मोदी सरकार ने रविवार (19 जून 2022) को ‘अग्निपथ’ योजना के बारे में फर्जी जानकारी फैलाने वाले 35 व्हॉट्सएप ग्रुप्स को प्रतिबंधित कर दिया। वहीं कुल 10 लोग अब तक सरकार की नई स्कीम पर झूठी जानकारी प्रसारित करने और युवाओं को भ्रमित करने के आरोप में गिरफ्तार भी किए गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में टेलिकॉम मंत्रालय के हवाले से बताया गया कि केंद्र सरकार ने लोगों को आगाह किया है कि ऐसी भ्रांतियाँ फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी। फिलहाल अभी 50 के करीब व्हॉट्सएप ग्रुप को भी खंगाला जा रहा है। गृह मंत्रालय ने सूचना दी कि केंद्र ने व्हॉट्सएप फैक्ट-चेकिंग के लिए 8799711259 नंबर को जारी किया है।
Ministry of Home Affairs banned 35 WhatsApp groups for spreading fake news on ‘Agnipath’ scheme and ‘Agniveers’, today: Govt sources pic.twitter.com/0I9AoonDWp
— ANI (@ANI) June 19, 2022
गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट की ओर से प्रदर्शन की आड़ में शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास करने वाले असामाजिक तत्वों को कड़ी चेतावनी दी गई है। अपर पुलिस उपायुक्त कानून एवं व्यवस्था आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया से पता चल रहा है कि 20 जून को कुछ असामाजिक तत्व भारत बंद और दिल्ली कूच करने के नाम पर कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास कर सकते हैं। गौतमबुद्ध नगर में धारा 144 लागू है। अगर फिर भी किसी ने कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की तो उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी।
मालूम हो कि यूपी के सहारनपुर से पुलिस ने 5 लोगों को पकड़ा था। ये लोग सरकार की नई योजना के खिलाफ युवाओं को भड़काने का काम कर रहे थे। हालाँकि जब पुलिस ने इन्हें पकड़ा और अपनी जाँच की तो पाया कि ये लोग किसी राजनीतिक दल से संबंधित थे।
बता दें कि अग्निपथ योजना का सबसे ज्यादा विरोध बिहार में देखने को मिला था। ऐसे में बिहार सरकार ने 17 जून को सुरक्षा लिहाज से व झूठी जानकारी को फैलने से रोकने के लिए 12 जिलों में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया था। इसके अलावा पकड़े गए प्रदर्शनकारियों के मोबाइल फोन की जाँच में पाया था कि इन प्रदर्शनों में कोचिंग सेंटर्स की भी भूमिका है।