Friday, November 15, 2024
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अतीक अहमद को सड़क के रास्ते लेकर आएगी यूपी पुलिस: गुजरात के साबरमती जेल में बंद है, भाई अशरफ को भी शिफ्ट करने की तैयारी

तीक अहमद का भाई अशरफ अहमद उत्तर प्रदेश की बरेली जेल में बंद है। चूँकि पुलिस उमेश पाल हत्याकांड मामले में अतीक और अशरफ दोनों ही नामजद आरोपित हैं।

उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपित अतीक अहमद अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है। वहाँ से उसे प्रयागराज जेल शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए पुलिस की एक टीम साबरमती जेल पहुँची है। अतीक को सड़क के रास्ते प्रयागराज लाया जाएगा। जहाँ पुलिस उससे पूछताछ करेगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अतीक अहमद को प्रयागराज लाने के लिए साबरमती जेल पहुँची यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम सुरक्षा को देखते हुए बेहद मुस्तैदी से काम कर रहीं हैं। जरूरी सवाल-जवाब के बाद यूपी पुलिस ट्रांसफर वारंट पर अतीक अहमद को प्रयागराज लेकर आएगी। बता दें कि इससे पहले माफिया अतीक अहमद देवरिया जेल में बंद था। अप्रैल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट करने का आदेश दिया था। इसके बाद उसे देवरिया से साबरमती जेल शिफ्ट किया गया था।

अतीक के भाई को भी लाया जा सकता है प्रयागराज

अतीक अहमद का भाई अशरफ अहमद उत्तर प्रदेश की बरेली जेल में बंद है। चूँकि पुलिस उमेश पाल हत्याकांड मामले में अतीक और अशरफ दोनों ही नामजद आरोपित हैं। साथ ही पुलिस दोनों भाइयों से पूछताछ करना चाहती है। ऐसे में, इनके अलग-अलग जेल में होने से पुलिस को मामले की जाँच और पूछताछ में अधिक समय लग सकता है। इसलिए यूपी पुलिस उसे भी प्रयागराज जेल शिफ्ट कर सकती है।

गुजरात के जेलों में पुलिस ने की छापेमारी

अतीक अहमद को प्रयागराज जेल शिफ्ट करने से पहले गुजरात पुलिस ने शुक्रवार (24 मार्च 2023) रात राज्य के 17 बड़े जेलों में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस ऑपरेशन की मॉनिटरिंग राज्य के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने खुद की। अहमदाबाद के साबरमती जेल में लगभग 300 पुलिसकर्मियों ने सर्च ऑपरेशन चलाया। इसी जेल में माफिया अतीक अहमद भी कैद है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 16 मोबाइल फोन, 10 इलेक्टॉनिक सामान, 39 घातक हथियार और 500 से अधिक नशीले पदार्थ बरामद किए। इससे पहले खबर आई थी कि अतीक अहमद जेल में आईफोन का इस्तेमाल कर रहा था।

क्या है पूरा मामला

बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड में उमेश पाल प्रमुख गवाह थे। 24 फरवरी 2023 को गवाही के बाद वह घर लौट रहे थे। इसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी। गोली और बम से किए गए हमले में उमेश पाल के गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह की भी मौत हो गई थी। अब तक इस मामले में पुलिस कई आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, कुछ आरोपित पुलिस मुठभेड़ में भी ढेर हुए हैं। हालाँकि मुख्य शूटर और अतीक अहमद की पत्नी तथा बेटे अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस ने इन पर इनाम घोषित किया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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