Sunday, October 13, 2024
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वो 20 खबरें जो ‘नौ बजे नौ मिनट’ के बाद लिब्रान्डू-वामपंथी मीडिया फैला सकती है

ट्विटर यूजर सुमोना ने करीब 35 खबरें बताईं जो वामपंथी मीडिया छाप सकता है। जैसे: मोमबत्तियों के कारण कई जगह लगी आग; गरीब मुस्लिम को बत्तियाँ नहीं बुझाने पर पीटा गया; ABVP के छात्रों ने हॉस्टलों में जबरन बत्ती बुझा दी, एक लड़की हुई घायल; मरीज की मौत, डॉक्टर मोमबत्ती जलाने में था व्यस्त...

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्रवासियों के ‘सामूहिक संकल्प एवं एकजुटता’ को दिखाने के आह्वान पर पूरा देश रविवार शाम नौ बजे एकजुट दिखा। करोड़ों देशवासियों ने अपने घरों की बत्तियाँ बुझा कर, मोदी जी के आह्वान के तहत मोमबत्ती, दीपक, लालटेन, टॉर्च, मोबाइल फ़्लैश आदि के द्वारा प्रकाश कर इस संकट की घड़ी में एकता का प्रदर्शन किया कि चाहे जो हो जाए हमारी एकजुटता हर संकट को पार कर लेगी।

वहीं वामपंथी और लिबरल गिरोह शुरू से ही इस आह्वान के खिलाफ नज़र आया। तमाम वाहियात थ्योरी गढ़ी गईं कि अचानक लाइट जाने से पावर ग्रिड फेल कर जाएगा, इससे क्या कोरोना भाग जाएगा, हमें मजदूरों की बात करनी चाहिए, सब कुछ भगवान भरोसे छोड़ रहे हैं मोदी आदि।

इसी सन्दर्भ में सोशल मीडिया पर गैर-वामपंथियों ने लिब्रान्डू समूह के मजे लेने शुरू कर दिए। द स्किन डॉक्टर नामक ट्विटर हैंडल ने एक ट्वीट लिखा जिसमें एक वामपंथन पत्रकार एक व्यक्ति को समझा रही है की उसे कैमरा पर क्या बोलना है।

इसी तर्ज पर ऑपइंडिया के भी कुछ सुझाव हैं कि आने वाले समय में ‘नौ बजे नौ मिनट’ के नाम पर कैसी दर्द भरी कहानियाँ आ सकती हैं। हमने ये सुझाव वामपंथियों की कम होती क्रिएटिविटी के कारण उन पर तरस खाकर दिए हैं।

१. अब्दुल अपने घर की सीढ़ियाँ चढ़ रहा था, बिल्डिंग वालों ने लाइट बंद कर दी, अंधेरे की वजह से दोनों घुटने टूट गए। आयुष्मान योजना में भी नहीं है नाम, अधिकारी ने कहा कागज ले कर आओ। अब बेचारा अब्दुल कागज कहाँ से लाएगा? कौन जिम्मेदार है इसका?

२. क्या गलती थी इस बच्चे की जो इस लॉकडाउन में घर में दौड़ रहा था, अचानक से मोदी के #9Baje9Minute के कारण दौड़ता हुआ टेबल के कोने से टकरा गया। सामने के दाँत टूट गए। दलित पिता रिक्शा चलाते थे, पैसे वैसे ही नहीं थे, ऊपर से अब दवाई का खर्चा अलग!

३. सलमा अपनी गली में सब्जी लेने गई थी। अचानक से बत्ती गुल हो जाने से घबरा गई। साथ ही, ऐसे अंधेरे में एक काले कुत्ते को भी समझ में नहीं आया कि अच्छा भला उजाला था, ये क्या हुआ। उसने सलमा को दौड़ा दिया, सब्जी छोड़ भागी सलमा। आज उसके घर में नहीं बनेगा भोजन।

४. रामू अपने बिस्तर पर लेटा था। उनकी पत्नी उनके शर्ट में बटन लगा रही थी। तभी बिजली बुझाने के समय किसी ने बत्ती काट दी। सुई रामू की छाती में घुस गई। रामू बिलबिला गए और रिफ्लेक्स एक्शन में पत्नी को जोर से धक्का दिया। उनका सर फूट गया। जिम्मेदार कौन है?

इसी तरह एक ट्विटर यूजर सुमोना चक्रवर्ती ने वामपंथी मीडिया का उपहास करते हुए लगातार कई ट्वीट किए और लिखा कि ये कुछ खबरें हैं जो अब मोदी जी के इस आह्वान के बाद छप कर बाहर आने को तैयार हैं। सुमोना ने आने वाली ऐसी खबरों की हेडलाइन्स शेयर की:

१. मोमबत्तियों के कारण कई जगह लगी आग
२. हकूना मताता में फेल हुआ पावर ग्रिड
३. गरीब मुस्लिम/दलित को बत्तियाँ नहीं बुझाने पर पीटा गया
४. ABVP के छात्रों ने हॉस्टलों में जबरन बत्ती बुझा दी, एक लड़की हुई घायल
५. मरीज की मौत, डॉक्टर मोमबत्ती जलाने में था व्यस्त

अगले ट्वीट में सुमोना ने लिखा:
६. बत्ती बुझाने से हुए अँधेरे में व्यक्ति पर हमला
७. सरकार ने जबरन बुझवाई बत्तियाँ
८. मोमबत्ती का जलना बनी आत्महत्या का कारण

सुमोना के अगले सुझाव कुछ ऐसे थे:
९. नौ बजे हिंदुत्ववादी गुंडों ने अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने के लिए चिल्लाया ‘जय श्री राम’
१०. गरीब बच्चे ने मोमबत्ती नहीं जलाई, किसी ने पीटा
११. मोमबत्ती से गरीब की झुग्गी में लगी आग
१२. बीजेपी समर्थक के घर पर अँधेरे में पड़ा डाका
१३. मोमबत्ती जलाने के समय महिला से हुई छेड़छाड़

इसी तरह आगे के पूरे थ्रेड में सुमोना ने वामपंथी मीडिया पर तंज कसते हुए कई मजेदार खबरें बनाई जो आप नीचे पढ़ सकते हैं:

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ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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