उत्तर प्रदेश स्थित बागपत जिले के सिंघावली थाना क्षेत्र के एक गाँव के खेत में सात वर्षीय मासूम बच्ची की हत्या कर दी गई। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि इस घटना का किसी को पता न चले, इसलिए बच्ची के शव को खेत में ही छिपा दिया गया। खबरों के अनुसार, ग्रामीणों ने आशंका जताई थी कि दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है। लेकिन सूचना के बाद पहुँची पुलिस ने शव का रात में ही पोस्टमार्टम कराया। अगली सुबह जब रिपोर्ट आई तो इसमें पुष्टि हुई कि बच्ची के साथ दुष्कर्म नहीं किया गया था।
मीडिया संस्थानों ने बागपत में बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या का दावा किया है।#InfoUPFactCheck: यह दावा गलत है। इस संदर्भ में बागपत पुलिस द्वारा अवगत कराया गया है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार बच्ची की दु:खद मृत्यु जंगली जानवर के हमले से हुई है। pic.twitter.com/mwjFjgtud0
— Info Uttar Pradesh Fact Check (@InfoUPFactCheck) February 21, 2021
इस घटना पर बागपत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने 20 फरवरी 2021 को जानकारी देते हुए कहा, “जनपद बागपत के थाना सिंघावली अहीर क्षेत्रान्तर्गत कल रात एक सात वर्षीय बच्ची का शव बरामद हुआ था। उनके परिवार वालों के तहरीर पर नामजद, 302, 301 का मुकदमा दर्ज किया गया। नामजद अभियुक्त मनोज को गिरफ्तार करके उससे पूछताछ की जा रही है। प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए रात में ही बच्ची की डेड बॉडी का पोस्टमॉर्टम करवाया गया था। पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण एन्टी मॉर्टम इन्जरी की वजह से हुआ शॉक एंड हैमरेज है। एन्टी मॉर्टम इन्जरी जानवर के काटने की वजह से बताई जा रही है। इसमें बच्ची के साथ किसी भी प्रकार का दुष्कर्म या लैंगिक अपराध नहीं हुआ है। मेरा ये निवेदन है कि किसी प्रकार का कोई अफवाह न फैलाएँ और यदि कोई इस प्रकार का अफवाह फैलाता है तो हम इसका खंडन करते हैं।”
दिनांक 20-02-2021 को थाना सिंघावली अहीर क्षेत्रान्तर्गत 7 वर्षीय बच्ची के साथ हुई घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक बागपत श्री अभिषेक सिंह द्वारा दी गई बाईट। pic.twitter.com/QQQsI5J5om
— Baghpat Police (@baghpatpolice) February 21, 2021
इसके साथ ही, बागपत पुलिस ने इस संबंध में एक बयान भी जारी किया है। इसमें कहा गया है, “उक्त घटना थाना क्षेत्र सिंघावली अहीर के बिल्लौचपुरा गाँव से संबंधित है, जहाँ पर महावीर द्वारा अपनी 7 वर्षीय पोती की हत्या करने का आरोप पड़ोसी मनोज एवं उसकी पत्नी के विरुद्ध लगाया गया है। इनका पूर्व में भी आपस में झगड़ा हुआ था। तत्काल सुसंगत धाराओं 302, 301 आईपीसी में अभियोग पंजीकृत कर आरोपित मनोज को हिरासत में लिया गया है। शव का पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों के पैनल से कराया गया है। जिसमें दुष्कर्म अथवा लैंगिक हमले की पुष्टि नहीं हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में एन्टी मॉर्टम इन्जरी जंगली जानवर की पाई गई है। आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।”
बता दें कि बागपत जिले में शनिवार देर रात एक सात साल की बच्ची का शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि उसके शरीर पर चोट के निशान मिले और शव गन्ने की पत्तियों को छिपाकर रखा गया था। बच्ची शनिवार की शाम से लापता थी। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि परिजनों ने पड़ोसियों पर दुष्कर्म के बाद हत्या करने का आरोप लगाया। हालाँकि बागपत के एसपी ने इस आरोपों का खंडन किया है।