Sunday, June 2, 2024
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ऑपइंडिया स्टाफ़

कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

67 सालों से चाय बेचकर जिसने की समाज सेवा, मोदी सरकार ने दिया उन्हें पद्मश्री

प्रकाश के बारे में सबसे ख़ास बात यह है वह कभी स्कूल न जाने के बाद भी हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषा अच्छे से बोल लेते हैं। यही कारण है कि वह स्कूल के बच्चों के पसंदीदा अध्यापक हैं।

अगस्ता वेस्टलैंड: ‘सह-आरोपी’ गौतम खेतान कालेधन और मनी लॉन्ड्रिंग में गिरफ़्तार

12 वीवीआईपी हेलि‍कॉप्टरों की खरीद के लिए इटली की कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड के साथ साल 2010 में करार किया गया था। 3,600 करोड़ रुपये के करार में 360 करोड़ रुपये के कमीशन के भुगतान का आरोप है।

प्रतीक सिन्हा की घटिया करतूत और इस्लामी कट्टरपंथियों की धमकी के पीड़ित नवयुवक का ट्विटर अकाउंट सस्पैंड

जिस पीड़ित पर हिंसक हत्या से लेकर परिवार को भद्दी गालियाँ देते हुए कई ट्विटर अकाउंट साफ़ दिख रहे हैं, उसी को ट्विटर ने सस्पैंड कर दिया है। ट्विटर की कार्यप्रणाली लोगों की समझ से बाहर है!

गणतंत्र दिवस पर स्पीच को देखकर नहीं बोल पाईं कॉन्ग्रेस मंत्री, कहा ‘कलेक्टर साहब पढ़ेंगे’

उन्होंने इसकी वजह बाद में बताते हुए कहा कि पिछले दिनों बीमार होने के कारण वो बोल नहीं पाईं और कहा कि उनकी जगह कलेक्टर साहब बोलेंगे।

26 जनवरी स्पेशल: अशोक स्तम्भ का इतिहास, जो बना हमारा राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न

सम्राट अशोक द्वारा बनवाए गए इन सभी स्तम्भों की अनेकों ख़ासियतों में एक ख़ास बात यह है कि इनकी चमकदार पॉलिश आज भी वर्षों बाद भी बरक़रार है।

प्रणब मुखर्जी को ‘भारत रत्न’ दे कर सरकार ने एक कॉन्ग्रेसी का किया है सम्मान: अभिजीत मुखर्जी

अभिजीत ने कहा कि वो अपने पिता को मिलने वाले सम्मान पर प्रतिक्रिया बतौर बेटे के रूप में दे रहे हैं न कि कॉन्ग्रेसी नेता के रूप में।

पद्मश्री सम्मान लेने से इनकार किया ओडिशा CM की लेखिका बहन ने, कहा चुनाव से पहले गलत संदेश जाएगा

गीता ने 1979 में कर्म कोला, 1989 में राज, 1993 में ए रिवर सूत्र, 1997 में स्नेक्स एंड लैडर्स: ग्लिम्पसिस ऑफ मॉडर्न इंडिया और 2006 में इटरनल गणेश: फ्रॉम बर्थ टू रीबर्थ जैसी किताबों का लेखन किया है।

नज़ीर की शहादत पर मैं रोई नहीं, आतंक छोड़कर देश के लिए बलिदान होना गर्व की बात: महज़बीं वानी

अशोक चक्र से सम्मानित हुए शहीद लांस नायक नज़ीर अहमद वानी की पत्नी महज़बीं ने कहा कि उनके पति के पराक्रम का ही असर था, जिसने उनकी शहादत की ख़बर सुनकर भी आँखों से आँसू नहीं बहने दिए।