Wednesday, May 8, 2024
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अमेरिका में मानवाधिकार हनन के साथ-साथ नस्लीय भेदभाव: अश्वेत फ्रैंक टायसन को पुलिस ने गिराकर गर्दन दबाया, अस्पताल में मौत

अमेरिका में अश्वेतों के खिलाफ किए गए नस्लीय अपराधों का एक बड़ा एवं वीभत्स इतिहास रहा है। जॉर्ज फ्लॉयड अमेरिकी पुलिस द्वारा संस्थागत अफ्रीकी-अमेरिकी समुदाय के खिलाफ संस्थागत नस्लीय अत्याचार का शिकार था, जिसका अफ्रीकी अमेरिकी मूल के लोगों के खिलाफ बर्बरता बरतने का एक लंबा इतिहास रहा है। अब उसी अत्याचार का शिकार टायसन बना है।

सारी दुनिया को मानवाधिकार का ज्ञान देने वाले अमेरिका में इन दिनों लोगों का उत्पीड़न जारी है। साल 2020 में सामने आए जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के वीडियो की तरह ही एक और अश्वेत अमेरिकी का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में वह व्यक्ति जमीन पर गिरा हुआ है और उसके ऊपर चढ़े हुए लोगों से वह कह रहा कि ‘मैं साँस नहीं ले पा रहा हूँ’। आखिरकार अस्पताल में उसकी मौत हो गई है।

अमेरिका में अहियों के कैंटन पुलिस विभाग द्वारा गुरुवार (25 अप्रैल 2024) को एक वीडियो जारी किया गया। यह वीडियो पुलिस के बॉडी कैमरा से लिया गया है। इस वीडियो में अधिकारी 53 साल के फ्रैंक टायसन नाम के एक व्यक्ति को पकड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। अधिकारी उसे जमीन पर गिराकर अपने घुटनों से दबाए हुए हैं। उसके हाथ में हथकड़ी लगी है।

दरअसल, टायसन को लेकर पुलिस को संदेह था कि 18 अप्रैल 2024 को वह एक कार दुर्घटना में वह शामिल था और एक्सीडेंट के बाद मौके से फरार हो गया था। 36 मिनट लंबे इस वीडियो क्लिप की शुरुआत एक गश्ती करने वाले अधिकारी के एक कार पर आने से होती है। यह कार बिजली के एक खंभे से टकरा गई थी। एक प्रत्यदर्शी ने बताया कि वाहन का चालक पास के एक बार में भाग गया है।

इसके बाद अधिकारी वहाँ जाते हैं तो टायसन बार में मिलता है। अधिकारी उसकी बाँह पकड़ने की कोशिश करते हैं तो विवाद हो जाता है। इसके बाद टायसन चिल्लाने लगता है, “वे मुझे मारने की कोशिश कर रहे हैं। शेरिफ को बुलाओ।” अधिकारियों ने टायसन को ज़मीन पर गिरा दिया और उसे हथकड़ी लगा दी। वीडियो में लगभग 30 सेकंड तक उसकी गर्दन के पास पीठ पर अधिकारी घुटना रखे हुए दिखते हैं।

इस दौरान टायसन यह बार-बार कहता है, “मैं साँस नहीं ले पा रहा हूँ। मैं अपनी गर्दन नहीं हिला सकता।” हालाँकि, एक अधिकारी खड़े होने से पहले ‘शांत हो जाओ’ और ‘तुम ठीक हो’ चिल्लाता है। अगले वीडियो में टायसन को लगभग छह मिनट तक फर्श पर औंधे मुँह लेटे हुए और शांत दिखाया गया है। वहीं, अधिकारी बार के अधिकारियों से बात कर रहे हैं।

जब अधिकारी टायसन की जाँच करते हैं तो वह कोई जवाब नहीं देता है। उस दौरान एक अधिकारी कहता है, “क्या वह साँस ले रहा है? क्या उसकी नाड़ी चल रही है?” इसके बाद अधिकारियों ने टायसन की हथकड़ी खोल दी और सीपीआर शुरू कर दिया। वीडियो में दिखाया गया है कि कुछ देर में पैरामेडिक्स घटनास्थल पर पहुँचते हैं और टायसन को स्ट्रेचर पर एम्बुलेंस में लेकर जाते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, टायसन की एक स्थानीय अस्पताल में मृत्यु हो गई है। हालाँकि, मौत का आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर इस घटना की तुलना साल 2020 में हुए अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत से कर रहे हैं।

फ्लॉयड को भी इसी तरह जमीन पर गिराकर उसके ऊपर घुटने रख गए थे। फ्लॉयड ने भी अधिकारियों से कहा था कि ‘वह साँस नहीं ले पा रहा’ है। दरअसल, कानून का पालन करने वाले नागरिक की तरह फ्लॉयड ने पुलिस के निर्देशों का अनुपालन किया और फिर भी उनके साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया था। इसके कारण उसकी मृत्यु हो गई थी। इस मामले में कोर्ट ने तीन अधिकारियों को दोषी पाया था।

बताते चलें कि अमेरिका में अश्वेतों के खिलाफ किए गए नस्लीय अपराधों का एक बड़ा एवं वीभत्स इतिहास रहा है। जॉर्ज फ्लॉयड अमेरिकी पुलिस द्वारा संस्थागत अफ्रीकी-अमेरिकी समुदाय के खिलाफ संस्थागत नस्लीय अत्याचार का शिकार था, जिसका अफ्रीकी अमेरिकी मूल के लोगों के खिलाफ बर्बरता बरतने का एक लंबा इतिहास रहा है। अब उसी अत्याचार का शिकार टायसन बना है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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