झारखंड की राजधानी राँची में 18 मार्च, 2022 (शुक्रवार) को मालविका देवी नाम की एक महिला की हत्या हुई थी। पुलिस ने इस हत्याकांड में औरंगज़ेब, ज़फ़र और मोहम्मद नौशाद नाम के 3 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। तीसरे आरोपित नौशाद ने दोनों आरोपितों को फरार होने में मदद की थी। इस हत्याकांड का मकसद लूटपाट था जिसकी प्लानिंग औरंगज़ेब ने की थी।
मृतका की उम्र लगभग 70 साल थी। उनके पति विजय सिन्हा स्टेट बैंक में DGM पद से रिटायर हुए थे। घटना के समय वो कहीं बाहर काम से गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपित औरंगज़ेब पहले भी महिला के घर रंग-रोगन का काम कर चुका था। इसी पहचान के सहारे औरंगज़ेब अपने साथ ज़फर को ले कर मृतका के घर शुक्रवार लगभग 12 बजे दोपहर रंगाई-पुताई का काम माँगने गया था। इस दौरान पहले से परिचय होने के नाते महिला ने उन्हें मिठाई खिलाई और पीने के लिए पानी दिया।
पानी पी लेने के बाद औरंगज़ेब ने महिला पर चाकुओं से वार करना शुरू कर दिया। उसने मृतका मालविका पर 15 वार किए। इस दौरान ज़फर घर में से कीमती सामान समेटने की कोशिश करता रहा। जब वह आलमारी नहीं तोड़ पाया तो उसने मृतका के शरीर से सोने का कंगन और कान का झुमका निकाल लिया। दोनों ने मिल कर घर में रखे 3 मोबाइल फोन्स भी लूट लिए। कत्ल के बाद आरोपितों ने महिला के ही घर खून से सना चाकू धोया और वहाँ से निकल गए। महिला के शव को चादर में लपेट कर पलंग के नीचे डाल दिया था।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब कत्ल कर के दोनों आरोपित सड़क से जा रहे थे तब उन्हें कुछ बच्चों ने रास्ते में रंग लगाने के लिए रोका। उन्होंने बच्चों से खुद को गुंडा बताया। इसी के साथ उन दोनों ने कहा कि वो अभी खून की होली खेल कर आ रहे हैं। इसके बाद बच्चे डर कर वहाँ से भाग गए थे।
घर लौटने के बाद विजय सिन्हा ने इस मामले की शिकायत अरगोड़ा थाने में दर्ज करवाई थी। पुलिस को पहले से ही शक था कि हत्या को किसी परिचित ने अंजाम दिया होगा। हत्या कर के भाग रहे दोनों आरोपितों की तस्वीरें CCTV फुटेज में आ गई थी। इसी आधार पर पुलिस ने पहले औरंगज़ेब को गिरफ्तार किया था। उस से पहले घटना की खबर TV में चलती देख कर तीसरे आरोपित नौशाद ने औरंगज़ेब और ज़फर को कहीं छिप जाने की सलाह दी थी। मृतका का एक बेटा अमेरिका, दूसरा बेंगलुरु में है जबकि उनकी बेटी लंदन में रहती है।