विपक्षी एकता में अभी से दरार पड़ती दिख रही है। मुंबई में 1 सितंबर 2023 को खत्म हुई I.N.D.A. की बैठक के दौरान उद्योगपति गौतम अडानी को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी के बीच तकरार हो गई। बताया जा रहा है कि इसकी वजह से ममता गठबंधन की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुईं।
राहुल गाँधी-ममता बनर्जी में ठनी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल गाँधी ने बैठक के दौरान गौतम अडानी का मुद्दा उठाया। उन्होंने अडानी का नाम लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलने की कोशिश की, लेकिन इससे ममता बनर्जी खफा हो गईं। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी ने अडानी का मुद्दा उठाने से पहले किसी भी साथी दल को भरोसे में नहीं लिया।
ममता बनर्जी ने कहा कि साथी दलों से चर्चा किए बिना और उनकी सहमति के बगैर ही कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी ने गौतम अडानी का मुद्दा उठा दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में कॉन्ग्रेस और वामदलों के गठबंधन के मुद्दे पर भी अपना मतभेद जारी किया।
जातिगत जनगणना पर नहीं बनी सहमति?
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में जातिगत जनगणता पर राजनीतिक प्रस्ताव भी पास किया जाना था, लेकिन इसको लेकर सभी पार्टियों में सहमति नहीं बन पाई। इस मुद्दे पर बिहार और उत्तर प्रदेश की प्रमुख पार्टियों- जनता दल (यूनाइटेड), समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल साथ आए, लेकिन ममता बनर्जी व कुछ अन्य राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया।
31 अगस्त को कपिल सिब्बल को लेकर हो गया था विवाद
बता दें कि 31 अगस्त 2023 को मुंबई में शुरू हुई इस बैठक में सपा के राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल अचानक पहुँच गए थे। इससे कॉन्ग्रेस नाराज हो गई थी। कॉन्ग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कपिल सिब्बल की मौजूदगी का विरोध किया था।
एकवोकेट कपिल सिब्बल के मंच पर पहुँचने से केसी वेणुगोपाल ने उद्धव ठाकरे से शिकायत की थी, जिसके बाद राहुल गाँधी ने हस्तक्षेप किया। तब जाकर कपिल सिब्बल को मंच पर फोटोशूट के समय जगह मिल पाई थी, वो भी एकदम किनारे।