अयोध्या में बन रहे प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का कार्य जोरो-शोरो पर है। अगले महीने यहाँ प्राण-प्रतिष्ठा होगी। इससे पहले मंदिर के गर्भगृह की पहली तस्वीर सामने आई है।
मंदिर के गर्भगृह की भव्य तस्वीर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोशल मीडिया पर शेयर की।
प्रभु श्री रामलला का गर्भ गृह स्थान लगभग तैयार है। हाल ही में लाइटिंग-फिटिंग का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। आपके साथ कुछ छायाचित्र साझा कर रहा हूँ। pic.twitter.com/yX56Z2uCyx
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) December 9, 2023
उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि प्रभु श्री रामलला का गर्भ गृह स्थान बनकर लगभग तैयार है। हाल ही में लाइटिंग-फिटिंग का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। आपके साथ कुछ छायाचित्र साझा कर रहा हूँ।
इन तस्वीरों को देखने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं। कोई इसे अलौकिक-अद्भुत कह रहा है। तो कोई इसे देख कह रहा है कि 500 साल का इंतजार अब खत्म होने को है। जय सिया राम।
Sanctum sanctorum of Ram Mandir in Ayodhya.
— Anshul Saxena (@AskAnshul) December 9, 2023
Wait of 500 years is coming to an end. Jai Shri Ram…Jai Siya Ram… pic.twitter.com/AmUNG6Wc0w
इससे पहले श्री राम जन्मभूमि तीर्थ श्रेक्ष के एक्स अकॉउंट से राम मंदिर की कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए बताया गया था कि राम मंदिर के निर्माण की कार्य की वर्तमान स्थिति क्या है।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य – वर्तमान स्थिति
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) December 8, 2023
Shri Ram Janmabhoomi Mandir construction work – Current status pic.twitter.com/IdQ3krCDoB
अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को प्राण-प्रतिष्ठा का आयोजन होना है जिसके कारण जल्दी से जल्दी बचा काम पूरा करने की कोशिश की जा रही है। प्रथम तल का काम पूरा हो चुका है।
ये भी मालूम हो कि राम मंदिर के लिए तीन अलग अलग कलाकार राम लला की मूर्ति बना रहे हैं, जो भी सबसे उत्तम होगी उसके साथ राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इन मूर्तियों में अब सिर्फ फिनिशिंग करनी बाकी है।
जानकारी के मुताबिक इनमें एक मूर्ति तो राजस्थान के मार्बल मकराना से बन रही है जबकि बाकी दो के लिए कर्नाटक के पत्थर इस्तेमाल में लाएगए हैं। इसके अलावा नेपाल, ओडिशा और महाराष्ट्र से पत्थर लाकर इन मूर्तियों को गढ़ने का प्रयास किया गया था लेकिन वो पत्थर मूर्ति के हिसाब से ठीक नहीं बैठे।
गौरतलब है कि अयोध्या के श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा होगा। इसके लिए तैयारियाँ जोरों-शोरों से हो रही हैं। इस अवसर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहेंगे। इनके अतिरिक्त 3000 वीआईपी समेत 7000 निमंत्रण भेजे गए हैं। इनमें कारसेवकों का परिवार भी हैं जिन्होंने राम मंदिर के लिए अपनी जान गवा दी। ट्रस्ट का कहना है कि आयोजन में 10 हजार से 15000 लोगों के आने का इंतजाम होगा।
ये भी मालूम हो कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 86 साल के पंडित लक्ष्मीकांत मथुरानाथ दीक्षित कराएँगे। बता दें कि जब महाराष्ट्र के ब्राह्मणों ने छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक करने से मना कर दिया था, तब पंडित दीक्षित के पूर्वजों ने उनका राजतिलक किया था।