अहमदाबाद के शाह-ए-आलम इलाक़े में मुस्लिम भीड़ द्वारा नागरिकता क़ानून के विरोध में हिंसा की गई। पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला किया गया। इन आरोपों में अहमदाबाद पुलिस ने कॉन्ग्रेस कॉरपोरेटर शहज़ाद खान पठान समेत 49 दंगाईयों को हिरासत में लिया है।
Ahmedabad Police has detained 49 people in connection with violence during protests against #CitizenshipAmendmentAct yesterday. Among the detainees, is Congress corporator Shehzad Khan(in middle in plain white shirt) #Gujarat pic.twitter.com/IAfE9QhGIu
— ANI (@ANI) December 20, 2019
देश गुजरात नामक न्यूज वेबसाइट के अनुसार, हिंसा भड़काने के आरोप में जिन लोगों हिरासत में लिया गया है, उन सभी को इसानपुर पुलिस स्टेशन ले जाया गया है।
#BREAKINGNEWS
— Tv9 Gujarati (@tv9gujarati) December 19, 2019
Violent anti-CAA stir in Shah-e-Alam area, 24 among #Congress corporator Shehzad khan Pathan detained and brought to Isanpur police station.#Ahmedabad #Gujarat @AhmedabadPolice @GujaratPolice pic.twitter.com/KWdqmNOfWB
पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद के सभी विरोध-प्रदर्शन वाली जगहों से कुल 213 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए लोगों में कॉन्ग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी भी शामिल थे।
इससे पहले, यह ख़बर भी आई थी कि नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) का विरोध करने वाली मुस्लिम भीड़ ने जिग्नेश मेवाणी के वडगाम निर्वाचन क्षेत्र में हिंसक प्रदर्शन किया और उसने छपी-पालनपुर राजमार्ग को भी अवरुद्ध कर दिया गया था। यहाँ जमा हुई भीड़ जल्द ही हिंसक हो गई और उसने एक पुलिस वैन पर हमला कर दिया।
शाह-ए-आलम में, मुस्लिम भीड़ ने उग्र प्रदर्शन किया और पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ अँधाधुँध पथराव किया। इस हिंसा से जुड़े कई हैरान कर देने वाले वीडियो भी सामने आए, इनमें मुस्लिम भीड़ ने न सिर्फ़ पुलिस पर पथराव किया था बल्कि भीड़ के एक हिस्से ने एक पुलिसकर्मी को गोली मारने की भी कोशिश की थी।
यहाँ इस बात पर ग़ौर किया जाना बेहद ज़रूरी है कि देश के कई क्षेत्रों में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। धारा-144 लागू होने के बावजूद दंगाईयों की भीड़ ने विरोध-प्रदर्शनों के लिए पत्थर और औजार जुटाए। इससे पहले, आपइंडिया ने ख़ुलासा किया था कि पूरे देश में, विशेषकर विश्वविद्यालयों में नागरिकता क़ानून के विरोध में विरोध-प्रदर्शन आयोजन करने में NSUI एक सक्रिय भागीदार के तौर पर था। NSUI ने अहमदाबाद में ‘विरोध प्रदर्शन’ की योजना बनाई थी।
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