पिछले कुछ दिनों में मजहब का हवाला देकर हिंदुओं को धमकी देने के मामले अचानक बढ़े हैं। हाल में बिहार के भागलपुर के बायपास थाना से एक मामला सामने आया है। वहाँ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग-संयोजक कुणाल पांडे को गजवा-ए-हिन्द नामक ‘आतंकी संगठन’ ने जान से मारने की धमकी दी। पत्र में कहा गया कि कुणाल ने कन्हैयालाल की हत्या के बाद जो विरोध किया उसका पता उन्हें चल गया है और अब वह लोग कुणाल को भी वैसे ही मारेंगे जैसे कन्हैया को मारा था।
कुणाल ने यह धमकी मिलने के बाद पुलिस में अपनी शिकायत दी। उन्होंने बताया कि ये धमकी वाला पत्र उन्हें डाक के माध्यम से 12 जुलाई 2022 को घर के पते पर मिला था। इस पत्र में लिखा था कि कुणाल ने कन्हैया लाल का समर्थन करके अपनी मौत को दावत दे दी है। अब कुणाल का सिर भी वैसे ही तन से जुदा होगा जैसे कि कन्हैया लाल का किया गया था। उन्होंने पत्र संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि उनका परिवार डर गया है वह सुरक्षा चाहते हैं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें एक गार्ड मुहैया कराया।
कुणाल पांडे को मिली 1 माह की सुरक्षा
ऑपइंडिया ने जब कुणाल से संपर्क किया तो उन्होंने इस खत को लेकर जानकारी दी। साथ ही गार्ड मिलने की पुष्टि की। लेकिन इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा,
“मुझे गार्ड एक महीने के लिए दिया गया है। एक महीने बाद क्या होगा? कन्हैया लाल भी जब दुकान गए थे तब उनके ऊपर हमला हुआ। हमें चाहिए कि जिसने पत्र भेजा है वो पकड़ा जाए। गार्ड की जरूरत ही नहीं होगी।”
उन्होंने बताया, “पुलिस प्रशासन से शिकायत के बाद हमें पता चला कि जिस पोस्ट ऑफिस से धमकी भेजी गई वहाँ का सीसीटीवी ही खराब है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि तरह प्रशासन लोगों की सुरक्षा करने में नाकाम है।”
कुणाल बताते हैं कि भले ही इस तरह धमकी उन्हें पहली बार मिली। लेकिन कुछ समय पहले एबीवीपी के कार्यक्रम में कोई मुस्लिम व्यक्ति उनके बारे में पूछता हुआ उनके दोस्त तक पहुँच गया था। तब उन लोगों ने इस तरह संदिग्ध व्यक्ति द्वारा की जा रही पूछताछ पर ध्यान नहीं दिया, पर 12 जुलाई अचानक पत्र प्राप्त हुआ जिसके बाद परिवार में डर है।
कुणाल ने मीडिया से बात करते हुए ये भी कहा,
“अगर मुझे डराने की कोशिशें हो रही हैं तो मैं बस ये कहना चाहता हूँ कि मैं सामाजिक कार्यकर्ता हूँ, 365 दिन समाज के बीच में रहता हूँ। मैं डरने वाला व्यक्ति नहीं हूँ।”
उन्होंने बताया कि इरफान खान नाम के व्यक्ति ने धमकी भेजी है जिसने अपना पता माछीपुर का बताया है। वह कहते हैं,
“पूरे भारत को तय करना होगा कि कन्हैया लाल जो नुपूर शर्मा का समर्थन एक स्टेटस के माध्यम से करते हैं उनकी हत्या कर दी जाती है। आज मैंने कन्हैया का समर्थन किया तो उस कन्हैया के समर्थन में एक लेटर मिल जाता है। ये आज भारत को तय करना होगा कि ये देश शरीयत से चलेगा या फिर संविधान से चलेगा। आज पूरे भारत की भूमि पर भारत माता की जय और जय श्रीराम कहने पर हत्या कर दी जाती है। क्या यही संविधान है, क्या यही लोकतंत्र है। ”
पत्र में दी गई धमकी
गौरतलब है कि कुणाल ने ऑपइंडिया के साथ इस पत्र को साझा किया है। इसमें इरफान नाम के व्यक्ति ने उन्हें कहा है,
“कुणाल पांडे तुमने कन्हैया लाल का साथ देकर अपनी मौत को दावत दी है। तुम हमारी नजरों में काफिर हो काफिर। ये कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले भी तुमने ज्ञानवापी मस्जिद पर बोलकर गलती की थी। हमने सुना है कि तुम और मसलों पर भी मशवरा देते हो और सोशल मीडिया पर इस्लाम के खिलाफ बोलते हो। तुम जो इस मुल्क को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हो… ये तुम्हारा सपना ही रह जाएगा। अगर यह मुल्क कुछ बनेगा तो वह हमारे अल्लाह का पैगाम है कि यह इस्लामी मुल्क बनेगा।”
धमकी के अगले पन्ने में लिखा है,
“अब तुम्हारी मौत बहुत नजदीक है। यह हमारे अल्लाह का फरमान है। तुम्हें बता दूँ कि कन्हैया को अल्लाह के पास हम लोगों ने ही भेजा है और अब अगले तुम हो। तुम्हार सिर भी तन से जुदा होगा। यह पन्ना आगाह करने के लिए हहै कि अल्लाह के पास जाने के बाद तुम्हें अफसोस न हो कि तुम्हारा कत्लेआम क्यों हुआ।”
पत्र के अंत में लिखा है- ‘तुम्हारी मौत, गजवा-ए-हिंद, खुदा हाफिज।’