन पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि महंगाई के बहाने कॉन्ग्रेस राममंदिर का विरोध कर रही है और तु्ष्टिकरण का गुप्त संदेश दे रही है।

जिस सरकारी स्कूल में पढ़ाता था मुजाहिद हुसैन, उसके क्लासरूम को ही ₹30000 में बेचा: दूसरे कमरे को भी बेचने की कर रहा था...

यूपी के मुरादाबाद के एक शिक्षक ने अपने सरकारी स्कूल के एक कमरे को 30 हजार रुपए में बेच दिया। खरीदने वाले ने इसे तुड़वा भी दिया।

सोनिया गाँधी, नेशनल हेराल्ड से लेकर पार्थ, राउत और नवाब मलिक तक: ED के 10 हाई-प्रोफाइल मामले जो 2022 में सुर्खियों में रहे

अपराधों पर लगाम लगाने के लिए ईडी कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी से लेकर, राहुल गाँधी, नवाब मलिक और संजय राउत पर शिकंजा कस चुकी है।

‘रणवीर सिंह सॉलिड मर्द, मुझे उनसे प्यार हो गया है’: करण जौहर ने कहा- फिल्म की शूटिंग के दौरान मैंने उन्हें बहुत करीब...

फिल्म डायरेक्टर करण जौहर ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में रणवीर सिंह की तारीफ करते हुए कि वे सॉलिड आदमी हैं और उन्हें उनसे प्यार हो गया है।

गायों में तेजी से फैल रही है लम्पी स्किन बीमारी, राजस्थान में अब तक 1 लाख 21 हजार से ज्यादा गौ वंश चपेट में:...

इस बीमारी का सबसे अधिक प्रकोप राजस्थान में दिखाई दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस पर चिंता जताई है और केंद्र की मोदी सरकार से सहायता की माँग की है।

‘नेशनल हेराल्ड मामले में मोतीलाल वोहरा वित्तीय फैसला लेने के कोई दस्तावेज नहीं’: ED, सोनिया और राहुल गाँधी ने किया था दावा

नेशनल हेराल्ड केस की जाँच कर रही ED को मोतीलाल वोहरा द्वारा आर्थिक निर्णय लेने के दावों का कोई सबूत नहीं दे पाए सोनिया और राहुल गाँधी

IPL खेलने के लिए फैक्ट्री में काम, पैसे बचाने के लिए कई KM पैदल चलना: 9 साल 3 महीने बाद परिवार से मिले मुंबई...

कार्तिकेय को पैसों की इतनी तंगी थी कि उन्हें गाजियाबाद में मजदूरी करनी पड़ी। वह क्रिकेट एकेडमी से लगभग 80 किलोमीटर दूर मजदूरी करने जाते थे।