नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में अलीगढ़ में पुरानी चुंगी गेट के बाहर चल रहे धरने को हटवाने के बाद पुलिस ने सोमवार (मार्च 2, 2020) को उन इलाकों का दौरा किया, जहाँ से महिलाएँ धरने में आ रही थीं। इस दौरान उनको बड़ी सफलता भी मिली। धरने की पीछे की असलियत भी सामने आ गई कि आखिर धरने पर महिलाओं की भीड़ को किस तरह से जुटाया जाता था।
फिरदौस नगर में एक बुजुर्ग मुस्लिम महिला ने धरने की पोल खोल दी। महिला ने पुलिस को बताया कि उसके शौहर ही उसे खाने-पीने का लालच देकर धरने में भेजते थे। कहते थे, शाहजमाल में धरना चल रहा है, वहाँ चली जाओ। यहाँ भी इन्होंने ही भेजा था। पति रोज जान खाते थे, इसलिए धरने पर जाती थीं। महिला व पुलिस की बातचीत का वीडियो भी वायरल हुआ है।
Anti CAA “PAID” Rally was providing free food which is a naked proof. His wife exposed him in front of police. Husband used to send wife “FORCEFULLY” to eat free food in “Anti Modi” rally. Police appeals for peace
— Priya Kulkarni (@priyaakulkarni2) March 2, 2020
??@washingtonpost @chrislhayes @FareedZakaria @CNN @MSNBC pic.twitter.com/R6Q50OzvNK
पुलिस को खबर मिली कि इलाके में अफवाहें फैलाई जा रही है और महिलाओं को जबरन धरने पर भेजा जा रहा है। जिसके बाद पुलिस ने संबंधित इलाकों का दौरा किया और एक-एक घर में जाकर उन्हें समझाया कि वो किसी की बातों में न आएँ। इसी दौरान एक महिला ने धरने की पोल खोल दी।
सोमवार दोपहर सीओ फिरदौस नगर स्थित बुजुर्ग महिला के घर पहुँचे। सीओ ने महिला के पति से पूछा कि आपकी बीवी रोजाना धरने में शामिल हो जाती हैं। बुजुर्ग ने कहा कि साहब इतना समझाया, पर क्या करें। इसी बीच अंदर से भागती हुई बुजुर्ग महिला आ गई और पति की बात को काटते हुए बोली, “तुमने कहा था कि धरने में जाओ।”
सीओ से महिला ने कहा कि वो झूठ नहीं बोल रही हैं। उनके शौहर ही रोज धरने पर जाने के लिए बोलते थे। इस पर सीओ ने कहा कि अब मत जाना अम्मा हाथ जोड़ रहे हैं। इसके बाद सीओ ने महिला के शौहर को नोटिस देने की बात कही। सीओ ने बुजुर्ग महिला के बेटे को भी चेतावनी दी कि आप लोग वहाँ जाकर महिलाओं को भड़का रहे हो। आप और आपकी अम्मी दोबारा धरने में न आएँ।
बता दें कि 23 दिसंबर को ऊपरकोट पर हुए बवाल के बाद से एएमयू के पास पुरानी चुंगी गेट पर छात्र व आसपास क्षेत्र की महिलाएँ धरने पर बैठ गई थीं। सोमवार सुबह पुलिस ने यहाँ से महिलाओं को समझाकर हटाया और प्रदर्शनकारी दोबारा न जमें, इसलिए पुलिस ने वहाँ डेरा जमा लिया। यहाँ धरने देने वाले 15 लोगों के घरों पर नोटिस चस्पा किए गए हैं।