Thursday, April 25, 2024
Homeविविध विषयअन्यकश्मीर की लेडी ऑफिसर: एक अपनों से करा रही बात, दूसरे के कंधों पर...

कश्मीर की लेडी ऑफिसर: एक अपनों से करा रही बात, दूसरे के कंधों पर सुरक्षा का भार

कश्मीर की पहली महिला आईएएस डॉ. सईद सहरीश असगर को घाटी के लोगों की उनकी परिजनों से बात कराने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, आईपीएस नित्य सँभाल रहीं हैं बेहद अहम डल झील इलाके की सुरक्षा-व्यवस्था।

कश्मीर के हालात इन दिनों देश में चर्चा का सबसे महत्वपूर्ण मसला है। ऐसे माहौल में दो महिला अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को लेकर चर्चा में हैं। एक हैं 2013 बैच की आईएएस ऑफिसर डॉ. सईद सहरीश असगर और दूसरी, 2016 बैच की आईपीएस ऑफिसर पीडी नित्य।

कश्मीर की पहली महिला आईएएस डॉ. सईद सहरीश असगर को घाटी के लोगों की उनकी परिजनों से बात कराने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, पीडी नित्य को श्रीनगर के राम मुंशी बाग से लेकर हरवन दागची गाँव तक की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। इस इलाके में न केवल डल झील और राज्यपाल का आवास आता है, बल्कि इन्हीं इलाकों में स्थित इमारतों में वीआईपी लोगों को हिरासत में रखा गया है।

गौरतलब है कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद से सुरक्षा के लिहाज से घाटी में कई पाबंदियाँ बनी हुई हैं। इनमे फ़ोन और इंटरनेट सेवा बंद करना भी शामिल है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलवामा की डॉ. असगर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म किए जाने से केवल चार दिन पहले ही सूचना निदेशक नियुक्त की गईं थी। कुछ दिन पहले था उनका काम लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में जागरूक करना था। अब पिछले 8 दिन से उनका काम लोगों की परेशानियाँ सुनना और उसका समाधान निकालना है।

बता दें कि एक साल के बटे की माँ डॉ. सईद सहरीश असगर एमबीबीएस हैं और जम्मू में डॉक्टरी की प्रैक्टिस कर चुकी हैं। वह कहती हैं कि वह बतौर डॉक्टर मरीजों का इलाज करती थीं, लेकिन आज घाटी में उनके सामने अलग चुनौतियाँ हैं जिनसे निपटने के लिए कड़ाई और नरमी दोनों की साथ-साथ जरूरत है।

नित्य छत्तीसगढ़ के दुर्ग से हैं। उन्होंने बताया कि आम नागरिकों के साथ-साथ वीवीआईपी की सुरक्षा भी देखनी होती है। जिसके कारण वह कई बार लोगों के गुस्से का शिकार हो जाती हैं। वो कहती हैं कि छत्तीसगढ़ की जिंदगी और यहाँ की उनकी जिंदगी में बहुत फर्क है। बता दें कि पीडी नित्य पहले एक सीमेंट कंपनी में मैनेजर की थीं। उन्होंने केमिकल इंजिनियरिंग से बीटेक कर रखी है। कश्मीरी और हिंदी के अलावा वह तेलुगू भी बहुत अच्छे से बोल लेती हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

माली और नाई के बेटे जीत रहे पदक, दिहाड़ी मजदूर की बेटी कर रही ओलम्पिक की तैयारी: गोल्ड मेडल जीतने वाले UP के बच्चों...

10 साल से छोटी एक गोल्ड-मेडलिस्ट बच्ची के पिता परचून की दुकान चलाते हैं। वहीं एक अन्य जिम्नास्ट बच्ची के पिता प्राइवेट कम्पनी में काम करते हैं।

कॉन्ग्रेसी दानिश अली ने बुलाए AAP , सपा, कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ता… सबकी आपसे में हो गई फैटम-फैट: लोग बोले- ये चलाएँगे सरकार!

इंडी गठबंधन द्वारा उतारे गए प्रत्याशी दानिश अली की जनसभा में कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe