Tuesday, November 5, 2024

विचार

शिवराज का ‘नारी सम्मान’, ‘लाडली बहना’ ने रखा मान: यूँ ही Exit Polls नहीं दिखा रहे मध्य प्रदेश में फिर से ‘मामा की सरकार’

अधिकांश एग्जिट पोल में कहा जा रहा है कि मध्य परदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार की वापसी हो रही है। इसके पीछे कई कारण हैं।

उधर राहुल गाँधी का ‘टेम्पल रन’ इधर राम मंदिर की सुनवाई अटकाते कपिल सिब्बल… किसके इशारों पर सुप्रीम कोर्ट को ‘गंभीर दुष्परिणाम’ की दे...

सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल ने राम मंदिर की सुनवाई अटकाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में कुछ ऐसा कर दिया, जिससे बोर्ड ने भी दूरी बना ली। उस समय राहुल गाँधी ने 27 मंदिरों का दौरा किया था। गुजरात में चुनाव हो रहे थे।

‘बहरा नहीं हूँ मैं’: प्यार के लिए तरसते हर बच्चे को हिंसक जानवर बना रही ‘Animal’? किशोरों को भटकाने वाले दृश्य, अभिभावकों की सख्ती...

फिल्म 'एनिमल' का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। एक दृश्य खासा चर्चा में हैं। लेकिन अगर बच्चों ने इसका गलत अर्थ लिया तो बात कहीं और निकल जाएगी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति का कार्यान्वयन: टूटेगा अंग्रेजी का वर्चस्व – दलित, आदिवासी, पिछड़े, महिलाओं के लिए नई संभावनाओं का द्वार

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत CBCS और LOCF प्रणाली छात्रों को अपने पसंदीदा पाठ्यक्रम चुनने और बुनने की स्वतंत्रता प्रदान करती है।

20 साल पहले भी CM गहलोत को जनता ने मतदान प्रतिशत बढ़ा सत्ता से किया था बेदखल, इस बार भी बढ़ा है वोटिंग %…...

पिछले 20 सालों के चुनाव नतीजों को गौर करें तो पाएँगे कि जब-जब मतदान प्रतिशत में गिरावट आई है, तब-तब कॉन्ग्रेस फायदा पहुँचा है।

बेटियाँ जो ब्याही जाएँ मुड़ती नहीं हैं… : काश! हर लड़की की किस्मत अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता नंदा जैसी होती और मिल पाता...

अमिताभ बच्चन ने प्यारी बेटी श्वेता नंदा के नाम अपना जुहू का बंगला 'प्रतीक्षा' कर दिया। एंग्री यंग मैन जैसी सोच कितने पैरेंट्स रखते हैं?

एक और शरणार्थी संकट से जूझेगा भारत, विद्रोह के बाद टूट की कगार पर म्यांमार! भाग-भाग कर भारत में शरण ले रहे फौजी, जानिए...

म्यांमार की सेना के खिलाफ लड़ाई तेज हो रही है। लड़ाई से बचने के लिए बड़ी संख्या में म्यांमार के फौजी भारत भाग रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस आया और चला गया… आखिर परिवार-समाज-देश के लिए खपते पुरुष भाइयों को लेकर चुप्पी क्यों?

अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस आता है और चुपचाप चला जाता है। ऐसे विदा लेता है, जैसे वह मायने ही नहीं रखता है। क्या पिता-भाई-पति का कोई रोल नहीं?

यदि PM मोदी ‘पनौती’ हैं तो भारत को ‘पनौती’ प्रधानमंत्री ही चाहिए

क्रिकेट का एक खराब दिन या एक कप का हाथ से फिसलना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वह जमीन नहीं छीन सकता जो उन्होंने भारतीय खेल जगत के लिए तैयार की है।

कॉर्पोरेट और विदेशी हस्तक्षेप का कारण बनते चुनावी बॉन्ड: राजनीतिक दलों के लेनदेन में जनता ही गौण, जानिए क्यों गड़बड़ है अनियंत्रित, असीमित और...

चुनावी बॉन्ड का जारीकर्ता SBI है, जो एक सरकारी बैंक है। इससे सरकार द्वारा विपक्षी दलों को चंदा देने वाले दानकर्ता की पहचान की ट्रैकिंग की आशंका बनी रहती है और उसके संभावित उत्पीड़न या बदले की कार्रवाई की चिंताएँ रहती है।

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