Monday, October 14, 2024
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न्यूज एजेंसी ANI को बताया ‘मोदी सरकार का प्रचार टूल’, विकिपीडिया पर ठोका ₹2 करोड़ की मानहानि का केस: दिल्ली हाई कोर्ट ने माँगा जवाब

ANI ने विकिपीडिया के ऊपर 2 करोड़ रुपए का मानहानि मुकदमा दायर किया है। एएनआई का आरोप है कि विकिपीडिया अपने प्लेटफॉर्म पर अपमानजनक एडिटिंग करने की लोगों को अनुमति दे रहा है।

समाचार एजेंसी ANI ने विकिपीडिया के ऊपर 2 करोड़ रुपए का मानहानि मुकदमा दायर किया है। एएनआई का आरोप है कि विकिपीडिया अपने प्लेटफॉर्म पर उनके लिए अपमानजनक एडिटिंग करने की लोगों को अनुमति दे रहा है। इसी मामले में उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में केस दायर किया और कोर्ट ने सुनवाई करते हुए आज विकिपीडिया को समन जारी किया है। अब मामले की अगली सुनवाई 20 अगस्त 2024 को होगी।

लाइव लॉ के मुताबिक, ANI ने आरोप लगाया कि विकिपीडिया अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद समाचार एजेंसी के पेज पर कथित रूप से अपमानजनक सामग्री प्रकाशित करवा रहा है और उन्होंने कोर्ट से इसी सामग्री को हटाने व रोकने की माँग की है। इसके साथ ही अभी तक जो एडिटिंग करके अपमान किया गया उसपर 2 करोड़ रुपए का हर्जाना देने को कहा।

समाचार एजेंसी एएनआई को लेकर विकिपीडिया पर प्रकाशित जानकारी

बता दें कि विकिपीडिया के ऊपर समाचार एजेंसी एएनआई इसलिए इतना भड़का हुआ है क्योंकि जो जानकारी उनके प्लेटफॉर्म पर ANI के लिए है उसमें उन्हें समाचार पोर्टल की जगह सरकार का प्रचार उपकरण कहा गया है।

विकिपीडिया पर लिखा है- ये साइट (ANI) वर्तमान में केंद्र सरकार के लिए प्रचार उपकरण के रूप में काम करने, फर्जी समाचार वेबसाइटों के विशाल नेटवर्क से सामग्री वितरित करने और घटनाओं की गलत रिपोर्टिंग के लिए आलोचना की गई है। इसके अलावा विकिपीडिया पर ये भी लिखा है कि एएनआई के नए प्रबंधन में पत्रकारिता का आक्रमक मॉडल इस्तेमाल किया जा रहा है जहाँ सिर्फ और सिर्फ फोकस अधिक रेवेन्यू पर हैं। कई पूर्व कर्मचारियों ने यहाँ के मैनेजमेंट पर गलत अमानवीय बर्ताव का आरोप लगाया है।

ऐसे ही टेक्स्ट देखने के बाद एएनआई की ओर से शिकायत लेकर वकील सिद्धांत कुमार पेश हुए और उन्होंने याचिका में कहा कि विकिपीडिया पर उल्लेखित सामग्री मानहानिकारक है। ये प्लेटफॉर्म ऐसा मंच है कि जिसका उपयोग सार्वजनिक उपयोगिता के रूप में किया जाता है, लेकिन इस प्लेटफॉर्म ने एएनआई के पेज को समाचार एजेंसी द्वारा संपादन करने से रोक दिया है। ये सब सिर्फ समाचार एजेंसी की प्रतिष्ठा को धूमिल करने और इसकी साख को बदनाम करने लिए हुआ है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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