उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 9 लोगों ने इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म में ‘घर वापसी’ की है। धर्म परिवर्तन करने वाला परिवार मूल रूप से सहारनपुर का रहने वाला है। इनके पूर्वजों ने 150 साल पहले दबाव में आकर इस्लाम अपनाया था। लेकिन, अब स्वेच्छा से हिंदू धर्म में वापसी की है। वहीं, उत्तराखंड के देहरादून में मुस्लिम युवक ने हिंदू धर्म अपनाने को लेकर कलेक्टर के पास अर्जी लगाई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सहारनपुर के मुस्लिम परिवार ने मुजफ्फरनगर के योग साधना यशवीर आश्रम बघरा में हिंदू धर्म अपनाया है। इस आश्रम में स्वामी यशवीर महाराज की उपस्थिति में यज्ञ-हवन कराकर वैदिक रीति-रिवाज के साथ परिवार के 9 लोगों का धर्म-परिवर्तन कराया गया है। हिंदू धर्म अपनाने वाले वादिल को विवेक सैनी, अलीसा को अनन्या सैनी, राबिया को पल्लवी सैनी, नाजिया को नीतू सैनी, वरीसा को मनीषा सैनी, गुलिस्तां को रविता सैनी, सानिया को निशा सैनी, आकिल को रोहित सैनी और रुखसाना को बबीता सैनी नाम दिया गया है।
योग साधना यशवीर आश्रम बहरा के स्वामी यशवीर महाराज का कहना है कि ये सभी लोग पहले हिंदू सैनी थे। लेकिन, इनके पूर्वज 150 साल पहले दवाब में आकर मुस्लिम बन गए थे। ये लोग लंबे समय से इस्लाम को मानते आ रहे हैं। अब अपनी इच्छा से सनातन धर्म संस्कृति को स्वीकार करते हुए हिंदू धर्म अपना रहे हैं।
इससे पहले, यशवीर महाराज ने आरोप लगाया था कि जनपद के गाँव फुलत स्थित मदरसे में लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया था कि अब तक लाखों हिंदुओं को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया जा चुका है। इसलिए, फुलत मदरसे की जाँच कर कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, उत्तराखंड के देहरादून में लक्खीबाग निवासी सईद अरशद नामक व्यक्ति मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने के लिए जिला न्यायालय पहुँचा था। जहाँ से उसे कलेक्टर से संपर्क करने के लिए कहा गया था। इसके बाद उसने कलेक्टर के पास अर्जी लगाते हुए स्वेच्छा से हिंदू धर्म अपनाने की बात कही है।
इस मामले में कलेक्टर सोनिका का कहना है कि जल्द से जल्द धर्म-परिवर्तन की कार्यवाही पूरी की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा है मुस्लिम धर्म त्यागकर हिंदू धर्म अपनाने के अन्य आवेदन भी मिले हैं। इन पर भी कार्यवाही की जा रही है।