केंद्र सरकार ने ऐलान किया है कि पूरे भारत में सभी को कोरोना वैक्सीन बिलकुल फ्री में मिलेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि न सिर्फ दिल्ली, बल्कि पूरे देश में लोगों को कोविड वैक्सीन मुफ्त में दी जाएगी। उनसे सवाल पूछा गया था कि कोविड वैक्सीन फ्री होगी या फिर इसके लिए लोगों को कीमत देनी पड़ेगी? पत्रकारों ने ये भी पूछा कि क्या ये सिर्फ दिल्ली में मुफ्त होगी? इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली ही नहीं, पूरे देश में फ्री होगी।
अब जब केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने शुक्रवार (दिसंबर 1, 2020) को कोरोना वैक्सीन Covishield (जिसे ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी और AstraZeneca द्वारा विकसित किया गया है) को अप्रूव कर दिया है, मोदी सरकार दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के लिए तैयार कर रही है। औषधि नियामक के सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी ने वैक्सीन के इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन की अनुमति दे दी है।
#WATCH | Not just in Delhi, it will be free across the country: Union Health Minister Dr Harsh Vardhan on being asked if COVID-19 vaccine will be provided free of cost pic.twitter.com/xuN7gmiF8S
— ANI (@ANI) January 2, 2021
निर्देश जारी किया गया है कि प्रत्येक व्यक्ति को 4-6 सप्ताह के भीतर 2 बार वैक्सीन लेनी पड़ेगी। हर 15 दिन बाद निर्माता कंपनी को नियामक के साथ ‘एडवर्स इन्सिडेंट्स’ रिपोर्ट शेयर करनी होगी, जिसमें बताना होगा कि कहाँ-कहाँ और किस किस्म के इसके साइड इफेक्ट्स हुए हैं या नहीं हुए। सूचना ये भी आ रही है कि जुलाई तक 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।
देश के कुल 116 जिलों में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन भी चल रहा है। इसके लिए कुल 259 वैक्सीनेशन बूथ बनाए गए हैं। ड्राई रन वास्तविक टीकाकरण अभियान से पहले का मॉक ड्रिल है। इसका उद्देश्य है कि टीकाकरण अभियान की शुरुआत से पहले प्रक्रिया की जमीनी स्थिति की समीक्षा की जाए। इस अभियान के लिए 96,000 कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। सभी राज्यों को स्वाथ्यकर्मियों की सूची के साथ तैयार रहने को कहा गया है। हालाँकि, अभी Covishield की मार्केटिंग के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की अनुमति मिलनी बाकी है।
जैसा कि पीएम मोदी कह चुके हैं कि सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों या कोविड वारियर्स को वैक्सीन देने में प्राथमिकता दी जाएगी, जिसमें डॉक्टरों से लेकर नर्स तक शामिल हैं। साथ ही बुजुर्गों को प्राथमिता दी जाएगी। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया दुनिया की अबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता है और इस बार भी उसे ही ये जिम्मेदारी दी गई है। खबर आई है कि SII ने 5 करोड़ वैक्सीन की खेप स्टोर कर ली है, जिसे अब लोगों तक पहुँचाया जाएगा।
इस वैक्सीन का दूसरा सकारात्मक पहलू यह है कि भारत जैसे बड़े देश में टीकाकरण के लिए बहुत बड़े स्तर पर प्रॉडक्शन की आवश्यकता होगी। जिस वजह से दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक के रूप में सीरम इंस्टीट्यूट इसमें बेहद मददगार साबित हो सकता है। कंपनी का कहना है कि वह मार्च महीने तक तकरीबन दस करोड़ डोज तैयार कर लेगी। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि भारत में कोरोना के पहले फेज के वैक्सिनेशन में तकरीबन 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाना है।