इस्लामिक आतंकी संगठनों के खिलाफ हमेशा मुखर होकर कार्रवाई करने के पक्ष में रहने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर इस्लामिक आतंकवाद को निशाना बनाया है। 27 अक्टूबर की सुबह इस ओर इशारा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट किया। ट्रम्प के इस बयान के आने के बाद से ही अंतर्राष्ट्रीय जगत में खलबली मची हुई है। इस्लामिक चरमपंथ को बढ़ावा देने वाले देश भी इस कार्रवाई के बाद से हक्का-बक्का बैठे हैं।
बता दें कि आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए अमेरिका लम्बे समय से प्रयास करता आ रहा है, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के वक़्त भी इस्लामिक आतंकवाद को लेकर उठने वाली चिंताओं के चलते यूएस ने पाकिस्तान और खाड़ी देशों में पलने वाले इस्लामिक आतंक के नासूर से निपटने के लिए ड्रोन हमले का रास्ता अख्तियार किया।
Something very big has just happened!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) October 27, 2019
ट्रम्प ने सुबह-सुबह ट्वीट किया “अभी कुछ बड़ी घटना हुई है”। उनके इस बयान के बाद पूरी दुनिया की निगाहें उनके ऊपर टिक गई हैं। हमेशा ही अपने बयानों और अप्रत्याशित फैसलो के लिए मशहूर ट्रम्प इस बार क्या करेंगे या उन्होंने इस बार उनकी कार्रवाई का क्या परिणाम होगा। एक न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक अमेरिका ने इस्लामिक आतंकवाद को पनाह देने वाले इस्लामिक स्टेट के सरगना अबू बक्र अल बगदादी को निशाना बनाने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया है। जिसमें बगदादी के मारे जाने की खबर है। इसकी सूचना खुद ट्रम्प ने ‘कुछ बड़ा हुआ है…’ लिखकर बताया।
The United States has carried out an operation targeting Islamic State leader Abu Bakr al-Baghdadi: Reuters (file pic) pic.twitter.com/tH1KUmDXaG
— ANI (@ANI) October 27, 2019
बता दें कि यह जिहादी संगठन पूरी दुनिया में इस्लाम के प्रचार के बहाने आतंक और खून-खराबा फ़ैलाने के लिए कुख्यात है। इसी साल एक अप्रैल को जारी एक वीडियो में बगदादी को देखा गया था। यद्यपि यह स्पष्ट नहीं है कि यह वीडियो कब फिल्माया गया है मगर यह तय है कि पाँच साल में पहली बार बगदादी किसी वीडियो के ज़रिए नज़र आया है। अपने इस वीडियो में वह पूर्वी सीरिया के बगूज़ में चल रहे संघर्ष ख़त्म होने की बात कहता नज़र आ रहा है। साथ ही बता दें कि कुछ समय पहले श्रीलंका में हुए आतंकी हमले में भी इसी संगठन के संलिप्त होने की बात कही जा रही है। श्रीलंका में तीन अलग अलग शहरों में सीरियल बम धमाके हुए थे। इस दौरान करीब 500 से अधिक लोग घायल हो गए थे तो वहीं 300 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था।