‘किसान भईल परेशान, पप्पू गइले मिलान’, ये किसी आने वाली भोजपुरी फिल्म का नाम नहीं बल्कि कॉन्ग्रेस के दबंग नेता राहुल गाँधी जी की ताजा खबर पर दिल्ली-हरियाणा सीमा पर डटे ‘किसान पुत्रों’ की प्रतिक्रिया है। ताजा खबर ये है कि तीन नए ‘फासीवादी’ कृषि कानूनों को लेकर किसान आंदोलन की छुच्छी में आग लगाकर कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इटली (मिलान) भाग रहे हैं। यह खबर ठंड में ठिठुरते एक किसान पुत्र ने हमें अपने जियो सिम से कॉल कर के दी। हालाँकि, खबर लिखे जाने तक वहाँ मौजूद जियो टॉवर की बिजली वाली तार काट दी गई थी।
बताया जा रहा है कि राहुल गाँधी को हमेशा की ही तरह कुछ आकस्मिक कारणों से देश छोड़कर जाना पड़ रहा है। कॉन्ग्रेस के युवा नेता की वैश्विक छवि के कारण अक्सर उन्हें ऐसे फैसले लेने होते हैं, खासकर तब जब देश में कुछ न कुछ बड़ा घटनाक्रम चल रहा हो।
‘ऐसी भी क्या मजबूरी है कि उन्हें क्रिसमस और पश्चिमी नववर्ष के अवसर पर अक्सर देश छोड़कर इटली जाना होता है?’ इस सवाल के जवाब में राहुल गाँधी का कहना है कि आपको क्यों लगता है कि मैं भारत के किसानों को मझधार में छोड़कर सिर्फ छुट्टियाँ बिताने के लिए इटली जा रहा हूँ?
सवाल पर हैरानी जताते हुए राहुल गाँधी ने कहा कि वो सिर्फ भारत के ही नहीं बल्कि एड्रियाटिक सागर की सीमाओं से लगे देशों के भी नेता हैं, जिस कारण अब उनकी चिंता का स्रोत सिर्फ भारत के ही किसानों की समस्या नहीं बल्कि अब वो पूरे यूरोप महाद्वीप के किसानों की समस्या के समाधान पर भी विचार कर रहे हैं।
राहुल गाँधी ने कहा कि किसानों की समस्या के समाधान के लिए उन्होंने जमकर ‘होमवर्क; कर लिया है। उन्होंने कहा कि वो करीब दो माह से घर पर बैठे इंटरनेट पर ‘फार्म विल’ खेल रहे थे, ताकि किसानों को कृषि सम्बन्धी परेशानियों को समझ सकें। कॉन्ग्रेस नेता ने कहा कि वो इटली में भी ‘फ़ार्म-विल’ खेलने वाले अपने दोस्तों के साथ धरना-प्रदर्शन कर किसान आंदोलन को जारी रखेंगे।
लेकिन तमाम अटकलों के विपरीत, कुछ खोजी फैक्ट चेकर्स ने बताया कि राहुल गाँधी के यूरोप जाने का असल कारण ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का मिलना है। अपुष्ट सूत्रों की मानें तो कॉन्ग्रेस नेता का कहना है कि इस बार वो वहीं जाकर कोरोना वायरस के इस नए प्रकार पर हैंडसैनीटाइजर डाल आएँगे जिससे भारत में प्रदर्शन कर रहे किसानों को कोई समस्या न हो। कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इसे बड़ा फैसला बताकर कहा कि वो हमेशा से जानते थे कि राहुल जी के अंदर नेतृत्व की क्षमता है।