Friday, March 29, 2024
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भारत की पहली यूनिकॉर्न जोड़ी: आशीष और रू​चि ने साथ की पढ़ाई-नौकरी और शादी, अब स्टार्टअप की दुनिया में जोड़ा नया पन्ना

दोनों कुछ अलग करना चाहते थे। यही सोचकर दोनों ने नौकरी छोड़ दी और अपना उद्यम शुरू किया। रुचि ऑक्सीजो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं, जबकि महापात्रा ऑफबिजनेस में सीईओ हैं।

केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) की प्रोत्साहन के बाद भारत तेजी से स्टार्टअप (Startup) के क्षितिज पर उभरा है। भारत स्टार्टअप की दुनिया में रोज नई कहानियाँ लिख रहा है। नए उद्यमियों की लगन और उनकी मेहनत के साथ-साथ उनकी दूरदर्शिता कंपनी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है। ऐसे ही एक सफल उद्यमी हैं रुचि कालरा (Ruchi Kalra) और आशीष महापात्रा (Ashish Mohapatra)। दोनों पति-पत्नी ने स्टार्टपअप की दुनिया में नई इबारत लिखी है।

रुचि और आशीष ने अपने डिजिटल लेंडिंग स्टार्टअप ऑक्सीजो फाइनेंशियल सर्विसेज (Oxyzo Financial Services) को अपनी मेहनत से इसे यूनिकॉर्न स्टार्टअप (Unicorn Startup) में शामिल करा दिया है। यह स्टार्टअप अब 1 अरब डॉलर (लगभग 77 अरब रुपए) की कंपनी हो गई है और लाभ कमा रही है। वहीं, उनके पति की कंपनी Obusiness पिछले ही साल यूनिकॉर्न के एलीट क्लब में शामिल हो चुकी है।

Unicorn में शामिल दो कंपनियाँ

Oxyzo Financial Services की को-फाउंडर रुचि कालरा ने बुधवार (23 मार्च 2022) को बताया कि कंपनी ने अपने पहले राउंड की फंडिंग में अल्फा वेब ग्लोबल (Alpha Web Global), टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट (Tiger Global Management), नॉरवेस्ट वेंचर पार्टनर्स (Norwest Venture Partners) सहित वेंचर कैपिटल फर्म के जरिए 200 मिलियन डॉलर (1567.5 करोड़ रुपए) जुटाए हैं।

दूसरी तरफ, उनके पति आशीष ने साल भर के भीतर ऑफबिजनेस (OfBusiness) ने सॉफ्टबैंक कॉर्प (Softbank Corp) और अन्य निवेशकों से जुटाए धन के जरिए यह वैल्युएशन हासिल की है। इसमें भी कई कंपनियों ने निवेश किया है। दिसंबर में स्टार्टअप का वैल्युएशन लगभग 5 बिलियन डॉलर तक पहुँच गया था। ये भारत के पहले ऐसे पति-पत्नी हैं, जिनकी संचालित कंपनी यूनिकॉर्न में शामिल हुई हैं।

IIT के B.Tech के बाद ISB से MBA

38 साल की आशीष और 41 साल के आशीष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) के विद्यार्थी रह चुके हैं। रुचि ने IIT, Delhi से केमिकल इंजीनियरिंग में B.Tech करने के बाद हैदराबाद स्थित इंडियन स्कूल बिजनेस (ISB) से MBA किया है। वहीं, आशीष ने IIT खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में B.Tech और ISB, हैदराबाद से MBA किया है।

दोनों की मुलाकात मैकिन्से एंड कंपनी (Mckinsey & Co.) में काम करने के दौरान हुई थी। रुचि मैकिन्से इंडिया में खुदरा और MSE बैंकिंग सेवा का काम देखती थीं। वहीं, आशीष रेकिट ऐंड कोलमैन (Reckitt & Colman), आईटीसी लिमिटेड (ITC Limited), McKinsey & Company, मैट्रिक्स पार्टनर्स (Matrix Partners) में काम कर चुके हैं।

रुचि ने बताया कि दोनों कुछ अलग करना चाहते थे। यही सोचकर दोनों ने नौकरी छोड़ दी और अपना उद्यम शुरू किया। बता दें कि रुचि ऑक्सीजो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं, जबकि महापात्रा ऑफबिजनेस में सीईओ हैं। 

स्टार्टअप का सफर

कालरा और महापात्रा ने तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर साल 2017 में Oxyzo की स्थापना OfBusiness की एक ब्रांच के रूप में की थी। वहीं, OfBusiness की शुरुआत वर्ष 2016 में हुई थी। Oxyzo फाइनेंस और Ofbusiness थोक कच्चे माल उपलब्ध कराती है।

Oxyzo डेटा की पूर्ति के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर बिजनेसेस को फाइनेंस उपलब्ध कराती है। यह कंपनी छोटे और मझोले कारोबारियों को पूँजी उपलब्ध कराती है। वहीं, Ofbusiness छोटे और मध्यम कारोबारियों को स्टील, डीजल, खाद्यान्न और औद्योगिक रसायनों जैसे कच्चे माल की थोक में आपूर्ति करती है।

दोनों स्टार्टअप के लिए अलग-अलग ऑफिस बनाए गए हैं और दोनों कंपनियों के लिए अलग-अलग टीम काम करती है। ऑक्सीज़ो में 500 से अधिक कर्मचारी हैं और इसने 2 बिलियन डाॅलर से अधिक का ऋण वितरित किया है। ऑक्सीजो इस समय पूरे देश में 3000 से अधिक एसएमई को अपनी सेवाएँ दे रही है। यह कंपनी हर साल 4000 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण वितरण कर रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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