सोशल मीडिया पर सोमवार (3 जुलाई, 2023) से हैदराबाद का बता कर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को एक व्यक्ति को पीटते देखा जा सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक, प्रमुख हमलावर का नाम मोहम्मद आज़म है जो ‘ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM)’ का नेता है। बाकी हमलावर मोहम्मद आज़म के साथी हैं जो बिजली चोरी की जाँच करने गए कर्मचारी को पीटते दिखाई दे रहे हैं।
50 सेकेण्ड के इस वीडियो को ‘@prashantchiguru’ हैंडल वाले यूजर ने शेयर किया है। वीडियो में सफेद और काले रंग की चेक शर्ट पहने AIMIM नेता दिन-दहाड़े बीच सड़क पर बिजली विभाग के एक कर्मचारी की पिटाई की शुरुआत करता है। थोड़े ही समय बाद उसके साथी भी पीड़ित को पीटना शुरू कर देते हैं। आस-पास से गुजर रहे लोगों में से किसी ने भी बिजली विभाग के कर्मचारी को बचाने की हिम्मत नहीं की। हालाँकि, मारपीट देख कर लोगों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई थी।
Please look at the shocking video of "Goonda Raj" in Hyderabad patronage by @aimim_national Chief @asadowaisi
— Dr. Chiguru Prashanth (@prashantchiguru) July 2, 2023
The Electricity Department employees who went to check power theft, were brutally assaulted by MIM leader Mohd Azam & his family members in Mehboob Colony, Karwan… pic.twitter.com/RMrVLoxkro
वीडियो शेयर करने वाले ट्विटर यूजर ‘@prashantchiguru’ ने यह भी बताया कि कैसे पुराने हैदराबाद में 50% बिजली खपत का कोई हिसाब ही नहीं है। इस चोरी के चलते बिजली विभाग को हर दिन 70 लाख रुपए का नुकसान होने की भी जानकारी दी गई है। यूजर ने इसे ओवैसी के संरक्षण में हो रही गुंडागर्दी बताया है। घटनास्थल के तौर पर कारवाँ विधानसभा क्षेत्र की मेहबूब कॉलोनी बताया गया है जहाँ पीड़ित बिजली की चोरी रोकने के लिए गया था। हमलावरों में AIMIM नेता के अन्य पारिवारिक सदस्यों के भी शामिल होने का दावा किया गया है।
वीडियो शेयर करने वाले व्यक्ति ने हैदराबाद पुलिस और तेलंगाना के DGP से आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की माँग भी की है। यूजर ने यह भी दावा किया है कि जिस प्रकार से भारतीय लोग पाकिस्तान की यात्रा करने से डरते हैं वैसे ही सरकारी अधिकारी और कर्मचारी पुराने हैदराबाद में जाने से कतराते हैं।
बताते चलें कि पुराने हैदराबाद में बिजली चोरी जैसी शिकायतें बड़े स्तर पर आती हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2022 में तेलंगाना स्टेट सदर्न पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (TSSPDCL) के अंतर्गत आने क्षेत्रों में 64,245 मामले दर्ज किए गए। यह संख्या साल 2021 में दर्ज केसों से 3000 ज्यादा थी। ऊर्जा विभाग के अधिकारी भी इसे एक बड़े समस्या बताते हुए कहते हैं कि बिजली कंपनियों को इस चोरी के चलते हर साल राजस्व का लगभग 10 प्रतिशत नुकसान हो रहा है।