भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला का तीसरा और आखिरी मैच केरल के ग्रीनफील्ड स्टेडियम में खेला गया। इस मैच में, टीम इंडिया ने श्रीलंका को 317 रनों से हराते हुए रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। इस जीत के साथ टीम इंडिया ने सीरीज में क्लीन स्वीप कर लिया।
इस मैच में, टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। टीम इंडिया की शुरुआत बेहतरीन रही। रोहित शर्मा के रूप में जब भारत का पहला विकेट गिरा तब, टीम का स्कोर 95 रन पहुँच चुका था।
इसके बाद, बल्लेबाजी करने आए विराट कोहली शुरुआत से ही अच्छी लय में नजर आए। वहीं, सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल भी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए टीम का स्कोर आगे बढ़ा रहे थे। जहाँ एक ओर शुभमन गिल ने 116 रनों की आतिशी पारी खेली। वहीं, विराट कोहली 166 रन बनाकर नाबाद रहे। टीम इंडिया की ओर से श्रेयस अय्यर ने भी 38 रनों के साथ कैमियो किया।
इस तरह टीम इंडिया ने सीरीज हार चुकी श्रीलंका के सामने 391 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम शुरुआत से ही बैकफुट पर नजर आई। भारत की घातक गेंदबाजी के आगे हालत यह रही कि श्रीलंका के केवल 3 बल्लेबाज ही दहाई के आँकड़े तक पहुँच सके।
टीम इंडिया के ओर से मोहम्मद सिराज ने 4, कुलदीप यादव और मोहम्मद शमी ने 2-2 विकेट हासिल किए। इस तरह से श्रीलंकाई टीम महज 73 रनों पर ही ढेर हो गई। इस मैच में जीत के साथ टीम इंडिया ने न केवल सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया है। बल्कि, वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ी जीत भी दर्ज की है।
इससे पहले, यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम था। न्यूजीलैंड ने साल 2008 में आयरलैंड को 290 रनों से हराया था। इस क्रम में यदि वनडे क्रिकेट इतिहास की अन्य बड़ी जीतों पर नजर डालें तो साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान को 275 रनों से मात दी थी। वहीं, दक्षिण अफ्रीका ने साल 2010 में जिम्बाब्वे को 272 रनों व साल 2012 में श्रीलंका को 258 रनों से हराया था।
हालाँकि, इस मामले में जीत का सबसे बड़ा रिकॉर्ड न्यूजीलैंड की महिला क्रिकेट टीम के नाम है। साल 1997 में न्यूजीलैंड की महिला क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को 408 रनों से मात दी थी।