Monday, November 25, 2024
Homeफ़ैक्ट चेकसोशल मीडिया फ़ैक्ट चेकपनौती, मनहूस, मौत का सौदागर... बिहार में पुल ध्वस्त होने के बाद झूठ फैलाने...

पनौती, मनहूस, मौत का सौदागर… बिहार में पुल ध्वस्त होने के बाद झूठ फैलाने में लगी कॉन्ग्रेस, जिस पुल का PM मोदी ने किया शिलान्यास वो नहीं हुआ है ध्वस्त

जो पुल ध्वस्त हुआ है, उसका एक हिस्सा अप्रैल 2022 में भी गिर चुका है। उसके साथ ये दूसरा ऐसा हादसा है।

बिहार में हवा के कारण एक बड़ा पुल ध्वस्त होने के बाद अब कॉन्ग्रेस पार्टी एक बार फिर से झूठ फैलाने में लग गई है। बता दें कि बिहार में सुल्तानगंज और अगुवानी को जोड़ने वाला पुल गंगा नदी में समा गया। ये पुल दूसरी बार ध्वस्त हुआ है। 2014 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था। खगड़िया के परवत्ता थाना क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद बिहार की जदयू-राजद-कॉन्ग्रेस सरकार पर भी सवाल उठ रहे हैं।

उधर गुजरात कॉन्ग्रेस के SC विभाग के अध्यक्ष हितेंद्र पिठडिया ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र को दोष देने में देर नहीं लगाई। उन्होंने पुल के ध्वस्त होने का वीडियो शेयर किया। साथ ही उन्होंने एक पुराणी खबर की स्क्रीनशॉट लगाई, जिसकी हेडिंग में लिखा है कि पीएम मोदी ने भागलपुर में 4 लेन के विक्रमशिला सेतु के सामानांतर पुल और फुलौत ब्रिज का शिलान्यास किया। साथ ही लिखा, ‘बिहार में निर्माणाधीन पुल गिरा। पनौती, मनहूस, मौत का सौदागर।’

अब आपको बताते हैं कि इस मामले की सच्चाई क्या है। दरअसल, कॉन्ग्रेस नेता ने जिस खबर की स्क्रीनशॉट लगाई, वो ये वाला पुल है ही नहीं जो ध्वस्त हुआ है। ध्वस्त हुए पुल का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। ध्वस्त हुआ पुल खगड़िया का है, जबकि पीएम मोदी ने वर्चुअल रूप से सितबर 2020 में जिस पुल का शिलान्यास किया था, वो भागलपुर में है। वो पुल ध्वस्त नहीं हुआ है।

कॉन्ग्रेस नेता ने इसके बावजूद अब तक अपना ट्वीट डिलीट नहीं किया है। जो पुल ध्वस्त हुआ है, उसका एक हिस्सा अप्रैल 2022 में भी गिर चुका है। उसके साथ ये दूसरा ऐसा हादसा है। खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज वाला पुल फ़िलहाल निर्माणाधीन ही था, जबकि पीएम मोदी ने जिस 4 किलोमीटर लंबे पुल का उद्घाटन किया था वो भागलपुर और नवगछिया को जोड़ता है। अब सीएम नीतीश ने इस मामले के जाँच के आदेश दिए हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

नो जेंटलमैन गेम: बुमराह का एक्शन/थ्रो बॉलिंग/चकिंग… अपने ही जाल में फँसा ऑस्ट्रेलिया, नहीं पढ़ पाया ‘बूम-बूम’ का दिमाग

ऑस्ट्रेलिया में जसप्रीत बुमराह ही नहीं, मुथैया मुरलीधरन और राजेश चौहान जैसे दिग्गज गेंदबाजों को भी इसी रणनीति के तहत निशाना बनाया गया।

उत्तराखंड की जिस सुरंग में फँसे थे 41 श्रमिक, वहाँ अब ‘बाबा बौखनाग’ का मेला: जानिए कौन हैं वे देवता जिनके सामने सिर झुकाने...

उत्तराखंड में सिल्क्यारा सुरंग में हादसे वाली जगह पर एक वर्ष बाद बाबा बौखनाग का मेला लगा है। इसमें अर्नाल्ड डिक्स भी बुलाए गए हैं।
- विज्ञापन -