एक ट्विटर हैंडल ने सोशल मीडिया पर ‘जनता का रिपोर्टर’ मीडिया पोर्टल की खबर का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसमें दावा किया गया था कि डेविड हेडली ने शिवसेना के लिए फंड्स जुटाने की कोशिश की थी। ‘बीइंग ह्यूमर’ नामक ट्विटर हैंडल ने ये स्क्रीनशॉट शेयर किया। इसमें मीडिया पोर्टल ने खबर प्रकाशित किया था कि आतंकी डेविड हेडली ने शिवसेना के लिए अमेरिका में फंड्स जुटाने का प्रयास किया था। हमने इस दावे का फैक्ट-चेक किया।
जिस ट्विटर हैंडल ने ये स्क्रीनशॉट शेयर किया, वो इससे पहले खुद को ‘सबसे बड़ा दलित नेता’ बताने वाले उदित राज को कॉन्ग्रेस अध्यक्ष बनाने के लिए अभियान चला चुका है। लोगो को संदेह था कि ये खबर सच है भी या नहीं। व्यंग्य के लिए लोकप्रिय इस ट्विटर हैंडल के अभियान के बाद उदित राज को सफाई देनी पड़ी थी कि कुछ लोग उनके और पार्टी आलाकमान के बीच खाई बनाने का काम कर रहे हैं। इसलिए फैक्ट-चेक जरूरी था।
दरअसल, ये खबर अक्टूबर 2016 की है, जब डेविड कोलमैन हेडली ने ये स्वीकारोक्ति की थी। पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकी ने कबूल किया था कि उसने अमेरिका में शिवसेना के लिए एक कार्यक्रम के आयोजन की व्यवस्था की थी और इसीलिए फंड्स जुटाए थे। साथ ही उसने उस कार्यक्रम में तत्कालीन शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे को भी आमंत्रित करने की योजना बनाई थी। 59 साल का डेविड कोलमैन हेडली 26/11 मुंबई हमले में अप्रूवर बन गया था।
उसने ये बातें अबू जुंदाल के वकील अब्दुल वहाब खान के क्रॉस-एग्जामिनेशन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमेरिकी अदालत में हो रही सुनवाई के दौरान कही थी। अबू जुंदाल 2008 के मुंबई हमले की साजिश रचने वाले आतंकी सरगनाओं में से एक था। उसने कहा कि कार्यक्रम में बालासाहब ठाकरे को आमंत्रित करने की कोई खास योजना तो नहीं थी लेकिन अंततः ऐसा होने वाला था। अब ये खबर फिर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
लश्कर-ए-तैयबा के सरगना डेविड हेडली ने अपने कबूलनामे में बताया था कि उसने कथित शिवसेना नेता राजाराम रेगे से बातचीत की थी, जिन्होंने कहा था कि बाल ठाकरे अवस्थ होने के कारण इस कार्यक्रम में नहीं आ सकते हैं लेकिन उनके बेटे उद्धव ठाकरे और शिवसेना के अन्य नेता इसमें शामिल हो सकते हैं। उसने फंड्स जुटाने के लिए अपने आतंकी संगठन लश्कर से भी विचार-विमर्श किया था।
जब डेविड हेडली से पूछा गया कि क्या बाल ठाकरे को इस बारे में पता था तो उसने कहा था कि उसे ये सब कैसे पता होगा, उसे तो राजाराम रेगे ने बताया था कि बालासाहब को यात्राएँ न करने को कहा गया है। डेविड हेडली ने बताया था कि वो बचपन से भारत से घृणा करता है और वो भारतीय नागरिकों को हमेशा से नुकसान पहुँचाना चाहता था। उसके आतंकी संगठन ने बाल ठाकरे की हत्या की सजिश भी रची थी लेकिन जिसे ये काम दिया गया था, वो आतंकी गिरफ्तार हो गया।
Good Morning!
— mthn (spy) 😎 (@Being_Humor) September 29, 2020
This is big news .. a shocking allegation against @OfficeofUT and @rautsanjay61 by @JantaKaReporter
You can you use this screenshot pic.twitter.com/9p1lBGJ3xF
डेविड हेडली ने सुनवाई के दौरान कहा था कि बाल ठाकरे की हत्या की साजिश के लिए ही उसने ये सब किया था। हालाँकि, राजाराम रेगे ने बताया था कि उनका शिवसेना से कोई लेनादेना नहीं है और वो बतौर सामाजिक कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय गए थे। एक ईमेल भी लीक हुआ था, जिसमें हेडली को लिखे मेल में रेगे खुद को राजनीतिक कनेक्शन वाला व्यक्ति बताते हुए हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट्स क्लियर करने का दावा कर रहे थे।
इस पर शिकागो कोर्ट में उन्होंने बताया था कि वो तो बस डेविड हेडली को जाँच रहे थे। उन्होंने बताया कि वो शिवसेना भवन में डेविड हेडली से मिले थे और उन्होंने उसे नज़रअंदाज़ किया था। साथ ही कहा था कि वो शांतिपूर्ण ढंग से जीवन जीने वाले एक मध्यमवर्गीय व्यक्ति है। उन्होंने खुद के शिवसेना PRO होने की बात से इनकार किया था। इस हिसाब से ये खबर तो सही है लेकिन आतंकी डेविड हेडली के इरादे खतरनाक थे।