Friday, March 29, 2024
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श्रम ऐप (ShramApp): लॉकडाउन में बेरोजगार श्रमिकों, प्रवासी मजदूरों को उपलब्ध कराएगा रोजगार, है बिल्कुल FREE

श्रम ऐप से काम पाना काफी आसान है। इसके लिए बस आपको अपने फोन में प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से इस ऐप को डाउनलोड करना है, अपना नाम और काम से जुड़ी जानकारी अपलोड कर देना है। यह सभी के लिए नि:शुल्क है।

कोरोना वायरस के बीच जब लॉकडाउन हुआ तो प्रवासी मजदूर, श्रमिक अलग-अलग राज्यों से मजबूरन वापस उत्तर प्रदेश लौटने लगे। कोरोना वायरस के चलते देश में बेरोजगारी जैसी समस्या उत्पन्न हो गई। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव दूसरे राज्यों में काम कर रहे मजदूरों पर पड़ रहा है, जिनके पास काम न होने से परिवार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन श्रमिकों को काम देने के लिए प्रशासन की ओर से निर्देश दिए गए हैं और सरकार अपनी तरफ से कोशिश भी कर रही है।

अब जब धीरे-धीरे लॉकडाउन खुल रहा है, तो छोटे-बड़े लगभग सभी कारोबार खुल रहे हैं। मगर काम करने वाले मजदूर गायब हैं। ऐसा नहीं है कि उन्हें काम की जरूरत नहीं है। सच्चाई यह है कि न तो श्रमिकों को काम का पता मिल पा रहा है और न ही काम देने वालों को श्रमिकों का। श्रमिकों और काम देने वालों के बीच की इस दूरी को पाटने का काम किया है- श्रम ऐप (Shram App) ने।

बता दें कि श्रम ऐप से काम पाना काफी आसान है। इसके लिए बस आपको अपने फोन में प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से इस ऐप को डाउनलोड करना है और अपना नाम और काम से जुड़ी जानकारी को अपलोड कर देना है। श्रम ऐप पर घर में रोज के काम जैसे- प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, टेलर, कारपेंटर, सफाईकर्मी, मेड, घर का सामान रिपेयर करने वाले श्रमिक सिर्फ एक क्लिक पर मिल जाएँगे।

श्रम ऐप भारत के नागरिकों द्वारा बनाया गया पूर्ण स्वदेशी ऐप है, जो सभी के लिए नि:शुल्क है। ये ऐप सभी कुशल (Skilled) और अकुशल (Unskilled) मजदूरों के लिए है। यह ऐप लोगों से लोगों को जोड़ने और श्रमिकों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए है। इस ऐप के जरिए कोई भी श्रमिक अपना प्रोफाइल बना सकता है, या फिर उसके पास स्मार्टफोन न होने पर उससे जुड़े लोग- हम या आप उनका मोबाइल नंबर डालकर अकाउंट बना सकते हैं। इससे काम के लिए सीधे उनके नंबर पर कॉल जाएगा।

हम ही उनके जॉब प्रोवाइडर भी बन सकते हैं। उदाहरण के लिए हमारे घर में एसी रिपेयरिंग का काम होगा, तो हम ऐप पर जाकर अपने इलाके में इस काम के लिए उपलब्ध श्रमिक को कॉल करेंगे। इससे उन्हें भी काम मिलेगा और हमारा भी काम होगा। इतना ही नहीं, इस ऐप के माध्यम से कारखानों के मालिक, कंपनियाँ या फिर HR सीधे श्रमिकों के संपर्क में रह सकते हैं और उन्हें काम उपलब्ध करा सकते हैं। कुल मिलाकर यह ऐप बेरोजगार और विस्थापित मजदूरों के लिए एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है। 

इस ऐप को Shri Shakti Infomotion Private Limited नाम की ऑर्गेनाइजेशन ने बनाया है। यह एक स्वदेशी ऑर्गेनाइजेशन है। संगठन के मार्केटिंग और विज्ञापन का काम रंजना देब देखती हैं। खाली समय में, वह अपने NGO शक्ति फाउंडेशन की देखभाल करती हैं। वहीं गौरव पंडित Shri Shakti Infomotion Private Limited में टेक्नोलॉजी और प्रॉडक्ट डेवलपमेंट का विभाग सँभालते हैं। इस ऐप को प्ले स्टोर पर भी काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। आप इस लिंक पर क्लिक करके ऐप से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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