वुहान से फैले कोरोना वायरस महामारी ने मार्च महीने से भारत में अपना पाँव पसारना शुरू कर दिया था। दिन पर दिन कोरोना वायरस की वजह से महानगरों की स्थिति काफी नाजुक होती जा रही हैं। वहीं भारत में फैले कोरोना वायरस ने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 3 लाख का आँकड़ा पार कर लिया है।
शनिवार (13 जून, 2020) को 11,458 संक्रमितों का मामला सामने आया हैं। ये एक दिन के अंदर सामने आई अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। जबकि मौतों के आँकड़ो में भी 386 की बढ़ोतरी के साथ अब कुल मरने वालों का संख्या 8,884 हो गया है।
दुनियाभर में फैले इस महामारी के आँकड़ो में भारत अब चौथे स्थान पर पहुँच गया है। जहाँ कोरोना संक्रमितों का आँकड़ा अन्य देशों के मुकाबले दुगुना या तिगुना ज्यादा है। विशेषज्ञों का दावा है कि भारत कोरोना संक्रमितों के मामले में पहले स्थान पर पहुँचने में अभी समय है। वर्तमान में कुल 3,08,993 मामले भारत में रजिस्टर्ड हैं। जिनमें 1,54,000 से अधिक लगभग 50 प्रतिशत मामले इस संक्रमण से ठीक भी हो चुके हैं।
प्रोफेसर शमिका रवि द्वारा ट्विटर पर पब्लिश किए गए अध्ययन के अनुसार, देश में लगभग 77 प्रतिशत नए कोरोनोवायरस मामलों को महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली कोविड-19 हॉटस्पॉट नगरों में देखा जा सकता है। उन्होंने दावा किया है कि देश में कोरोनोवायरस मामले 3.1 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ बढ़ रहे हैं, जो 23 दिनों की अवधि में मामलों को दोगुना होने का संकेत देता है।
रवि ने यह बताने के लिए अपने अध्ययन के ग्राफ़ को साझा किया। जो यह दिखाता है कि कोरोनोवायरस के मामले देश भर में फैल गए हैं, लेकिन महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली जैसे हॉटस्पॉट संक्रमण के प्रमुख इलाके बने हुए हैं। उनके ट्वीट्स में संलग्न ग्राफ़ में, देखा जा सकता है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली को छोड़कर देश भर के बाकी राज्यों में की तुलना में यहाँ मामले कितने हैं।
दूसरी ओर महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु के कोरोनावायरस हॉटस्पॉट में संक्रमण का बढ़ता प्रकोप यह भी दर्शाता है कि इन राज्यों में कोरोनोवायरस के मामलें जल्द ही चरम सीमा को पर कर जाएँगे।
#DailyUpdate #COVID19India
— Prof Shamika Ravi (@ShamikaRavi) June 13, 2020
Total cases continue to rise; the growth rate of ACTIVE cases = 3.1% – so doubling in 23 days. pic.twitter.com/F73TvGJabl
भारत के कुल मृत्यु दर का 10 गुना ज्यादा दिल्ली की मृत्यु दर
वहीं दिल्ली में बढ़ते कोरोनोवायरस के मामलों के बारे में सबसे अधिक जानकारी देने वाले आँकड़े, संक्रमण के रोगियों की मृत्यु दर से पता चलता है कि दिल्ली में मृत्यु दर पूरे भारत के मृत्यु दर का 10 गुना है। जिसको देखते हुए प्रोफेसर शामिका रवि ने आगाह किया है कि दिल्ली में लगातार मृत्यु दर अभी भी बढ़ता जा रहा है।
Where are NEW cases coming from? 5Day moving average:
— Prof Shamika Ravi (@ShamikaRavi) June 13, 2020
1) ~77% new cases are still from the hotspots – MH, TN, DL
2) The infection has spread countrywide but the hotspots -MH, TN, DL – remain the key drivers. @OfficeofUT @ArvindKejriwal @CMOTamilNadu pic.twitter.com/1Uqk9o4iQh
ग्राफ के अनुसार प्रति मिलियन संक्रमण के मामले तुलना में प्रति मिलियन टेस्ट पर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली और गुजरात ऐसे बाहरी राज्य बने हुए हैं, जिन्हें अपनी परीक्षण क्षमताओं को बढ़ाने की आवश्यकता है, जो कि उनके मौजूदा बढ़ते मामलों को देखते हुए अति आवश्यक है।
भारत में कोरोना वायरस संक्रिमतों के आँकड़े चरम सीमा तक पहुँचने के कितने दूर है
भारत में अधिकांश राज्य अपने संक्रमण के चरम सीमा की ओर बढ़ रहे हैं, कुछ राज्य ऐसे हैं जिन्होंने यह संकेत दिए हैं कि उनके यहाँ संक्रमण के मामले अभी भी बहुत कम है। 3 जून से 7 जून और 8 जून से 12 जून के बीच की अवधि में कोरोनोवायरस के मामलों की वृद्धि की तुलना करते हुए, एक समय में नए मामलों की दर में गिरावट से पता चलता है कि कुछ राज्य जल्द ही संक्रमण के चरम सीमा तक पहुँच जाएँगे।
हालाँकि, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए संक्रमण के नए मामलों को संख्या में काफी बढ़ोतरी की है।
(Cases Vs. Tests) across states of India:
— Prof Shamika Ravi (@ShamikaRavi) June 13, 2020
1) DL, MH, TN, GJ – these are outlier states — they need to test LOT more, given their current case load. pic.twitter.com/DSyvfuwz4m
जम्मू और कश्मीर और कर्नाटक दो ऐसे राज्य है। जिन्होंने 3 जून से 7 जून और 8 जून से 12 जून के बीच की अवधि में बढ़ते संक्रमण दर को कम किया है। जिसका अर्थ है कि इन राज्यों में कोरोनोवायरस का प्रकोप अपनी चरम सीमा पर पहुँचने के काफी दूर हो चुका है।