बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के मुखर रवैये से अब किसान आंदोलन के ‘प्रदर्शनकारियों’ को दिक्कत होने लगी है। यही कारण है कि उन्होंने कंगना की बातों से तंग आकर उनकी फिल्मों को ही बॉयकॉट करने की ठान ली है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार किसानों ने फैसला किया है कि वह कंगना रनौत की फिल्म को पंजाब में रिलीज नहीं होने देंगे। इतना ही नहीं किसानों ने कंगना पर राजनीति करने का आरोप लगाया है और कहा कि वह पब्लिसिटी के लिए ये सब कर रही हैं।
एक पब्लिकेशन को दिए इंटरव्यू में किसानों ने कंगना के बारे में कहा, “कगंना का वैसे कोई कसूर नहीं है, जिसमें जितनी अक्ल होगी वो उतनी ही बात करेगा। खुद को प्रमोट करने के लिए आदमी ऐसा कर देता है, जैसे कंगना जी ने किया है।”
Here’s the video I promised, watch when you can 🙏 pic.twitter.com/0YZxfQfwB2
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) December 19, 2020
बता दें कि कंगना रनौत इन दिनों किसान आंदोलन पर खुल कर अपनी राय रख रही हैं। हाल में वह किसान आंदोलन समर्थक दिलजीत दोसांझ के साथ हुई बहस के कारण चर्चा में थीं। इससे पहले उन्होंने शाहीन बाग की दादी बिलकिस बानो पर भी कमेंट किया था, जिसके कारण उन्हें घेरा जाना शुरू हो गया।
फिलहाल, इस समय कंगना रनौत भारी सुरक्षा के बीच मुंबई पहुँची हुई हैं और लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रही हैं। मगर, पिछले दिनों ट्विटर पर नजर आए उनके मुखर रवैये के कारण उनसे कई लोग अपनी आपत्ति दर्ज कर रहे हैं। अब इनमें किसान भी शामिल हो गए हैं।
इससे पहले वह एक वीडियो जारी करके अपना पक्ष रख चुकी हैं। जिसमें उन्होंने पूछा था कि आखिर सामान्य लोग कैसे भ्रम में फँस जाते हैं और किसी की भी बात मान लेते हैं। उन्होंने प्रियंका चोपड़ा, हिमांशी खुराना समेत कई लोगों को आड़े हाथों लिया था।
कंगना से पहले पंजाब के विभिन्न हिस्सों में रिलायंस जियो के लगभग 1300 टावरों को निशाना बनाकर नुकसान पहुँचाया गया। किसी का जेनेरेटर चुरा लिया तो किसी की बिजली सप्लाई बंद कर दी। चौंकाने वाली बात यह है कि तथाकथित किसानों ने ऐसा करके अंबानी नहीं, कनाडा की कंपनी को लगाया चूना क्योंकि कुछ महीने पहले ही रिलायंस समूह के मालिक मुकेश अंबानी ने एक कनाडाई कंपनी ‘ब्रुकफील्ड’ (Brookfield) को टावर बिजनेस बेच दिए थे।
याद दिला दें इसी साल उनके बेबाक बोल के कारण महाराष्ट्र सरकार ने उन पर कई कार्रवाई करवाई थी। उनका कार्यालय तक तोड़ दिया गया था। लेकिन हाल में इस सिलसिले में महाराष्ट्र के मानवाधिकार आयोग ने BMC के कमिश्नर इकबाल सिंह चहल को समन भेजा।
कंगना से संबंधित मामले में कमिश्नर चहल को 20 जनवरी से पहले आयोग के सामने हाजिरी देने के निर्देश दिए गए और यह बताने को कहा गया कि उन्होंने बांद्रा पाली हिल एरिया में बनी कंगना की प्रॉपर्टी को नष्ट करने का निर्णय क्यों लिया।