Thursday, November 21, 2024

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भव्य और सुरक्षित कुम्भ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सीधी नज़र

1954 में मेले की तैयारियों के लिए एक उच्च स्तरीय कमिटी बनाई गई थी। मेले की हर जानकारी सीधे पुलिस हेडक्वॉर्टर को भेजी जाती थी। इसके बाद वहाँ से ये सारी जानकारी पीएम नेहरू को भेजी जाती थी। फिर भी उस साल के कुम्भ में मची भगदड़ में कई लोग हताहत हुए थे।

बेतुके बयानों से भारतीय विज्ञान कॉन्ग्रेस की धूमिल होती छवि

कृष्णन के अनुसार सौर मंडल में सारे ग्रह सूर्य की परिक्रमा गुरुत्वाकर्षण बल के कारण नहीं करते बल्कि इसलिए करते हैं क्योंकि अन्तरिक्ष (space) उन्हें संकुचित करता है।

मधुर भंडारकर ने नसीरुद्दीन के ‘डर’ को नकारा, मीडिया चला रही है फ़र्ज़ी ख़बर

इंडियन एक्सप्रेस से लेकर Quint और ANI ने भी भंडारकर के बयान की गलत समीक्षा की है।

कुम्भ 2019: कब और क्या? इतिहास, ज्योतिष और वर्त्तमान पर एक नज़र

हिंदू धर्म में मान्‍यता है कि किसी भी कुम्भ मेले में पवित्र नदी में स्‍नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और मनुष्‍य जन्म-पुनर्जन्म के चक्कर से मुक्त होकर मोक्ष को प्राप्त हो जाता है।

नसीरुद्दीन शाह विवाद जनने की फैक्ट्री बनते जा रहे हैं

नसीरुद्दीन शाह के ऐसे बयानों में नरेंद्र मोदी का विरोध स्पष्ट रूप से दिखता है। लेकिन, ऐसा भी लगता है कि नसीर अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए भी झूठ का सहारा लेते हैं।

कुम्भ 2019: व्यापक है सुरक्षा के इन्तज़ाम

जहाँ करोड़ों लोगों का जमावड़ा हो वहाँ सुरक्षा सर्वोपरी हो जाती है। संगमनगरी प्रयागराज में लगने जा रहे कुम्भ मेले में इस बार सुरक्षा के बेहद सख़्त इन्तज़ाम किए गए हैं।

KGF स्टार यश सहित सैंडलवुड से जुड़े कई लोगों के ठिकानों पर IT विभाग का छापा; मिली बड़ी सफलता

आयकर विभाग ने कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के कई ठिकानों पर छापेमारी की जिस से 109 करोड़ की अघोषित आय का पता चला है।

फोटो फ़ीचर: कुम्भ 2019 – परम्परा और आधुनिकता का अनोखा संगम

भारत का विश्व प्रसिद्ध कुम्भ मेला सनातन परम्परा का ही जीवन्त प्रमाण है। साथ ही परम्परा में आधुनिकता का अद्भुत संगम भी।

फोटो फ़ीचर: कुम्भ का भव्य आकर्षण ‘संस्कृति ग्राम’

‘संस्कृति ग्राम’ का आयोजन देश दुनिया को कुम्भ की ऐतिहासिकता और महत्ता से परिचित कराने के लिए किया जा रहा है।

2018 में बॉक्स ऑफ़िस पर देखने को मिली घोर असहिष्णुता, तीनों ख़ान पस्त

तीनो ख़ानों के लिए बॉक्स ऑफिस पर साल 2018 काफी ख़राब रहा। रेस 3, जीरो और ठग्स सहित पिछले साल की प्रमुख फ़िल्मों का बॉक्स ऑफिस विश्लेषण।

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