Saturday, April 20, 2024
Homeफ़ैक्ट चेकसोशल मीडिया फ़ैक्ट चेकसंप्रदाय विशेष के लोगों ने नहीं किया पुणे के 'डॉक्टर' का अंतिम संस्कार: तबलीगी...

संप्रदाय विशेष के लोगों ने नहीं किया पुणे के ‘डॉक्टर’ का अंतिम संस्कार: तबलीगी जमात की छवि चमकाने के लिए पुरानी तस्वीर से खेल

वायरल की जा रही तस्वीर के साथ यह भी दावा किया जा रहा है कि रमाकांत चाहते थे कि वह चार कंधे पर जाएँ। लेकिन उन्हें कोरोना होने के कारण कोई उनके नजदीक नहीं आ रहा था। ऐसे में संप्रदाय विशेष के युवकों ने मजहबी प्रचार का काम छोड़ उन्हें कंधे पर उठाया और श्मशान घाट तक लेकर गए। वहाँ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर इन दिनों एक तस्वीर शेयर की जा रही है। इस तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि पुणे में कोरोना वायरस के कारण मरने वाले हिंदू डॉक्टर रमाकांत जोशी का अंतिम संस्कार संप्रदाय विशेष के लोगों ने किया।

इस तस्वीर को कई यूजर्स अपने अकॉउंट्स से साझा कर रहे हैं। उनका दावा है कि यह संप्रदाय विशेष के लोग तबलीगी जमात के हैं, जिन्होंने अपने मजहबी कार्य को छोड़कर हिंदू डॉक्टर का दाह संस्कार करवाया। साथ ही ये भी दावा किया जा रहा कि डॉ जोश की का एक लड़का है जो अमेरिका में रहता है और पत्नी की आयु 74 साल है।

वायरल की जा रही तस्वीर के साथ यह भी दावा किया जा रहा है कि रमाकांत चाहते थे कि वह चार कंधे पर जाएँ। लेकिन उन्हें कोरोना होने के कारण कोई उनके नजदीक नहीं आ रहा था। ऐसे में संप्रदाय विशेष के युवकों ने मजहबी प्रचार का काम छोड़ उन्हें कंधे पर उठाया और श्मशान घाट तक लेकर गए। वहाँ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

तस्वीर को लेकर झूठा दावा
तस्वीर को लेकर झूठा दावा
तस्वीर को लेकर झूठा दावा

अब टाइम्स ऑफ इंडिया का कहनाD

टाइम्स ऑफ इंडिया में 30 अप्रैल को प्रकाशित खबर

टाइम्स ऑफ इंडिया ने तस्वीर से संबंधित अपने ही खबर का उल्लेख करते हुए, फैलाए जा रहे झूठे दावे को खारिज किया है। उनकी खबर का टाइटल fasting muslim men take out funeral procession of hindu priest in meerut है। यह खबर 30 अप्रैल को प्रकाशित हुई थी।

साभार: ट्विटर

इस रिपोर्ट में पुरानी तस्वीर, माथुर, और मजहब विशेष के युवकों का जिक्र है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अलावा मेरठ की यह घटना कई लोकल चैनल ने भी कवर की थी। इनमें से एक का लिंक नीचे है।

बता दें, माथुर की मौत कोरोना के कारण नहीं हुई थी, जैसा कि तबलीगी जमातियों की छवि निर्माण के लिए बताया जा रहा है। इसके अलावा यह भी मालूम रहे कि जिन लोगों की मौत कोरोना से होती है, उनके दाह संस्कार को भीड़-भाड़ के साथ करने की अनुमति गाइडलाइन्स कभी नहीं देती।

मेरठ की घटना पर यूट्यूब चैनल की कवरेज

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘PM मोदी की गारंटी पर देश को भरोसा, संविधान में बदलाव का कोई इरादा नहीं’: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- ‘सेक्युलर’ शब्द हटाने...

अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने जीएसटी लागू की, 370 खत्म की, राममंदिर का उद्घाटन हुआ, ट्रिपल तलाक खत्म हुआ, वन रैंक वन पेंशन लागू की।

लोकसभा चुनाव 2024: पहले चरण में 60+ प्रतिशत मतदान, हिंसा के बीच सबसे अधिक 77.57% बंगाल में वोटिंग, 1625 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में...

पहले चरण के मतदान में राज्यों के हिसाब से 102 सीटों पर शाम 7 बजे तक कुल 60.03% मतदान हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश में 57.61 प्रतिशत, उत्तराखंड में 53.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe