माइक्रोब्लॉगिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने Twitter ने दिल्ली पुलिस द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद बयान जारी करते हुए कहा है कि भारत में उसके कर्मचारियों को लेकर हुई हालिया घटनाओं और जिन लोगों को वो सेवा देता है उनकी ‘अभिव्यक्ति की आज़ादी’ को खतरा होने के कारण वो चिंतित है। Twitter ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस अपने ‘हथकंडों’ से धमकी दे रही है, जिससे वो चिंतित है।
Twitter ने अपने बयान में दावा किया कि नए IT नियमों के मूल तत्वों का वो पालन कर रहा है और साथ-साथ वैश्विक ‘टर्म्स ऑफ सर्विस’ के हिसाब से भी कार्य कर रहा है। उसने भारत सरकार द्वारा लाए गए नए IT नियमों के बारे में कहा कि वो इसके कुछ हिस्से में बदलाव चाहता है, ताकि लोगों के बीच बातचीत या चर्चाएँ खुली व स्वतंत्र रूप से हो सके। उसने भारत सरकार के साथ अपनी बातचीत को जारी रखने की भी बात कही है।
Twitter ने कहा, “हमें लगता है कि एक सहभागिता वाला मिलाजुला दृष्टिकोण अपनाना महत्वपूर्ण है। हम केंद्रीय ‘इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय’ से निवेदन करते हैं कि वो इस ‘स्टैण्डर्ड ऑपरेशन परोसिड्यूर्स’ के लिए पहले जनता से सार्वजनिक परामर्श ले। साथ ही Twitter को इन नियमों को लागू करने के लिए 3 महीने का समय दिया जाए। हम भारत के लोगों के प्रति गहराई से समर्पित हैं और इस महामारी के समय में हमारी सेवाएँ लोगों के लिए सहारा बनी हैं।”
Breaking: Twitter in the aftermath of Delhi police visiting its office says,"have concerns with regards to the use of intimidation tactics by the police"; Points to "potential threat to freedom of expression for the people we serve."
— Sidhant Sibal (@sidhant) May 27, 2021
FULL STATEMENT: https://t.co/PksKvVfMuK pic.twitter.com/Jbr46zaQA0
ट्विटर ने अपने बयान में ये भी कहा कि अपनी सेवाओं को जारी रखने के लिए वो भारत सरकार के नियम-कानूनों का पालन करेगा, लेकिन लेकिन वो दुनिया भर में पारदर्शिता के साथ-साथ हरेक आवाज़ को मजबूती देने और अभिव्यक्ति की आज़ादी व प्राइवेसी की रक्षा के लिए भी कार्य करता रहेगा। उसने लोगों के हितों के लिए अधिकारियों, उद्योग और सभ्य समाज के लोग साथ आकर अपनी जिम्मेदारी निभाएँ।
ये पूरा मामला उस ‘टूलकिट’ से जुड़ा है, जिसे कॉन्ग्रेस का बताया जा रहा था। Twitter ने संबित पात्रा समेत जिन्होंने भी इस टूलकिट को ट्वीट किया था, उस पर ‘छेड़छाड़ किया हुआ मीडिया’ का ठप्पा लगा दिया। कॉन्ग्रेस के पत्र के बाद उसे ये कार्रवाई की। दिल्ली पुलिस ने 2 कॉन्ग्रेस नेताओं के साथ-साथ दिल्ली और गुरुग्राम स्थित ‘ट्विटर इंडिया’ के दफ्तरों में जाकर नोटिस दिया था। दिल्ली पुलिस ने कहा था कि ‘ट्विटर इंडिया’ के MD की तरफ से जो नोटिस आया है वो अस्पष्ट है।
हालाँकि, इस कार्यवाही के बाद कॉन्ग्रेस ने दिल्ली पुलिस से अपनी शिकायत वापस लेते हुए छत्तीसगढ़ में मामला चलाने की बात कही। बता दें कि आम उपयोगकर्ताओं को उनके अधिकारों के उल्लंघन के मामले में उनकी शिकायतों के समाधान होने और इनकी जवाबदेही तय करने के लिए ‘सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती संस्थानों के लिए दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम 2021’ लाया गया है। व्हाट्सएप्प भी इसके खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट पहुँचा है।