Saturday, November 23, 2024

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प्रिय लम्पट बुद्धिजीवी गिरोह, भारत ने रोहिंग्या का ठेका नहीं ले रखा है

भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में रोहिंग्याओं को अवैध अप्रवासी बताते हुए उन्हें देश की सुरक्षा के लिए ख़तरा बताया था। सरकार का तर्क था कि रोहिंग्या लोगों को रहने की अनुमति देने से हमारे अपने नागरिकों के हित काफी प्रभावित होंगे और देश में तनाव भी पैदा होगा।

साल 2018 भारतीय सेना के लिए शानदार रहा, 250 आतंकी ढेर, 54 ज़िंदा धरे, 4 ने किया सरेंडर

इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो आतंकवादी हमारे देश में घुसपैठ की कोशिश करते थे और देश की जनता को डराने के लिए आतंक फैलाने की कोशिश करते थे, उनके नापाक इरादों को हमने पूरी तरह से तहस-नहस किया है।

हेलो Quint, शरीरिक बीमारी तो ठीक हो सकती है, मानसिक बीमारी का क्या करें?

लोकतंत्र और FOE का मतलब वो लिबरल क्या जाने जो दुनिया की सबसे बड़ी लोकतान्त्रिक पार्टी के मुखिया के लिए मौत माँगता हो। स्वाइन फ़्लू के सात हज़ार केस आ चुके हैं भारत में। क्या उन सबकी मृत्यु से स्तुति मिश्रा की क्षुधा शांत होगी?

वीडियो: रिवाल्डो ने समझाया राहुल गाँधी हैं जीनियसों में श्रेष्ठ

लगभग तीस सालों से नवयुवक रह चुके कॉन्ग्रेस अध्यक्ष शायद बुनियादी गणित नहीं जानते। वैसे, गणित तो दूर की बात है, काग़ज़ों से उनके बैर के कारण वो आज तक पढ़कर ये नहीं बता पाए हैं कि राफ़ेल फ़ाइटर का दाम कितना था उनके समय में।

‘द वायर’, NDTV किंकर्तव्यविमूढ़ हैं मोदी राज में, महँगाई बढ़े तब संकट, घटे तब संकट!

महँगाई घटने की ख़बर सकारात्मक है। लेकिन कुछ मीडिया पंडित (या मौलवी, जैसी आपकी श्रद्धा) इसे अब किसानों पर संकट के तौर पर देख रहे हैं।

शबनम-सलीम की वो प्रेम कहानी जिसने एक ही परिवार के 7 लोगों की जान ले ली

शबनम और सलीम की वो प्रेम कहानी जिसके एक अध्याय में एक ही परिवार के सात लोगों की वीभत्स तरीके से हत्या कर दी गई। यूपी के अमरोहा की एक ऐसी दास्तान जो आपके रोंगटे खड़े कर दे।

‘कॉलेजियम के फ़ैसले ने बढ़ा दी है चिंताएँ, एक साल बाद भी कुछ नहीं बदला’

जस्टिस खन्ना और जस्टिस माहेश्वरी को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किए जाने के कॉलेजियम की सिफ़ारिश के ख़िलाफ़ पूर्व CJI लोढ़ा सहित दो अन्य जजों ने नाराज़गी जताई

IT रिटर्न फाइल करने की प्रक्रिया अब एक ही दिन में हो जाएगी पूरी

कैबिनेट ने तेज इनकम टैक्स रिटर्न प्रोसेसिंग के लिए नए प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। सरकार को इस पर ₹4242 करोड़ खर्च करने होंगे।

जानिए कुम्भ को: शंकराचार्य ने संगठित किया, सम्राट हर्षवर्धन ने प्रचारित

कुम्भ मेला का मूल को 8वीं सदी के महान दार्शनिक शंकर से जुड़ती है। जिन्होंने वाद विवाद एवं विवेचना हेतु विद्वान सन्यासीगण की नियमित सभा परम्परा की शुरुआत की थी।

क्या रघुराम राजन कर रहे हैं कॉन्ग्रेस पार्टी का मेनिफ़ेस्टो तैयार?

रोज़गार के मुद्दे पर कॉन्ग्रेस पार्टी को अपनी रिपोर्ट देने के बाद पूर्व गवर्नर और मशहूर अर्थशास्त्री को लेकर सियासी अटकलें तेज हो गई हैं।

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